Jamshedpur Construction Protest: मानगो फ्लाइओवर के निर्माण पर जनता दल यूनाइटेड ने लगाई रोक, उठाए गंभीर सवाल
जमशेदपुर के मानगो में बन रहे फ्लाइओवर के निर्माण को लेकर जनता दल यूनाइटेड ने भारी अनियमितताओं का आरोप लगाते हुए काम रुकवा दिया। जानिए क्यों उठे निर्माण के डिजाइन और सर्विस रोड को लेकर सवाल।

जमशेदपुर के मानगो क्षेत्र में उस समय हलचल मच गई जब जनता दल यूनाइटेड (JDU) के जिला अध्यक्ष सुबोध श्रीवास्तव की अगुवाई में पार्टी नेताओं ने पायल सिनेमा जाने वाले रोड पर बन रहे फ्लाइओवर के निर्माण कार्य को रोक दिया। यह कोई सामान्य विरोध नहीं था, बल्कि निर्माण कार्य में कथित "भारी अनियमितताओं" को लेकर स्थानीय नागरिकों और दुकानदारों के समर्थन से यह विरोध प्रदर्शन उभरा।
इस मुद्दे की शुरुआत उस समय हुई जब मानगो बाजार के व्यापारियों और स्थानीय निवासियों ने फ्लाइओवर के डिजाइन और उसकी योजना को लेकर कई सवाल खड़े किए। इसके बाद JDU के नेतागण निर्माण स्थल पर पहुंचे और प्रोजेक्ट मैनेजर से सीधी बातचीत करते हुए काम को तत्काल प्रभाव से रोकने की मांग की।
इतिहास और पृष्ठभूमि: क्यों बना यह फ्लाइओवर ज़रूरी?
मानगो और साकची के बीच का यह मार्ग जमशेदपुर का एक अत्यंत व्यस्त रूट है, जहां रोजाना हजारों वाहन गुजरते हैं। वर्षों से इस रोड पर ट्रैफिक जाम आम बात रही है। इसी समस्या के समाधान के लिए पथ निर्माण विभाग ने फ्लाइओवर निर्माण की योजना बनाई, ताकि ट्रैफिक को डायवर्ट कर ट्रांसपोर्ट को सुगम बनाया जा सके।
लेकिन सवाल यह उठता है कि क्या यह योजना पूरी तरह से सोच-समझकर बनाई गई है? या फिर इसे बिना जनसहयोग और उचित समीक्षा के आगे बढ़ाया जा रहा है?
जदयू के आरोप: वन-वे योजना पर ऐतराज
JDU नेताओं का सबसे बड़ा सवाल था – “वन-वे” फ्लो का निर्णय किस आधार पर लिया गया? पायल सिनेमा की ओर जाने वाली सड़क पहले से ही काफी संकरी है, और यदि उसी पर फ्लाइओवर के पिलर खड़े कर दिए गए, तो आने-जाने का रास्ता सिंगल लेन का ही रह जाएगा।
इससे नीचे की पुरानी सड़क पर रोजाना ट्रैफिक जाम की स्थिति और अधिक विकराल हो जाएगी, और नागरिकों को आने-जाने में भारी परेशानी झेलनी पड़ेगी।
सर्विस रोड पर भी सवाल
प्रदर्शन के दौरान यह भी पूछा गया कि फ्लाइओवर बनने के बाद सर्विस रोड कहां और कितनी चौड़ी बनाई जाएगी? क्या वह दोपहिया और चारपहिया वाहनों के लिए पर्याप्त होगी? जवाब में अधिकारियों की चुप्पी ने लोगों की चिंताओं को और गहरा कर दिया।
नेताओं की मांग: जनता को भरोसे में लें
JDU ने स्पष्ट रूप से मांग की कि जब तक जमशेदपुर पश्चिम के विधायक सरयू राय दो दिन बाद शहर नहीं आते और इस मुद्दे पर स्थानीय लोगों व दुकानदारों से चर्चा नहीं होती, तब तक कोई निर्माण कार्य न हो।
नेताओं ने कहा कि फ्लाइओवर का डिजाइन सार्वजनिक किया जाए और जनता को भरोसे में लेकर ही आगे की कार्रवाई की जाए।
मौके पर मौजूद प्रमुख लोग
इस विरोध में JDU के कई प्रमुख चेहरे शामिल थे—महानगर अध्यक्ष अजय कुमार, विधायक प्रतिनिधि पिंटू सिंह, जिला सचिव प्रेम सक्सेना, प्रवक्ता आकाश शाह, प्रवीण सिंह, लालू गौड़ और दर्जनों स्थानीय दुकानदारों ने खुलकर साथ दिया।
अब आगे क्या?
अब सबकी निगाहें विधायक सरयू राय पर टिकी हैं। उनके शहर पहुंचने के बाद यह तय होगा कि फ्लाइओवर निर्माण की दिशा क्या होगी—क्या जनता की राय को अहमियत दी जाएगी या पहले से तय योजना को ही आगे बढ़ाया जाएगा?
जमशेदपुर में विकास कार्य जरूरी हैं, लेकिन जनता की भागीदारी और पारदर्शिता के बिना कोई भी निर्माण अधूरा माना जाएगा। मानगो फ्लाइओवर मामले ने यह साबित कर दिया कि अब जनता जागरूक है और अपनी आवाज बुलंद करने को तैयार है। आने वाले दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि प्रशासन जनमत को कितनी अहमियत देता है या नहीं।
What's Your Reaction?






