जमशेदपुर में महिला की संदिग्ध मौत पर परिजनों का आक्रोश, पांच दिन बाद भी कार्रवाई नहीं
जमशेदपुर के सिदगोड़ा निवासी प्रीति देवी की संदिग्ध मौत पर परिजन आक्रोशित हैं। मुख्य आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर एसएसपी को ज्ञापन सौंपा गया।
जमशेदपुर, 30 सितंबर 2024: सिदगोड़ा निवासी प्रीति देवी की संदिग्ध मौत के मामले में पांच दिन बीत जाने के बाद भी कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। इस घटना से नाराज परिजन सोमवार को एसएसपी से मिले और उन्हें ज्ञापन सौंपकर न्याय की मांग की। मृतका के पिता राजेश कुमार रजक ने बताया कि पुलिस ने उनके दामाद को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है, लेकिन बाकी आरोपी अब भी खुलेआम घूम रहे हैं।
मृतका के परिवार का आरोप है कि प्रीति की आत्महत्या के लिए उसके ससुराल वाले जिम्मेदार हैं। उनके अनुसार, प्रीति को जातिगत भेदभाव के कारण प्रताड़ित किया गया था, जिससे तंग आकर उसने आत्महत्या कर ली।
परिजनों का कहना है कि सुसाइड नोट में साफ तौर पर प्रीति ने अपने ससुराल वालों का नाम लिया है। उसमें भसुर रविन्दर यादव, ससुर कामाता यादव, सास प्रभावती देवी और ननद पूजा देवी को मुख्य आरोपी बताया गया है।
परिवार का आरोप है कि पुलिस ने दामाद से पूछताछ के बाद उसे जेल भेज दिया, लेकिन मुख्य आरोपी अब भी गिरफ्तार नहीं किए गए हैं।
परिजन अब एसएसपी से उम्मीद कर रहे हैं कि इस मामले में जल्दी से कार्रवाई की जाएगी। उनका कहना है कि जब तक सभी आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया जाता, तब तक उन्हें न्याय नहीं मिलेगा।
इस घटना ने सिदगोड़ा के लोगों में भी आक्रोश पैदा कर दिया है, और लोग चाहते हैं कि प्रीति के साथ हुए अन्याय के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएं।
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