धनबाद (Shooting Incident): खैनी देने से मना करने पर सोमवार को धनबाद के केंदुआ मुख्यमार्ग पर गोधर स्थित पेट्रोल पंप के पास एक बड़ी घटना घटी, जिसमें अपराधियों ने एक 12 चक्के ट्रक के चालक उमाशंकर सिंह और खलासी नीतीश कुमार पर गोली चला दी। इस मामले में केंदुआडीह पुलिस ने अब तक पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने आरोपियों से पूछताछ शुरू कर दी है, और घटना की तह तक जाने के लिए जांच तेज कर दी है।
घटना का विवरण
पुलिस के अनुसार, यह घटना सोमवार सुबह हुई, जब ट्रक चालक उमाशंकर सिंह और खलासी नीतीश कुमार पेट्रोल पंप के पास अपने ट्रक में खड़े थे। अपराधियों ने उनसे खैनी की मांग की थी, लेकिन खैनी देने से इनकार करने पर उन्होंने दोनों को गोली मार दी। गोली लगने से दोनों घायल हो गए। पुलिस ने कहा कि इस घटना में शामिल अपराधियों की तलाश में कार्रवाई शुरू कर दी थी, और वरीय अधिकारियों के निर्देश पर डीएसपी (विधि व्यवस्था) नौशाद आलम के नेतृत्व में एक टीम गठित की गई थी, जिसमें कई तेज तर्रार पुलिस अधिकारी शामिल थे।
पुलिस की कार्रवाई और गिरफ्तारी
पुलिस ने इस मामले में आकाश राम और उसके मौसेरे भाई सुजीत कुमार समेत तीन अन्य आरोपियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ की जा रही है। पुलिस ने इस गोलीकांड के मामले में जल्द खुलासा करने का दावा किया है और कहा है कि वे बाकी के आरोपियों को भी जल्द पकड़ने में सफल होंगे। केंदुआडीह थाना प्रभारी वकार हुसैन ने कहा कि वे घटना के सभी पहलुओं की जांच कर रहे हैं और किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा।
आरोपी की मां की शिकायत
इस बीच, पुलिस हिरासत में लिए गए आरोपी आकाश राम की मां गीता देवी ने पुलिस से शिकायत की है। गीता देवी ने शनिवार को एसएसपी को एक आवेदन देकर आरोप लगाया कि पुलिस ने उनके बेटे को पूछताछ के लिए बुलाया और फिर जबरन पकड़ लिया। उन्होंने कहा कि 31 दिसंबर को केंदुआडीह थाने द्वारा उनके बेटे को पूछताछ के लिए बुलाया गया था, लेकिन उसे बाद में गिरफ्तार कर लिया गया। गीता देवी ने आरोप लगाया कि पुलिस ने चार जनवरी को उन्हें फोन करके कहा कि 12 हजार रुपये लेकर आओ, तभी उनका बेटा छोड़ दिया जाएगा।
गेटा देवी ने यह भी बताया कि उन्होंने अपनी बहन के बेटे सुजीत कुमार को पैसे लेकर थाने भेजा, लेकिन पुलिस ने सुजीत से 12 हजार रुपये के साथ-साथ उसके हाथ का चांदी का कड़ा, सोने की अंगूठी और मोबाइल भी छीन लिया। इसके बाद, सुजीत को भी गिरफ्तार कर लिया गया।
कानूनी कार्रवाई और पारदर्शिता
पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए इस पर तुरंत कार्रवाई की है। यह मामला पुलिस के लिए चुनौतीपूर्ण बन गया है क्योंकि आरोपों में पुलिसकर्मियों के खिलाफ भी गंभीर आरोप लग रहे हैं। एसएसपी ने इस मामले की निष्पक्ष जांच की बात की है और मामले में पारदर्शिता बनाए रखने का आश्वासन दिया है।
धनबाद में इस गोलीकांड के मामले ने पुलिस और अपराधियों के बीच तकरार को एक नई दिशा दी है। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए आरोपियों को गिरफ्तार किया, लेकिन अब यह भी देखने वाली बात होगी कि पुलिस हिरासत के दौरान आरोपियों के खिलाफ लगाए गए आरोपों पर क्या कार्रवाई होती है। इस घटनाक्रम के बाद, धनबाद में पुलिस की भूमिका पर सवाल उठने लगे हैं, और यह घटना यह साबित करती है कि सुरक्षा और कानून व्यवस्था को बनाए रखना केवल पुलिस ही नहीं, बल्कि समाज के हर सदस्य का दायित्व है।