Jamshedpur Event: जयपाल सिंह मुंडा फुटबॉल प्रतियोगिता का बड़ा ऐलान
जमशेदपुर के करनडीह में जयपाल माडवा चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा जयपाल सिंह मुंडा और डुगुर तियू स्मारक फुटबॉल प्रतियोगिता का आयोजन। पढ़ें पूरी जानकारी।
जमशेदपुर, 18 नवंबर 2024: झारखंड के करनडीह स्थित जयपाल भवन में आज जयपाल माडवा चैरिटेबल ट्रस्ट की वार्षिक आम सभा का आयोजन हुआ। बैठक की अध्यक्षता ट्रस्ट के फाउंडर ट्रस्टी और अध्यक्ष श्री रविंद्र नाथ मुर्मू ने की। इस बैठक में ऐतिहासिक निर्णय लिया गया कि 21 दिसंबर 2024 से जयपाल सिंह मुंडा और डुगुर तियू स्मारक फुटबॉल प्रतियोगिता का शुभारंभ किया जाएगा।
फुटबॉल प्रतियोगिता का फाइनल मैच देश के महान हॉकी खिलाड़ी और संविधान सभा के सदस्य जयपाल सिंह मुंडा की 122वीं जयंती के अवसर पर खेला जाएगा।
प्रतियोगिता का स्वरूप
इस प्रतियोगिता में पुरुष और महिला दोनों वर्गों के लिए फुटबॉल मैच आयोजित किए जाएंगे। ट्रस्ट के मुताबिक, यह आयोजन न केवल खेल प्रतिभाओं को निखारने का माध्यम बनेगा, बल्कि झारखंड की समृद्ध सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहर को भी नई पीढ़ी के सामने प्रस्तुत करेगा।
बैठक में लिए गए अहम निर्णय
बैठक में ट्रस्ट के सचिव राजू टुडू ने वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत की, जबकि कोषाध्यक्ष कान्हू टुडू ने वित्तीय वर्ष का आय-व्यय विवरण पेश किया। सभी प्रस्तावों को सर्वसम्मति से पारित किया गया।
नए पदाधिकारियों का गठन भी इस सभा का मुख्य आकर्षण रहा। ट्रस्टी कमिटी, कार्यकारी समिति और जयपाल स्पोर्टिंग क्लब के पदाधिकारियों की विधिवत घोषणा की गई।
गठित समितियां और उनके पदाधिकारी
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बोर्ड ऑफ ट्रस्टी:
- अध्यक्ष: रविंद्र नाथ मुर्मू
- सदस्य: भागमत सोरेन, जुनुल सोय, कान्हू टुडू, सुशील समद
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कार्यकारी समिति:
- अध्यक्ष: राजू टुडू
- उपाध्यक्ष: सूचित टोप्पो, कुंदन मुर्मू
- सचिव: दिनेश सोरेन
- सह सचिव: गणेश टुडू, कारु हेम्ब्रोम
- कोषाध्यक्ष: किरण सोय
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जयपाल स्पोर्टिंग क्लब:
- अध्यक्ष: किशन टुडू
- उपाध्यक्ष: हेमचरन हांसदा, मटकु किस्कू
- सचिव: बिंदा मुर्मू
- सहायक सचिव: मोहन हांसदा, सरकार सोरेन
- कोषाध्यक्ष: मातला सोरेन
- सदस्य: किशोर मुर्मू, उदय मुर्मू, सिंघु हांसदा
जयपाल सिंह मुंडा: एक महान नेता और खिलाड़ी
जयपाल सिंह मुंडा झारखंड के इतिहास में एक ऐसे व्यक्तित्व थे जिन्होंने खेल, राजनीति और समाज सुधार के क्षेत्र में अहम योगदान दिया। वे भारतीय हॉकी टीम के कप्तान थे, जिन्होंने 1928 के ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीता था। इसके अलावा, वे संविधान सभा के सदस्य भी रहे और आदिवासी अधिकारों की पुरजोर वकालत की।
डुगुर तियू: आदिवासी खेल संस्कृति का गौरव
डुगुर तियू ने आदिवासी खेल संस्कृति को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनके सम्मान में इस फुटबॉल प्रतियोगिता का आयोजन उनके योगदान को श्रद्धांजलि देने का एक प्रयास है।
झारखंड की खेल संस्कृति को बढ़ावा
यह प्रतियोगिता झारखंड की समृद्ध खेल संस्कृति को जीवंत बनाए रखने का एक प्रयास है। इसके जरिए नई पीढ़ी को खेलों के प्रति प्रोत्साहित करने और जयपाल सिंह मुंडा जैसे महान व्यक्तित्वों के विचारों को आगे ले जाने का अवसर मिलेगा।
आगामी 21 दिसंबर से शुरू होने वाली यह फुटबॉल प्रतियोगिता झारखंड के खेल प्रेमियों के लिए एक बड़ा उत्सव साबित होगी। ट्रस्ट की यह पहल न केवल खेल को बढ़ावा देगी, बल्कि झारखंड की संस्कृति और इतिहास को नई पीढ़ी तक पहुंचाने का माध्यम भी बनेगी।
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