Mango Strike: बदले की आग, शिवम मिश्रा की हत्या का खौफनाक प्लान फेल, मुर्दा मैदान में हथियारों के साथ घेरे गए 4 शूटर

जमशेदपुर के मानगो स्थित ओलीडीह में मुर्दा मैदान के पास हत्या की नीयत से घात लगाए बैठे मोनी मोहंती और उसके 3 साथियों को पुलिस ने दबोच लिया है। शिवम मिश्रा की हत्या के लिए की गई रेकी और दादा को मिली धमकी के पीछे छिपे खौफनाक सिंडिकेट की पूरी हकीकत यहाँ दी गई है वरना आप भी शहर में रची जा रही इस बड़ी खूनी साजिश से अनजान रह जाएंगे।

Dec 24, 2025 - 16:58
Dec 24, 2025 - 16:58
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Mango Strike: बदले की आग, शिवम मिश्रा की हत्या का खौफनाक प्लान फेल, मुर्दा मैदान में हथियारों के साथ घेरे गए 4 शूटर
Mango Strike: बदले की आग, शिवम मिश्रा की हत्या का खौफनाक प्लान फेल, मुर्दा मैदान में हथियारों के साथ घेरे गए 4 शूटर

जमशेदपुर, 24 दिसंबर 2025 – लौहनगरी के मानगो स्थित ओलीडीह इलाके में पुलिस ने एक बड़ी खूनी वारदात को होने से चंद मिनटों पहले ही रोक दिया। एसएसपी को मिली गुप्त सूचना के आधार पर हुई इस 'सर्जिकल स्ट्राइक' में मुर्दा मैदान के पास से चार पेशेवर अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है। ये अपराधी आदर्शनगर निवासी शिवम मिश्रा की हत्या करने के उद्देश्य से हथियार लोड कर निकले थे। सिटी एसपी कुमार शिवाशीष ने बुधवार को मामले का खुलासा करते हुए बताया कि अगर पुलिस कुछ देर और देरी करती, तो शहर में एक और गैंगवार या हत्या की खबर सुर्खियां बटोर रही होती।

इतिहास: मानगो का 'क्राइम ग्राफ़' और मुर्दा मैदान की दहशत

ऐतिहासिक रूप से जमशेदपुर का मानगो क्षेत्र अपनी घनी आबादी और भौगोलिक स्थिति के कारण अपराधियों के लिए हमेशा से 'सेफ जोन' रहा है। ओलीडीह का मुर्दा मैदान और आसपास का इलाका 1990 के दशक से ही स्थानीय गिरोहों की गुप्त बैठकों का केंद्र माना जाता रहा है। पिछले 10 वर्षों में मानगो में 'बदले की राजनीति' और जमीन विवाद ने कई युवा चेहरों को अपराधी बना दिया है। मोनी मोहंती जैसे अपराधी, जिनका पुराना आपराधिक इतिहास रहा है, इसी खूनी विरासत को आगे बढ़ा रहे हैं। आज की कार्रवाई ने यह साबित कर दिया है कि पुलिस का मुखबिर तंत्र अब इन पुराने अड्डों पर भारी पड़ रहा है।

घेराबंदी और मैराथन चेस: जब जान बचाकर भागने लगे अपराधी

एसएसपी के निर्देश पर डीएसपी पटमदा के नेतृत्व में एक स्पेशल टीम का गठन किया गया। पुलिस को सटीक सूचना मिली थी कि मुर्दा मैदान के सुनसान कोने में चार युवक संदिग्ध हथियारों के साथ किसी बड़े 'टारगेट' का इंतज़ार कर रहे हैं।

  • खौफनाक मंजर: जैसे ही पुलिस की टीम ने मैदान को चारों तरफ से घेरा, चारों अपराधी पुलिस वाहन देखते ही गलियों और खेतों की ओर भागने लगे।

  • दबोचे गए शूटर: पुलिस जवानों ने करीब आधा किलोमीटर तक पीछा कर चारों को धर दबोचा। तलाशी के दौरान इनके पास से एक लोडिड देशी पिस्टल, दो जिंदा गोलियां और मोबाइल फोन बरामद किए गए।

