Jamshedpur Investigation: मानगो में ट्रांसपोर्टर हत्याकांड की जांच में नया मोड़, 10 साल पुरानी रंजिश आई सामने

जमशेदपुर के मानगो में ट्रांसपोर्टर संतोष सिंह की हत्या। जानें 10 साल पुरानी रंजिश और पुलिस की जांच का नया मोड़।

Jan 20, 2025 - 13:23
 0
Jamshedpur Investigation: मानगो में ट्रांसपोर्टर हत्याकांड की जांच में नया मोड़, 10 साल पुरानी रंजिश आई सामने
Jamshedpur Investigation: मानगो में ट्रांसपोर्टर हत्याकांड की जांच में नया मोड़, 10 साल पुरानी रंजिश आई सामने

जमशेदपुर के मानगो क्षेत्र में रविवार की रात हुई ट्रांसपोर्टर संतोष सिंह की हत्या ने पूरे शहर को झकझोर दिया है। पुलिस की जांच में अब यह स्पष्ट हो रहा है कि यह हत्या 10 साल पुरानी एक रंजिश का बदला है। गुरुद्वारा रोड पर हुई इस घटना ने कई अनसुलझे सवाल खड़े कर दिए हैं।

क्या है पूरा मामला?

पुलिस की शुरुआती जांच के अनुसार, संतोष सिंह की हत्या पशुपतिनाथ दीक्षित उर्फ डब्बू दीक्षित की हत्या का बदला लेने के लिए की गई है। 12 सितंबर 2014 को डब्बू दीक्षित की हत्या उनके घर के पास गोली मारकर कर दी गई थी। इस मामले में तत्कालीन कांग्रेस व्यापार प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष जीतेंद्र सिंह समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया था, जिसमें संतोष सिंह भी शामिल थे।

डब्बू दीक्षित की हत्या के बाद उनके परिजनों ने आरोपियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई थी। अब पुलिस का मानना है कि इस हत्याकांड की कड़ी उसी पुराने मामले से जुड़ी हो सकती है।

हत्या के दिन क्या हुआ?

संतोष सिंह अपनी भतीजी की शादी की तैयारी में व्यस्त थे। तभी अपराधियों ने उन्हें घेर लिया और गोलीबारी शुरू कर दी। संतोष ने बचने की कोशिश की और पास के एक मकान में छुपने की कोशिश की, लेकिन अपराधी वहां भी पहुंच गए और गोली मार दी।

पुलिस की जांच और नए तथ्य

पुलिस की जांच में रोहित दीक्षित का नाम सामने आ रहा है, जो डब्बू दीक्षित का बेटा है। पुलिस का मानना है कि यह हत्या बदले की भावना से की गई है। जांच अधिकारियों ने इस दिशा में अनुसंधान तेज कर दिया है और सभी संदिग्धों से पूछताछ जारी है।

इतिहास में झांकें: मानगो क्षेत्र और अपराध

मानगो क्षेत्र ने पहले भी कई आपराधिक घटनाओं को देखा है। 2014 में हुई डब्बू दीक्षित की हत्या ने इलाके में सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े किए थे। इसके बाद प्रशासन ने कुछ कदम उठाए, लेकिन फिर भी ऐसी घटनाओं पर पूरी तरह रोक नहीं लग सकी।

स्थानीय निवासियों की प्रतिक्रिया

घटना के बाद स्थानीय लोग डरे हुए हैं। गुरुद्वारा रोड जैसे व्यस्त इलाके में इस तरह की घटना ने सुरक्षा उपायों की कमी को उजागर किया है। लोगों का कहना है कि पुलिस को इलाके में गश्त बढ़ानी चाहिए और सीसीटीवी कैमरे लगाए जाने चाहिए।

क्या हो सकते हैं समाधान?

  1. सख्त कानून और पुलिस गश्त: सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए नियमित गश्त और कानून का सख्ती से पालन किया जाना चाहिए।
  2. सीसीटीवी कैमरे: ऐसे संवेदनशील इलाकों में कैमरे लगाना जरूरी है ताकि अपराधियों की पहचान तुरंत हो सके।
  3. समाज में जागरूकता: पुराने विवादों को खत्म करने और संवाद को बढ़ावा देने के लिए सामाजिक पहल करनी चाहिए।

संतोष सिंह की हत्या ने मानगो क्षेत्र में कानून व्यवस्था को लेकर कई गंभीर सवाल खड़े किए हैं। यह घटना केवल एक परिवार की त्रासदी नहीं है, बल्कि पूरे समाज के लिए चेतावनी है कि पुरानी रंजिशें कैसे हिंसक रूप ले सकती हैं। उम्मीद है कि पुलिस जल्द ही इस मामले की तह तक पहुंचेगी और आरोपियों को सजा दिलाएगी।

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow

Manish Tamsoy मनीष तामसोय कॉमर्स में मास्टर डिग्री कर रहे हैं और खेलों के प्रति गहरी रुचि रखते हैं। क्रिकेट, फुटबॉल और शतरंज जैसे खेलों में उनकी गहरी समझ और विश्लेषणात्मक क्षमता उन्हें एक कुशल खेल विश्लेषक बनाती है। इसके अलावा, मनीष वीडियो एडिटिंग में भी एक्सपर्ट हैं। उनका क्रिएटिव अप्रोच और टेक्निकल नॉलेज उन्हें खेल विश्लेषण से जुड़े वीडियो कंटेंट को आकर्षक और प्रभावी बनाने में मदद करता है। खेलों की दुनिया में हो रहे नए बदलावों और रोमांचक मुकाबलों पर उनकी गहरी पकड़ उन्हें एक बेहतरीन कंटेंट क्रिएटर और पत्रकार के रूप में स्थापित करती है।