Jamshedpur Arrest: कदमा से साइबर ठग राहुल राय गिरा, खाते में 53 लाख की संदिग्ध राशि, हैदराबाद पुलिस ने दबोचा
जमशेदपुर के कदमा, शास्त्रीनगर ब्लॉक-4 से राहुल राय को हैदराबाद पुलिस ने साइबर ठगी में गिरफ्तार किया। उसके बैंक खाते में 53 लाख रुपये की संदिग्ध राशि आई है। राहुल राय साइबर गिरोह को फर्जी खाते उपलब्ध कराने का काम करता था। हैदराबाद पुलिस अब गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश कर रही है।
जमशेदपुर, 21 नवंबर 2025 – डिजिटल इंडिया के दौर में साइबर ठगी (Cyber Fraud) का नेटवर्क तेजी से फैल रहा है, और अब इसके तार जमशेदपुर तक पहुंच गए हैं। जमशेदपुर के कदमा थाना क्षेत्र के शास्त्रीनगर (Shastrinagar) में रहने वाले राहुल राय (Rahul Rai) को हैदराबाद पुलिस (Hyderabad Police) ने साइबर ठगी के एक बड़े मामले में गिरफ्तार कर लिया है। यह गिरफ्तारी तकनीकी निगरानी और बैंक ट्रांजैक्शन (Banking Transaction) की गहन पड़ताल के बाद हुई, जिसमें सामने आया कि राहुल राय कई वर्षों से साइबर गिरोह का एक अहम हिस्सा था और फर्जी खातों के माध्यम से पैसों की हेराफेरी करवाता था।
53 लाख का संदिग्ध ट्रांजैक्शन: खुलासा कैसे हुआ?
हैदराबाद पुलिस की विशेष टीम को राहुल राय की गतिविधियों पर काफी समय से नजर थी। तकनीकी सर्विलांस से उसके खिलाफ ठोस सबूत मिले।
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खाता उपलब्ध कराने का काम: पुलिस सूत्रों के अनुसार, राहुल राय का मुख्य काम साइबर गिरोह को फर्जी बैंक खाते (Fake Bank Accounts) उपलब्ध कराना था। गिरोह ठगी की रकम को इन्हीं खातों में मंगवाता था, जिसके बदले में राहुल को कमीशन मिलता था।
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53 लाख की राशि: हाल ही में राहुल के बैंक खाते में 53 लाख रुपये की एक बड़ी संदिग्ध राशि (Suspicious Amount) आई। इस बड़े ट्रांजैक्शन ने हैदराबाद पुलिस को सीधा संकेत दिया कि राहुल इस धोखाधड़ी (Cheating) नेटवर्क में शामिल है। जांच में यह रकम साइबर धोखाधड़ी से जुड़ी पाई गई।
संयुक्त छापेमारी और ट्रांजिट रिमांड
पुख्ता सबूत जुटाने के बाद हैदराबाद पुलिस की विशेष टीम जमशेदपुर पहुंची।
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कदमा पुलिस का सहयोग: स्थानीय कदमा थाना पुलिस (Kadma Police) के सहयोग से राहुल राय के शास्त्रीनगर स्थित आवास पर छापेमारी की गई और उसे हिरासत में ले लिया गया। राहुल के खिलाफ पहले से भी दो आपराधिक मामले दर्ज हैं, जिससे जांच में और तेजी आई।
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ट्रांजिट रिमांड: गिरफ्तारी के बाद राहुल को स्थानीय अदालत (Local Court) में पेश किया गया, जहां से हैदराबाद पुलिस ने उसे अपने साथ ले जाने के लिए ट्रांजिट रिमांड (Transit Remand) प्राप्त कर लिया।
आगे की जांच: पूरे गिरोह का खुलासा संभव
पुलिस अधिकारियों का मानना है कि राहुल राय की गिरफ्तारी के बाद अब पूरे साइबर ठगी गिरोह के अन्य सदस्यों तक पहुंचने में बड़ी मदद मिलेगी।
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गहन पूछताछ: हैदराबाद पुलिस अब राहुल से उसके बैंक खातों, मोबाइल डेटा और अन्य संपर्कों के बारे में गहन पूछताछ कर रही है। शुरुआती संकेत मिले हैं कि राहुल कई वर्षों से इस अंतर-राज्यीय (Inter-State) नेटवर्क से जुड़ा था।
फिलहाल मामला हैदराबाद पुलिस के सुपुर्द है और राहुल राय के खिलाफ आगे की कानूनी कार्रवाई जारी है।
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