बदले की कहानी: 'शिवम मिश्रा' था निशाने पर

गिरफ्तारी के बाद मुख्य आरोपी मोनी मोहंती ने जो खुलासे किए, उसने पुलिस के भी होश उड़ा दिए।

  1. छेड़छाड़ का बदला: मोनी ने बताया कि आदर्शनगर निवासी शिवम मिश्रा ने किसी बात पर उनसे पंगा लिया था (छेड़छाड़ का मामला), जिसका बदला लेने के लिए उन्होंने शिवम की हत्या की पूरी स्क्रिप्ट तैयार की थी।

  2. असफल प्रयास: 21 दिसंबर को ये चारों अपराधी शिवम के घर उसे मारने पहुँचे थे, लेकिन किस्मत से शिवम घर पर नहीं मिला। गुस्से में अपराधियों ने उसके दादा को जान से मारने की धमकी भी दी थी।

  3. लगातार रेकी: पकड़े गए अपराधियों के मोबाइल से पता चला है कि वे पिछले कई दिनों से शिवम की हर मूवमेंट पर नज़र रख रहे थे।

पुलिस ऑपरेशन का संक्षिप्त विवरण (Case Snapshot)

विवरण जानकारी
गिरफ्तार अभियुक्त मोनी मोहंती, विकास मंडल, अंकित सिंह, प्रिंस शर्मा
बरामदगी 01 देशी पिस्टल, 02 जिंदा गोली, मोबाइल
टारगेट शिवम मिश्रा (निवासी- आदर्शनगर)
पुलिस टीम नेतृत्व डीएसपी पटमदा एवं ओलीडीह थाना पुलिस
कार्रवाई स्थल मुर्दा मैदान के पास, ओलीडीह (मानगो)

अपराधियों का 'बैकग्राउंड' और पुलिस की चेतावनी

सिटी एसपी ने बताया कि मोनी मोहंती एक शातिर अपराधी है और पहले भी कई मामलों में जेल जा चुका है। उसके साथ गिरफ्तार हुए विकास मंडल, अंकित सिंह और प्रिंस शर्मा भी इलाके में दहशत फैलाने का काम करते थे। पुलिस अब इन चारों के 'कॉल रिकॉर्ड्स' खंगाल रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि इन्हें हथियार किसने सप्लाई किए थे और इस साजिश में और कौन-कौन से बड़े नाम शामिल हैं।

टल गई एक बड़ी वारदात

ओलीडीह की इस कार्रवाई ने मानगो के लोगों को चैन की सांस दी है। अगर ये अपराधी पकड़े नहीं जाते, तो शहर के बीचों-बीच गोलियों की गूँज सुनाई देना तय था। फिलहाल पुलिस ने चारों को जेल भेज दिया है और आदर्शनगर में शिवम मिश्रा के घर की सुरक्षा भी बढ़ा दी गई है। यह केस याद दिलाता है कि जमशेदपुर में 'रंजिश' की आग कितनी जल्दी खूनी मोड़ ले लेती है।

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Manish Tamsoy मनीष तामसोय कॉमर्स में मास्टर डिग्री कर रहे हैं और खेलों के प्रति गहरी रुचि रखते हैं। क्रिकेट, फुटबॉल और शतरंज जैसे खेलों में उनकी गहरी समझ और विश्लेषणात्मक क्षमता उन्हें एक कुशल खेल विश्लेषक बनाती है। इसके अलावा, मनीष वीडियो एडिटिंग में भी एक्सपर्ट हैं। उनका क्रिएटिव अप्रोच और टेक्निकल नॉलेज उन्हें खेल विश्लेषण से जुड़े वीडियो कंटेंट को आकर्षक और प्रभावी बनाने में मदद करता है। खेलों की दुनिया में हो रहे नए बदलावों और रोमांचक मुकाबलों पर उनकी गहरी पकड़ उन्हें एक बेहतरीन कंटेंट क्रिएटर और पत्रकार के रूप में स्थापित करती है।