Jamshedpur Suicide: प्यार बना मौत की वजह! पड़ोसी की धमकी से तंग आकर युवक ने दी जान
जमशेदपुर के गोलमुरी में 24 वर्षीय युवक प्रेम कुमार ने पड़ोसी की धमकी से तंग आकर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। युवक का पड़ोसी की बेटी से प्रेम प्रसंग था, जिससे नाराज पड़ोसी ने उसे धमकाया था। पुलिस जांच में जुटी।

झारखंड के जमशेदपुर में एक दर्दनाक घटना सामने आई है, जहां प्यार एक युवक की मौत की वजह बन गया। गोलमुरी थाना क्षेत्र के गाढ़ाबासा में 24 वर्षीय प्रेम कुमार ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। कहा जा रहा है कि प्रेम पड़ोसी की बेटी से प्यार करता था, लेकिन लड़की के परिवार को यह रिश्ता मंजूर नहीं था। इसी विरोध के चलते पड़ोसी शंभु ने युवक को धमकी दी थी, जिससे मानसिक रूप से परेशान होकर प्रेम ने अपनी जान दे दी।
कैसे घटी यह दर्दनाक घटना?
मृतक के भाई बंटी कुमार ने बताया कि बीती रात उसके भाई को पड़ोस में रहने वाले शंभु ने सख्त लहजे में धमकी दी थी। प्रेम कुमार उस रात खाना खाने के बाद अपने कमरे में सोने चला गया। सुबह जब काफी देर तक दरवाजा नहीं खुला, तो घरवालों को चिंता हुई। उन्होंने खिड़की तोड़ी, तो अंदर का नज़ारा देख दंग रह गए—प्रेम वेंटीलेटर के सहारे फांसी के फंदे से लटका हुआ था।
परिवार वालों का कहना है कि प्रेम और शंभु की बेटी के बीच लंबे समय से प्रेम प्रसंग चल रहा था, लेकिन लड़की का परिवार इसे स्वीकारने को तैयार नहीं था। प्रेम के भाई ने शंभु पर मानसिक उत्पीड़न और धमकाने का आरोप लगाया है।
पुलिस की जांच और आगे की कार्रवाई
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस इस मामले की हर एंगल से जांच कर रही है, खासकर यह देखने के लिए कि क्या वास्तव में युवक को आत्महत्या के लिए उकसाया गया था।
गोलमुरी थाना प्रभारी ने बताया कि परिजनों से पूछताछ जारी है और शंभु से भी पूछताछ की जाएगी। पुलिस का कहना है कि अगर धमकी देने का आरोप सही पाया जाता है, तो सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
प्यार और समाज की हकीकत: क्यों बढ़ रहे ऐसे मामले?
भारत में प्रेम-प्रसंग से जुड़े आत्महत्या और ऑनर किलिंग के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। कई परिवार सामाजिक दबाव, जात-पात और प्रतिष्ठा के नाम पर रिश्तों को स्वीकारने से इनकार कर देते हैं।
2018 में झारखंड के ही कोडरमा में एक ऐसा ही मामला सामने आया था, जहां परिवार के दबाव में आकर एक युवक-युवती ने जहर खाकर जान दे दी थी। इसी तरह, 2020 में बिहार के मुजफ्फरपुर में एक युवक को लड़की के परिवार वालों ने इतना प्रताड़ित किया कि उसने आत्महत्या कर ली थी।
कानूनी पहलू: आत्महत्या के लिए उकसाने पर क्या है सजा?
भारतीय कानून के तहत, अगर कोई व्यक्ति किसी को आत्महत्या के लिए उकसाता है या मानसिक रूप से इतना प्रताड़ित करता है कि वह आत्महत्या करने पर मजबूर हो जाए, तो उसे IPC की धारा 306 के तहत दंडित किया जा सकता है। इसमें दोषी को 10 साल तक की सजा और जुर्माना हो सकता है।
समाज को क्या सबक लेना चाहिए?
इस घटना ने एक बार फिर से यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि आखिर समाज को कब प्यार स्वीकार करना आएगा? अगर प्रेम कुमार को मानसिक रूप से प्रताड़ित नहीं किया जाता, तो शायद वह आज जिंदा होता।
समाज को समझना होगा कि प्यार किसी जाति, धर्म या प्रतिष्ठा का मोहताज नहीं होता। जरूरत है कि हम युवाओं को मानसिक रूप से मजबूत करें और उन्हें ऐसा माहौल दें, जहां वे अपनी जिंदगी के फैसले बिना किसी डर के ले सकें।
क्या होगा अब?
पुलिस इस मामले में आगे की जांच कर रही है और परिवार से पूछताछ कर रही है। अगर शंभु के खिलाफ पर्याप्त सबूत मिलते हैं, तो उसके खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया जाएगा।
लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह है—क्या प्रेम कुमार को न्याय मिलेगा?
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