Ulidih Firing: एनएच-33 पर 30-40 युवकों का ताबड़तोड़ हमला! रियल एस्टेट कारोबारी के दफ्तर में फायरिंग, रंगदारी का सनसनीखेज आरोप
जमशेदपुर के उलीडीह, एनएच-33 स्थित पांडेय कॉम्प्लेक्स में रविवार रात रियल एस्टेट कारोबारी सोनू शर्मा के दफ्तर पर साजन ग्रुप के 30-40 युवकों ने हमला कर दिया। मारपीट के बाद फायरिंग की गई (दीवार पर निशान मिले)। सोनू ने साजन मिश्रा पर ₹1 लाख रंगदारी मांगने का आरोप लगाया है। इलाके में दहशत।
जमशेदपुर में आपराधिक तत्वों के दुस्साहस की एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। उलीडीह थाना क्षेत्र के एनएच-33 स्थित पांडेय कॉम्प्लेक्स में रविवार रात रियल एस्टेट कारोबारी सोनू शर्मा के कार्यालय पर 30 से 40 युवकों के गुट ने ताबड़तोड़ हमला कर दिया। इस सामूहिक हमले में न केवल मारपीट और तोड़फोड़ हुई, बल्कि गोलीबारी की घटना से इलाके में हड़कंप मच गया।
यह घटना शहर के व्यस्त व्यावसायिक क्षेत्रों में भी बढ़ते गैंग कल्चर और रंगदारी की गंभीर समस्या को दर्शाती है। रात करीब 9:30 बजे हुई इस वारदात से कार्यालय परिसर में भगदड़ मच गई और पूरे क्षेत्र में दहशत का माहौल है।
30-40 युवकों ने दी खुली चुनौती
घटना के वक्त कारोबारी सोनू शर्मा अपने भाई दीपक कुमार और कुछ दोस्तों के साथ कार्यालय में बैठे थे। तभी साजन ग्रुप के बताए जा रहे 30 से 40 युवक, जो कथित तौर पर शराब के नशे में थे, अचानक वहां पहुंचे और सोनू शर्मा से कहासुनी शुरू कर दी।
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बढ़ा विवाद: मामूली कहासुनी ने जल्द ही हिंसक रूप ले लिया और मारपीट शुरू हो गई।
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गोलीबारी: इसी दौरान फायरिंग की गई। हालांकि गोली किसी को नहीं लगी, लेकिन दीवार पर गोली के निशान पाए गए हैं, जो इस गंभीर वारदात की पुष्टि करते हैं।
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तोड़फोड़: गोलीबारी के बाद हमलावर कार्यालय में जमकर तोड़फोड़ करते हुए आसानी से फरार हो गए।
कारोबारी ने लगाया रंगदारी का गंभीर आरोप
इस घटना के बाद पीड़ित कारोबारी सोनू शर्मा ने एक सनसनीखेज आरोप लगाया है। सोनू शर्मा ने सीधे तौर पर साजन मिश्रा पर ₹1 लाख रुपये रंगदारी (Extortion) मांगने का आरोप लगाया है। यदि यह आरोप सही है, तो यह घटना व्यवसायिक क्षेत्र में अपराधियों के बढ़ते हस्तक्षेप और संगठित अपराध की ओर इशारा करती है।
पुलिस जांच और सीसीटीवी पर टिकी निगाहें
घटना की सूचना मिलते ही उलीडीह थाना पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची। थाना प्रभारी ने बताया कि पुलिस को घटनास्थल से कोई खोखा (खाली कारतूस) नहीं मिला है, लेकिन दीवार पर मिले गोली के निशान एक गंभीर तथ्य है, जिसकी पुष्टि की जा रही है।
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जांच का फोकस: पुलिस अब आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है, ताकि हमलावरों की पहचान हो सके। फुटेज से न केवल आरोपियों की पहचान होगी, बल्कि हमले की पूरी प्रक्रिया भी स्पष्ट हो सकेगी।
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प्रारंभिक रिपोर्ट: पुलिस की प्रारंभिक जांच में फायरिंग की पूर्ण पुष्टि अभी नहीं हो पाई है, लेकिन पुलिस रंगदारी समेत सभी पहलुओं पर गहन जांच कर रही है।
स्थानीय लोगों में इस बड़ी वारदात के बाद दहशत है। पुलिस ने दोषियों को जल्द गिरफ्तार करने और इलाके में सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने का आश्वासन दिया है। इस घटना से यह साफ हो गया है कि रियल एस्टेट जैसे फलते-फूलते कारोबार में अपराधियों का दखल बढ़ता जा रहा है, जिससे सुरक्षित व्यावसायिक वातावरण पर खतरा मंडरा रहा है।
आपकी राय में, व्यवसायियों से रंगदारी मांगने और इस तरह के गैंग हमलों को रोकने के लिए पुलिस को कौन से कड़े और निवारक कदम उठाने चाहिए?
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