Jamshedpur Fire: लोधाशोली जंगल में लगी आग, 120 पेटी अंडे जलकर राख, लाखों का नुकसान

झारखंड के लोधाशोली जंगल में आग लगने से 120 पेटी अंडे जलकर राख, लाखों का नुकसान। वन विभाग और दमकल की तत्परता से बड़ा हादसा टला। जानें पूरी खबर।

Feb 14, 2025 - 20:31
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Jamshedpur Fire: लोधाशोली जंगल में लगी आग, 120 पेटी अंडे जलकर राख, लाखों का नुकसान
Jamshedpur Fire: लोधाशोली जंगल में लगी आग, 120 पेटी अंडे जलकर राख, लाखों का नुकसान

जमशेदपुर: झारखंड के चाकुलिया प्रखंड में शुक्रवार की शाम एक भयावह घटना घटी, जब लोधाशोली जंगल में अचानक आग भड़क उठी। यह आग इतनी विकराल थी कि पास से गुजर रहा एक अंडों से लदा वाहन भी इसकी चपेट में आ गया, जिससे 120 पेटी अंडे जलकर राख हो गए और लाखों का नुकसान हुआ। वन विभाग और दमकल कर्मियों की तत्परता से आग पर काबू पाया गया, लेकिन तब तक भारी क्षति हो चुकी थी।

कैसे लगी जंगल में आग?

स्थानीय लोगों के अनुसार, किसी शरारती तत्व ने जंगल में आग लगा दी थी, जो तेज़ी से फैल गई। सूखे पत्तों और झाड़ियों की वजह से आग ने भयानक रूप धारण कर लिया और सड़क तक आ पहुंची। इस दौरान, चौठिया और लोधाशोली के जंगलों से गुजर रहा अंडों से भरा एक छोटा हाथी वाहन भी इसकी चपेट में आ गया।

120 पेटी अंडों के साथ लाखों का नुकसान

जानकारी के मुताबिक, जामशोला के बालाजी एग फार्म से 140 पेटी अंडे लोड कर चाकुलिया जा रहा वाहन (WB-39C-1799) अचानक जंगल की आग की चपेट में आ गया। वाहन चालक को जब तक आग लगने की जानकारी मिली, तब तक 120 पेटी अंडे जलकर पूरी तरह बर्बाद हो चुके थे। इस हादसे में चाकुलिया निवासी दुकानदार मोहम्मद शकील और मोहम्मद मंसूर को करीब 1.50 लाख रुपये का नुकसान हुआ है।

राहगीर ने दी आग की सूचना

वाहन चालक को शुरुआत में आग लगने की भनक तक नहीं लगी। जब वह दीघी के पास एसजी एग्रो फूड प्रोडक्ट्स नामक चावल मिल के पास पहुंचा, तो राहगीर संतोष महतो ने उसे आग लगने की जानकारी दी। इसके बाद चालक ने गाड़ी रोकी और मिल से पानी लेकर आग बुझाने की कोशिश की, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी।

दमकल और वन विभाग की तत्परता से बचा बड़ा हादसा

घटना की सूचना मिलते ही प्रभारी वनपाल कल्याण महतो, वनरक्षी विप्लव कुमार और भादूराम सोरेन मौके पर पहुंचे। वन विभाग ने तत्काल बहरागोड़ा के अग्निशमन केंद्र को सूचित किया, जिसके बाद दमकल की टीम मौके पर पहुंची और आग पर काबू पाया।

200 से ज्यादा सागवान के पेड़ भी झुलसे

इस आग की चपेट में सिर्फ वाहन ही नहीं, बल्कि चौठिया स्थित खाटू श्याम उद्योग के पास लगे 200 से ज्यादा सागवान के पेड़ भी झुलस गए। वन विभाग ने इस घटना को गंभीरता से लेते हुए जंगल में आग लगाने वालों की तलाश शुरू कर दी है।

क्या जंगलों में आग लगना आम है?

झारखंड के जंगलों में गर्मी के मौसम में आग लगने की घटनाएं आम हैं। कई बार स्थानीय लोग या अज्ञात शरारती तत्व जंगलों में आग लगा देते हैं, जिससे पर्यावरण को भारी नुकसान होता है। वन विभाग को इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए सख्त कदम उठाने की जरूरत है, ताकि वन संपदा और जन-धन की रक्षा की जा सके।

वन विभाग और प्रशासन को अलर्ट रहने की जरूरत

इस घटना के बाद स्थानीय प्रशासन और वन विभाग को सतर्क रहने की जरूरत है। जंगलों में आग लगने की घटनाएं सिर्फ प्राकृतिक संपदा को नुकसान नहीं पहुंचातीं, बल्कि आसपास के लोगों के लिए भी बड़ा खतरा बन सकती हैं। इस तरह की घटनाओं से बचने के लिए जंगलों की निगरानी और कड़ी सुरक्षा व्यवस्था जरूरी है।

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Manish Tamsoy मनीष तामसोय कॉमर्स में मास्टर डिग्री कर रहे हैं और खेलों के प्रति गहरी रुचि रखते हैं। क्रिकेट, फुटबॉल और शतरंज जैसे खेलों में उनकी गहरी समझ और विश्लेषणात्मक क्षमता उन्हें एक कुशल खेल विश्लेषक बनाती है। इसके अलावा, मनीष वीडियो एडिटिंग में भी एक्सपर्ट हैं। उनका क्रिएटिव अप्रोच और टेक्निकल नॉलेज उन्हें खेल विश्लेषण से जुड़े वीडियो कंटेंट को आकर्षक और प्रभावी बनाने में मदद करता है। खेलों की दुनिया में हो रहे नए बदलावों और रोमांचक मुकाबलों पर उनकी गहरी पकड़ उन्हें एक बेहतरीन कंटेंट क्रिएटर और पत्रकार के रूप में स्थापित करती है।