Jharkhand Horror: सिरकटी लाश का खुलासा, 72 घंटे में पुलिस ने पकड़े दो आरोपी
13 सितंबर 2025 को तमाड़ के भुरसूडीह में 26 वर्षीय सुरेश स्वांसी की सिरकटी लाश मिलने से इलाके में सनसनी फैल गई थी। पुलिस ने 72 घंटे में दो आरोपियों को गिरफ्तार कर मामले का खुलासा कर दिया है। जमीन विवाद को लेकर हत्या का मामला सामने आया है।
तमाड़ थाना क्षेत्र के भुरसूडीह गांव में 13 सितंबर की सुबह जंगल से मशरूम बटोरने गए 26 वर्षीय सुरेश स्वांसी की सिरकटी लाश मिलने से पूरे इलाके में सनसनी फैल गई थी। घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने तुरंत कार्रवाई शुरू की और महज 72 घंटे में हत्या का खुलासा कर दिया। पुलिस ने इस हत्याकांड में शामिल दो आरोपियों—जगदीश स्वांसी (40 वर्ष) और हरि मुंडा (29 वर्ष)—को गिरफ्तार कर लिया। जबकि एक आरोपी अब भी फरार है, जिसकी तलाश में पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है।
बुंडू डीएसपी ओमप्रकाश ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि सुरेश स्वांसी की हत्या पुराने जमीन विवाद को लेकर की गई थी। दोनों गिरफ्तार आरोपियों से पुलिस ने हत्या में इस्तेमाल धारदार हथियार, फरसा, मृतक का मोबाइल और आरोपियों का फोन बरामद किया है। पुलिस के अनुसार, आरोपियों ने पहले सुरेश पर हमला कर उसकी हत्या की और फिर उसका सिर धड़ से अलग कर करीब एक किलोमीटर दूर झाड़ियों में छिपा दिया।
ग्रामीणों ने जंगल में खून के धब्बों का पीछा करते हुए सुरेश का शव देखा। यह दृश्य देखते ही इलाके में दहशत फैल गई। सूचना मिलने पर तमाड़ थाना प्रभारी निरीक्षक प्रवीण कुमार मोदी के नेतृत्व में उपनिरीक्षक निमाई सोरेन, सहायक उपनिरीक्षक अजय प्रताप और सशस्त्र बल के जवानों ने छानबीन शुरू की।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई और वैज्ञानिक तरीके से छानबीन ने इस जघन्य अपराध का खुलासा करने में मदद की। डीएसपी ने बताया कि फरार आरोपी की गिरफ्तारी के लिए विशेष टीम गठित कर अभियान चलाया जा रहा है। ग्रामीणों ने पुलिस की कार्रवाई की सराहना की और सुरक्षा व्यवस्था को लेकर संतोष व्यक्त किया।
जमीन विवाद जैसे मामलों में बढ़ती हिंसा पर भी सवाल उठे हैं। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि विवाद की स्थिति में कानूनी प्रक्रिया अपनाएँ और हिंसा का रास्ता न अपनाएँ। साथ ही, प्रशासन ने कहा है कि दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जाएगी।
इस घटना ने यह भी स्पष्ट कर दिया कि ग्रामीण क्षेत्रों में छोटे विवाद भी बड़े अपराध का रूप ले सकते हैं। इसलिए जागरूकता और प्रशासनिक सहयोग आवश्यक है ताकि ऐसी घटनाओं को रोका जा सके। सुरेश स्वांसी की हत्या की यह घटना पूरे जिले में चर्चा का विषय बन गई है। पुलिस की सख्ती और त्वरित कार्रवाई ने लोगों को राहत दी है।
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