Jharkhand Medicine Alert: 10 मार्च तक मिलेगा मौका, हाथी पांव से बचने के लिए जरूर लें फाइलेरिया रोधी दवा

फाइलेरिया उन्मूलन अभियान के तहत झारखंड में 10 मार्च तक फाइलेरिया रोधी दवा दी जाएगी। जानें क्यों जरूरी है यह दवा और कैसे बचा जा सकता है इस गंभीर बीमारी से।

Feb 24, 2025 - 18:32
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Jharkhand Medicine Alert: 10 मार्च तक मिलेगा मौका, हाथी पांव से बचने के लिए जरूर लें फाइलेरिया रोधी दवा
Jharkhand Medicine Alert: 10 मार्च तक मिलेगा मौका, हाथी पांव से बचने के लिए जरूर लें फाइलेरिया रोधी दवा

झारखंड में फाइलेरिया उन्मूलन अभियान के तहत 10 फरवरी से 25 फरवरी तक दवा वितरण किया गया, लेकिन अब सरकार ने इसे 10 मार्च तक बढ़ा दिया है। जिले के प्रत्येक नागरिक को फाइलेरिया से बचाव के लिए अल्बेंडाजोल और डीईसी की दवा खिलाने का लक्ष्य रखा गया है।

फाइलेरिया क्यों है खतरनाक?

फाइलेरिया को आमतौर पर हाथी पांव के नाम से जाना जाता है। यह मच्छरों के काटने से फैलने वाला एक गंभीर संक्रमण है, जो हाथ, पैर, स्तन और हाइड्रोसील को प्रभावित करता है। इसका संक्रमण बचपन में ही हो सकता है, लेकिन लक्षण 5 से 15 साल बाद सामने आते हैं। झारखंड के 4 करोड़ लोग इस बीमारी के खतरे में हैं, इसलिए सरकार हर साल इस दवा का सेवन अनिवार्य कर रही है।

फाइलेरिया उन्मूलन अभियान पर प्रशासन सख्त

पूर्वी सिंहभूम जिले में आयोजित समीक्षा बैठक में उपायुक्त अनन्य मित्तल ने कहा कि एक भी घर इस अभियान से वंचित नहीं रहना चाहिए। उन्होंने निर्देश दिए कि जो लोग दवा खाने से इनकार कर रहे हैं, उन्हें जागरूक किया जाए और दवा के महत्व को समझाया जाए।

कैसे हो रहा है दवा का वितरण?

  • स्वास्थ्य विभाग और समाज कल्याण विभाग के सहयोग से पांच एनजीओ इस अभियान में शामिल हैं।
  • घर-घर जाकर लोगों को दवा दी जा रही है और कार्यस्थलों पर भी वितरण किया जा रहा है।
  • ग्रामीण इलाकों में ईंट-भट्ठों और खेतों में काम करने वालों के लिए भी दवा पहुंचाई जा रही है।
  • निगरानी टीम औचक निरीक्षण कर रही है कि दवा सही तरीके से वितरित हो रही है या नहीं।

इन बातों का रखें ध्यान

  • यह दवा खाली पेट न खाएं।
  • दो साल से छोटे बच्चों, गर्भवती महिलाओं और गंभीर रूप से बीमार लोगों को यह दवा नहीं देनी है।
  • दवा लेने के बाद कुछ लोगों को हल्का सिरदर्द, उल्टी, चक्कर या बुखार हो सकता है, जो संक्रमण खत्म होने का संकेत है।

फाइलेरिया के खात्मे के लिए जरूरी है जनभागीदारी

उपायुक्त ने सामाजिक संस्थाओं, मीडिया और आम जनता से अपील की है कि वे इस अभियान में बढ़-चढ़कर हिस्सा लें और हर व्यक्ति को दवा खाने के लिए प्रेरित करें। केवल सामूहिक प्रयासों से ही इस बीमारी को जड़ से खत्म किया जा सकता है।

अब भी मौका है – 10 मार्च तक लें दवा और फाइलेरिया से बचें

सरकार ने इस अभियान की अंतिम तिथि 10 मार्च तक बढ़ा दी है। जो लोग अब तक दवा नहीं ले सके हैं, वे अपने घरों में आने वाली मेडिकल टीम से इसे प्राप्त करें और तुरंत सेवन करें। यह सिर्फ एक गोली नहीं, बल्कि हाथी पांव से बचाव की ढाल है।

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Nihal Ravidas निहाल रविदास, जिन्होंने बी.कॉम की पढ़ाई की है, तकनीकी विशेषज्ञता, समसामयिक मुद्दों और रचनात्मक लेखन में माहिर हैं।