Jamshedpur Firing : जमशेदपुर में चलती कार में लगी भीषण आग: जानें कैसे चालक ने बचाई जान!
जमशेदपुर के कीनन स्टेडियम के पास चलती स्विफ्ट डिजायर में अचानक आग लगने की घटना से मची अफरातफरी। जानें क्या हुआ और कैसे चालक ने समय रहते खुद को बचाया।
जमशेदपुर में चलती कार में अचानक लगी आग, दमकल पहुंचने में लगा 50 मिनट, कोई हताहत नहीं
जमशेदपुर के बिस्टुपुर थाना क्षेत्र में कीनन स्टेडियम के समीप एक हैरान कर देने वाली घटना सामने आई। मंगलवार सुबह, बिस्टुपुर से साकची की ओर जा रही एक स्विफ्ट डिजायर कार में अचानक आग लग गई। चलती गाड़ी के बोनट से धुआं उठता देख चालक ने तुरंत कार को सड़क किनारे रोका और बाहर कूदकर अपनी जान बचाई।
इस घटना ने वहां के ट्रैफिक को पूरी तरह रोक दिया। स्थानीय लोग हैरान थे और जल्द ही भीड़ इकट्ठा हो गई। हालांकि, सूचना मिलते ही अग्निशमन विभाग की एक टीम मौके पर पहुंची और लगभग 50 मिनट की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया।
कैसे हुआ हादसा?
घटना के वक्त कार कीनन स्टेडियम के पास थी। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, गाड़ी के बोनट से अचानक धुआं निकलने लगा।
चालक ने स्थिति को भांपते हुए गाड़ी रोक दी और तुरंत बाहर निकल आया। कुछ ही क्षणों में कार में आग की तेज लपटें उठने लगीं।
स्थानीय लोगों ने आग को बुझाने की कोशिश की, लेकिन लपटें इतनी तेज थीं कि आग पर नियंत्रण पाना मुश्किल हो गया।
शार्ट सर्किट बनी आग की वजह
फायर ब्रिगेड की शुरुआती जांच में यह बात सामने आई है कि कार में आग लगने का कारण शार्ट सर्किट था। विशेषज्ञों के अनुसार, गर्मी, खराब वायरिंग, या लंबे समय तक गाड़ी का उपयोग किए जाने से इस तरह की घटनाएं होती हैं।
घटना स्थल पर मची अफरा-तफरी
घटना के दौरान सड़क पर ट्रैफिक पूरी तरह ठप हो गया। बिस्टुपुर से साकची और इसके उल्टे रास्ते पर जाने वाले वाहन रुक गए।
सड़क पर लंबा जाम लग गया, और लोग आग की वीडियो बनाते दिखे। सोशल मीडिया पर भी इस घटना का वीडियो वायरल हो गया।
स्थानीय लोगों ने फायर ब्रिगेड को कॉल किया, लेकिन दमकल को मौके पर पहुंचने में लगभग 50 मिनट का समय लग गया। तब तक कार पूरी तरह जल चुकी थी।
चालक ने ऐसे बचाई अपनी जान
इस हादसे में सबसे राहत की बात यह रही कि चालक ने समय पर सतर्कता दिखाते हुए अपनी जान बचा ली।
अगर चालक ने समय पर धुआं देखकर गाड़ी न रोकी होती, तो यह हादसा बड़ी दुर्घटना में बदल सकता था।
इस घटना से क्या सबक मिला?
-
वाहन की नियमित सर्विसिंग कराएं:
- कई बार वाहनों में शार्ट सर्किट जैसी घटनाएं खराब मेंटेनेंस के कारण होती हैं।
- सभी वाहन मालिकों को नियमित रूप से गाड़ी की वायरिंग और अन्य तकनीकी हिस्सों की जांच करानी चाहिए।
-
फायर एक्सटिंग्विशर का उपयोग करें:
- गाड़ियों में छोटे फायर एक्सटिंग्विशर रखना जरूरी है। आग की शुरुआती स्थिति में इसे काबू किया जा सकता है।
-
सतर्कता और त्वरित प्रतिक्रिया:
- चालक ने समय पर स्थिति को समझा और गाड़ी से बाहर निकलकर अपनी जान बचाई। यह किसी भी आपात स्थिति में सबसे जरूरी कदम है।
-
फायर ब्रिगेड की समय पर प्रतिक्रिया:
- इस घटना ने एक बार फिर दिखाया कि आग जैसी घटनाओं में समय पर दमकल की उपलब्धता कितनी जरूरी है।
जमशेदपुर में सड़क सुरक्षा और आग प्रबंधन पर सवाल
इस घटना ने जमशेदपुर के फायर मैनेजमेंट सिस्टम पर सवाल खड़े किए हैं। दमकल को मौके पर पहुंचने में 50 मिनट का समय लगा, जो बेहद चिंताजनक है।
आग लगने की घटनाएं भारत में लगातार बढ़ रही हैं, और इसका मुख्य कारण वाहनों की मेंटेनेंस की कमी और फायर सेफ्टी के प्रति जागरूकता का अभाव है।
- हर साल भारत में वाहनों में आग लगने की सैकड़ों घटनाएं होती हैं।
- शहरी क्षेत्रों में ऐसी घटनाएं और भी ज्यादा देखने को मिलती हैं।
गाड़ी में आग लगने पर क्या करें?
-
धुआं उठते ही गाड़ी को तुरंत रोकें:
अगर वाहन से धुआं उठता है या जलने की गंध आती है, तो गाड़ी को तुरंत सड़क किनारे रोकें। -
इंजन बंद करें और गाड़ी से बाहर निकलें:
इंजन को बंद करें और सभी यात्रियों को गाड़ी से बाहर निकलने को कहें। -
फायर ब्रिगेड को कॉल करें:
तुरंत 101 नंबर पर कॉल करें और आग की सूचना दें। -
भीड़भाड़ से बचें:
आग के दौरान वाहन के आसपास भीड़ लगाने से स्थिति और खराब हो सकती है।
What's Your Reaction?