Mango Drugbust: मुर्दा मैदान से 140 पुड़िया ब्राउन शुगर जब्त! कुख्यात बबन खान समेत दो ड्रग तस्कर रंगेहाथ गिरफ्तार, नशे के नेटवर्क पर बड़ा वार
जमशेदपुर के मानगो (ओलीडीह ओपी) में रविवार को पुलिस ने मुर्दा मैदान के पास 18 ग्राम (140 पुड़िया) ब्राउन शुगर और ₹2000 नकद के साथ दो कुख्यात तस्करों, बबन खान उर्फ शेख बबन और पवन साहू, को गिरफ्तार किया। पुलिस ने इसे नशे के कारोबार पर बड़ी सफलता बताया।
जमशेदपुर के मानगो थाना क्षेत्र (ओलीडीह ओपी) में रविवार को पुलिस ने नशा तस्करों के खिलाफ बड़ी और निर्णायक कार्रवाई करते हुए दो कुख्यात अपराधियों को ब्राउन शुगर की अवैध बिक्री करते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। यह गिरफ्तारी न केवल स्थानीय युवाओं को नशे के दलदल में धकेल रहे नेटवर्क पर कड़ा प्रहार है, बल्कि यह भी साबित करती है कि पुलिस शहर को नशामुक्त बनाने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।
यह कार्रवाई पूर्वी सिंहभूम के वरीय पुलिस अधीक्षक को मिली गुप्त सूचना के आधार पर की गई, जो दर्शाती है कि उच्चाधिकारी भी शहर में बढ़ते नशे के कारोबार को लेकर कितने गंभीर हैं। जिस स्थान पर यह गिरफ्तारी हुई—ओलीडीह ओपी क्षेत्र का मुर्दा मैदान—वह अक्सर असामाजिक तत्वों का अड्डा बना रहता था, जहां से यह जहर युवाओं तक पहुंचाया जाता था।
₹2000 नकद के साथ 140 पुड़िया जब्त
नशे के सौदागरों को धर दबोचने के लिए पुलिस अधीक्षक (नगर) की निगरानी में पुलिस उपाधीक्षक पटमदा बचनदेव कुजुर के नेतृत्व में एक विशेष और तेज-तर्रार टीम का गठन किया गया। टीम ने बिना देर किए मुर्दा मैदान के पास त्वरित छापामारी की।
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गिरफ्तारी: पुलिस ने मौके से दो आरोपियों—बबन खान उर्फ शेख बबन और पवन साहू—को गिरफ्तार किया।
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बरामदगी: गिरफ्तार आरोपियों के पास से कुल 140 पुड़िया ब्राउन शुगर (जिसका कुल वजन 18 ग्राम है) और ₹2000 रुपये नगद बरामद किए गए। यह नगद राशि मौके पर हुई अवैध खरीद-बिक्री का प्रमाण है।
कुख्यात तस्करों का पुराना आपराधिक रिकॉर्ड
डीएसपी पटमदा वचन देव कुजुर ने बताया कि गिरफ्तार दोनों आरोपियों का आपराधिक रिकॉर्ड रहा है। ये दोनों पूर्व में भी नशा कारोबार से जुड़े रहे हैं।
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दर्ज मामले: इन दोनों के विरुद्ध मानगो, सीतारामडेरा और ओलीडीह ओपी जैसे विभिन्न थानों में कई गंभीर मामले दर्ज हैं। उनका दुस्साहस इतना बढ़ गया था कि पुराने मामलों के बावजूद वे खुलेआम अपना अवैध कारोबार जारी रखे हुए थे।
पुलिस ने इस कार्रवाई को क्षेत्र में सक्रिय नशा तस्करों पर अंकुश लगाने की दिशा में बड़ी सफलता बताया है। ओलीडीह ओपी प्रभारी दीपक कुमार ठाकुर समेत पूरी छापामारी दल की तत्परता की वजह से यह महत्वपूर्ण सफलता हासिल हुई।
यह गिरफ्तारी जमशेदपुर को ड्रग्स मुक्त बनाने के पुलिस के संकल्प को मजबूत करती है। पुलिस अब इन तस्करों से पूछताछ कर रही है ताकि इस नेटवर्क के मुख्य सरगना और ब्राउन शुगर के स्रोत तक पहुंचा जा सके, जिससे शहर में नशे के कारोबार की जड़ों को पूरी तरह से काटा जा सके।
आपकी राय में, नशा तस्करों को पकड़ने के बाद पुलिस को उनके नेटवर्क को तोड़ने के लिए किस तरह की जांच को सबसे ज़्यादा प्राथमिकता देनी चाहिए?
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