Jamshedpur Army Camp: Veterans की Welfare बैठक में उठे अहम मुद्दे, सुधार की पहल पर चर्चा

जमशेदपुर आर्मी कैंप में पूर्व सैनिकों के कल्याणार्थ तिमाही बैठक आयोजित। सैनिकों की समस्याओं, योजनाओं और सुविधाओं पर विस्तार से चर्चा। जानें बैठक के मुख्य बिंदु।

Dec 14, 2024 - 18:08
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Jamshedpur Army Camp: Veterans की Welfare बैठक में उठे अहम मुद्दे, सुधार की पहल पर चर्चा
Jamshedpur Army Camp: Veterans की Welfare बैठक में उठे अहम मुद्दे, सुधार की पहल पर चर्चा

जमशेदपुर के आर्मी कैंप में आयोजित पूर्व सैनिकों की तिमाही बैठक में सैनिकों और उनके परिवारों की बेहतरी के लिए कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा हुई। कर्नल किशोर सिंह, लेफ्टिनेंट कर्नल ताक़ीर मुंतखाब और कर्नल रजनीश शर्मा की अगुवाई में आयोजित इस बैठक में सेना के तीनों अंगों (जल, थल और नभ) से सेवानिवृत्त अधिकारी और जवान शामिल हुए।

बैठक का मुख्य उद्देश्य सैनिकों की कल्याणकारी योजनाओं को लागू करना और उनकी समस्याओं का समाधान सुनिश्चित करना था। इस अवसर पर वीर नारियों और सैनिकों को संबोधित करते हुए अधिकारियों ने महत्वपूर्ण घोषणाएं की।

SPARSH में माइग्रेशन की अपील

कर्नल किशोर सिंह ने सैनिकों और वीर नारियों से आग्रह किया कि वे जल्द से जल्द स्पर्श (SPARSH) पोर्टल पर माइग्रेट हो जाएं। यह पोर्टल पेंशन वितरण में पारदर्शिता और आसानी सुनिश्चित करता है। उन्होंने कहा, "यदि किसी सैनिक के व्यक्तिगत डेटा में कोई त्रुटि है, तो इसे समय रहते सुधार करवा लें।"

साथ ही, उन्होंने उन सैनिकों का पता लगाने और उनकी मदद करने की अपील की, जिन्होंने अब तक लाइफ सर्टिफिकेट जमा नहीं किया है।

सैनिक आराम घर और स्वास्थ्य सेवाएं

बैठक में सैनिक आराम घर बनाने के प्रस्ताव पर भी चर्चा की गई। लेफ्टिनेंट कर्नल ताक़ीर मुंतखाब ने कहा कि पूर्व सैनिकों की समस्याओं का समाधान हमारी प्राथमिकता है। इसके लिए समय-समय पर बड़ी बैठकों का आयोजन किया जाएगा।

कर्नल रजनीश शर्मा ने ईसीएचएस (Ex-Servicemen Contributory Health Scheme) में इलाज की बेहतर सेवाओं के लिए स्थानीय अस्पतालों के साथ समझौते पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में आर्मी कैंप को "क्लीन और ग्रीन" बनाने की दिशा में बड़े बदलाव किए जाएंगे।

सैनिक रैली का आवाहन

बैठक में उपस्थित अधिकारियों ने सभी पूर्व सैनिकों से 21 दिसंबर को रांची में होने वाली सैनिक रैली में शामिल होने की अपील की। उन्होंने कहा, "यह रैली सैनिकों की समस्याओं और सुझावों को प्रशासन तक पहुंचाने का एक मंच होगी।"

सिख रेजिमेंट के सूबेदार गोपाल सिंह ने स्पर्श पोर्टल की जानकारी साझा की और सोमवार को ईसीएचएस में आयोजित सहयोग शिविर में भाग लेने का अनुरोध किया।

इतिहास में सैनिक कल्याण योजनाओं की भूमिका

भारत में स्वतंत्रता के बाद से पूर्व सैनिकों के कल्याण के लिए कई योजनाएं बनाई गईं। पहले पेंशन और स्वास्थ्य सुविधाओं का वितरण मैन्युअल रूप से होता था, लेकिन डिजिटल युग में SPARSH पोर्टल जैसे प्लेटफॉर्म ने इन प्रक्रियाओं को पारदर्शी बना दिया है।

इसके अलावा, ईसीएचएस स्वास्थ्य योजना ने सैनिकों और उनके परिवारों को किफायती और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने में अहम भूमिका निभाई है।

भविष्य की योजनाएं और सुधार के सुझाव

बैठक में उपस्थित पूर्व सैनिकों ने भी अपनी समस्याओं और सुझावों को साझा किया। विवेक सिंह, डॉक्टर कमल शुक्ला और सुशील कुमार सिंह ने स्वास्थ्य सेवाओं और आराम घर निर्माण को प्राथमिकता देने की अपील की।

आर्मी कैंप को पर्यावरण अनुकूल बनाने और स्थानीय सैनिक संगठनों को मजबूत करने के लिए कई योजनाओं पर चर्चा की गई।

समाज और प्रशासन की जिम्मेदारी

पूर्व सैनिक न केवल देश के गौरव हैं, बल्कि उनकी सेवाएं समाज के लिए प्रेरणा भी हैं। अधिकारियों ने कहा कि पूर्व सैनिकों की बेहतरी के लिए सरकार और समाज को मिलकर काम करना होगा।

यह बैठक न केवल सैनिकों की समस्याओं के समाधान की दिशा में एक कदम थी, बल्कि उनके लिए बेहतर भविष्य की ओर एक नई उम्मीद भी जगाई।

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Nihal Ravidas निहाल रविदास, जिन्होंने बी.कॉम की पढ़ाई की है, तकनीकी विशेषज्ञता, समसामयिक मुद्दों और रचनात्मक लेखन में माहिर हैं।