Jamshedpur Raid: 10 लाख की अवैध शराब बरामद! होली से पहले पुलिस का बड़ा एक्शन
Jamshedpur में पुलिस ने 10 लाख रुपये से अधिक की अवैध शराब बरामद की! जानें कैसे हो रही थी तस्करी, कौन है इसका मास्टरमाइंड, और पुलिस ने कैसे किया भंडाफोड़?

जमशेदपुर: होली से पहले पुलिस ने अवैध शराब माफियाओं के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए 10 लाख रुपये से अधिक की अंग्रेजी शराब बरामद की है। पुलिस ने शहर के जुगसलाई इलाके में एक कारोबारी के घर छापा मारकर न सिर्फ भारी मात्रा में शराब की बोतलें, बल्कि स्प्रिट, स्टीकर और कैश भी जब्त किया है।
यह मामला पुलिस के लिए इसलिए भी अहम हो गया क्योंकि बरामद शराब में कई महंगे ब्रांड और विदेशी बोतलें शामिल हैं, जो बड़े होटलों और बारों तक सप्लाई की जाती थीं। पुलिस अब पूरे नेटवर्क की जांच में जुटी है और यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इस शराब तस्करी के पीछे कौन-कौन शामिल हैं?
होली से पहले पुलिस का बड़ा एक्शन!
होली से पहले शहर में अवैध नशे के कारोबार पर शिकंजा कसने के लिए वरीय पुलिस अधीक्षक किशोर कौशल ने सभी थाना प्रभारियों को विशेष निर्देश दिए थे। इसी बीच जुगसलाई पुलिस को गुप्त सूचना मिली कि कारोबारी राजेश आहूजा के घर पर भारी मात्रा में शराब का भंडारण किया गया है और वहीं से इसकी बिक्री हो रही है।
सूचना के बाद थाना प्रभारी सचिन कुमार दास ने QRT बल के साथ इलाके की घेराबंदी कर छापेमारी की। जैसे ही पुलिस ने घर में तलाशी शुरू की, अलमारी में कपड़ों की तरह सजी हुई शराब की बोतलें मिलीं। इसके अलावा, घर के अलग-अलग हिस्सों में शराब की पेटियां भरी हुई थीं।
क्या-क्या बरामद हुआ?
- 10 लाख रुपये से अधिक की अवैध अंग्रेजी शराब
- स्प्रिट और ड्रम
- महंगे विदेशी ब्रांड की शराब की बोतलें
- शराब की बोतलों के स्टीकर
- लाखों रुपये नकद
पुलिस ने तुरंत राजेश आहूजा को गिरफ्तार कर लिया और पूछताछ शुरू कर दी है।
शराब तस्करी का पूरा नेटवर्क!
प्रारंभिक जांच में खुलासा हुआ कि राजेश आहूजा कोलकाता समेत कई शहरों से शराब मंगवाकर जमशेदपुर में बेचता था।
- अवैध शराब की सप्लाई शहर के बड़े होटलों और बारों में होती थी।
- पुलिस को कुछ होटलों के नाम भी मिले हैं, जिनकी जांच जारी है।
- इस पूरे रैकेट में और कौन-कौन शामिल हैं, इसका पता लगाने के लिए पुलिस टीम अलग-अलग लोकेशन पर छापेमारी कर रही है।
पुलिस को ऐसे मिली कामयाबी!
शहर में अवैध शराब का धंधा लंबे समय से फल-फूल रहा था, लेकिन होली से पहले पुलिस ने सक्रिय होकर मुखबिरों से जानकारी जुटानी शुरू की।
गुप्त सूचना के बाद पुलिस टीम ने छापेमारी का प्लान तैयार किया और जुगसलाई पुलिस ने QRT बल के साथ घेराबंदी कर राजेश आहूजा के घर पर छापा मारा।
इतिहास में भी हो चुकी हैं ऐसी घटनाएं!
जमशेदपुर में इससे पहले भी अवैध शराब कारोबारियों के खिलाफ कई बार कार्रवाई हो चुकी है।
- 2019 में पुलिस ने सोनारी इलाके से 15 लाख रुपये की अवैध शराब जब्त की थी।
- 2022 में साकची में बड़े शराब माफिया गिरोह का पर्दाफाश हुआ था।
- अब 2025 में होली से पहले फिर एक बड़े रैकेट का भंडाफोड़ हुआ है।
शराब की अलमारी से लेकर ड्रम तक – पूरी तरह से था संगठित गिरोह!
छापेमारी के दौरान पुलिस को जो नजारा देखने को मिला, वह चौंकाने वाला था।
- शराब की बोतलें कपड़ों की तरह अलमारी में सजी हुई थीं।
- घर के दूसरे कमरों में ड्रम और स्प्रिट रखी थी।
- स्टीकर और महंगे ब्रांड की नकली शराब बनाने का सामान भी बरामद हुआ।
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि यह एक संगठित गिरोह का काम हो सकता है और इसमें कई बड़े नाम सामने आ सकते हैं।
अब आगे क्या होगा?
- राजेश आहूजा से पुलिस पूछताछ कर रही है, जल्द और गिरफ्तारियां हो सकती हैं।
- शहर में जिन होटलों और बारों में यह शराब सप्लाई होती थी, उनकी भी जांच की जाएगी।
- अवैध शराब के इस कारोबार में और कौन शामिल हैं, पुलिस इसका पूरा नेटवर्क खंगाल रही है।
छात्रों और युवाओं के लिए बड़ा खतरा!
अवैध शराब का कारोबार सिर्फ राजस्व को नुकसान नहीं पहुंचाता, बल्कि छात्रों और युवाओं को नशे की ओर धकेलता है। यही कारण है कि पुलिस ने होली से पहले ऐसे माफियाओं पर शिकंजा कसने का फैसला लिया है।
जमशेदपुर में 10 लाख से अधिक की अवैध अंग्रेजी शराब बरामद होने के बाद पुलिस अब पूरे नेटवर्क को खत्म करने की तैयारी में है। इस पूरे रैकेट में कौन-कौन शामिल है, इसका खुलासा जल्द हो सकता है।
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