जमशेदपुर की एसडीओ बनीं शताब्दी मजुमदार, पारुल सिंह का तबादला
जमशेदपुर की नई एसडीओ शताब्दी मजुमदार बनीं, पारुल सिंह का तबादला हुआ। शनिवार को छह प्रशासनिक अधिकारियों के तबादले किए गए, जिसमें कई अहम पद शामिल हैं।
जमशेदपुर की नई उपविकास पदाधिकारी (एसडीओ) शताब्दी मजुमदार को नियुक्त किया गया है। इसके पहले एसडीओ पारुल सिंह जमशेदपुर में थीं, लेकिन उनका शनिवार को प्रशासनिक आदेश के तहत ट्रांसफर कर दिया गया। शताब्दी मजुमदार, जो आईटीडीए (एकीकृत जनजातीय विकास एजेंसी) की पूर्व परियोजना निदेशक थीं, अब जमशेदपुर की नई एसडीओ के रूप में पदभार संभालेंगी।
यह तबादला केवल एसडीओ के पद तक सीमित नहीं रहा, बल्कि राज्य सरकार ने कुल छह प्रशासनिक पदाधिकारियों का भी तबादला किया है। इनमें कई महत्वपूर्ण पदों पर अधिकारियों की नियुक्ति की गई है।
अन्य प्रमुख तबादले:
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एडीएम लॉ एंड आर्डर अमरेंद्र कुमार को कृषि, पशुपालन और सहकारिता विभाग का उप सचिव बनाया गया है। यह तबादला उनके कर्तव्यों में महत्वपूर्ण बदलाव को दर्शाता है।
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एनईपी के निदेशक और प्रभारी एडीसी अजय कुमार साव का तबादला कोल्हान के परिवहन प्राधिकार सचिव के रूप में कर दिया गया है। इस नई भूमिका में उन्हें परिवहन व्यवस्था पर नजर रखनी होगी।
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मानगो नगर निगम के अपर आयुक्त रंजीत लोहरा को स्वास्थ्य विभाग में उप सचिव बनाया गया है। स्वास्थ्य विभाग में उनकी नई जिम्मेदारियां और भी महत्वपूर्ण होंगी, खासकर स्वास्थ्य सेवा सुधार पर ध्यान केंद्रित करना।
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कार्यपालक पदाधिकारी सुमित प्रकाश का तबादला ग्रामीण विकास विभाग में किया गया है। ग्रामीण क्षेत्र के विकास में उनकी भूमिका अहम होगी।
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जिला कल्याण पदाधिकारी राजेंद्र गुप्ता की जगह सरायकेला के डीटीओ (जिला परिवहन अधिकारी) शंकराचार्य की पोस्टिंग की गई है। शंकराचार्य अब जमशेदपुर में अपनी सेवाएं देंगे।
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खाली पड़े एडीएम लॉ एंड आर्डर के पद पर खूंटी के एसडीएम अनिकेत सचान की पोस्टिंग की गई है। अनिकेत सचान अब इस महत्वपूर्ण प्रशासनिक पद पर अपनी जिम्मेदारी निभाएंगे।
शताब्दी मजुमदार की चुनौतियां:
शताब्दी मजुमदार पहली बार जमशेदपुर में एसडीओ के रूप में तैनात हो रही हैं, और यह उनके लिए एक महत्वपूर्ण प्रशासनिक कदम है। शहर में कानून-व्यवस्था को बनाए रखना, सरकारी योजनाओं को लागू करना और नागरिक प्रशासन को सुदृढ़ करना उनकी प्राथमिकताओं में रहेगा।
इस बीच, पारुल सिंह, जिन्होंने पहले इस पद को संभाला था, ने शहर में कानून-व्यवस्था को बेहतर बनाए रखने के लिए महत्वपूर्ण काम किए थे। अब शताब्दी मजुमदार से भी यह उम्मीद की जा रही है कि वे शहर की प्रशासनिक व्यवस्था को और मजबूत बनाएंगी।
इन तबादलों से प्रशासनिक व्यवस्था में नए बदलाव देखने को मिलेंगे, जो सरकारी सेवाओं की दक्षता और प्रभावशीलता को बढ़ाने के उद्देश्य से किए गए हैं। शताब्दी मजुमदार और अन्य अधिकारियों के नई जिम्मेदारियों को लेकर जनता को भी सकारात्मक परिणामों की उम्मीद है।
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