Jamshedpur Rescue: दलमा जंगल से भटककर गांव पहुंचा हिरण, कुत्तों ने किया हमला, फिर हुआ चमत्कार!
जमशेदपुर के दलमा जंगल से भटककर एक हिरण बोड़ाम गांव पहुंच गया। ग्रामीण श्यामापद गोप ने उसकी जान बचाई। वन विभाग ने उसे सुरक्षित जंगल में छोड़ा।

झारखंड के जमशेदपुर जिले में एक दिलचस्प घटना सामने आई है। दलमा जंगल से भटककर एक नर हिरण बोड़ाम गांव पहुंच गया, जहां उस पर कुत्तों के झुंड ने हमला कर दिया। लेकिन किस्मत से श्यामापद गोप नामक ग्रामीण ने बहादुरी दिखाते हुए उसकी जान बचाई। घायल हिरण को गोप ने अपने घर में सुरक्षित रखा और उसे प्राथमिक इलाज भी दिया। बाद में वन विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर हिरण को सुरक्षित जंगल में छोड़ने की प्रक्रिया शुरू की।
कैसे भटक कर गांव पहुंचा हिरण?
इस घटना ने पूरे गांव को हैरान कर दिया। आमतौर पर, दलमा जंगल से वन्यजीव गांवों तक नहीं आते, लेकिन ग्रामीणों का मानना है कि –
- जंगल में मौजूद शेर या तेंदुए के डर से हिरण गांव की ओर भाग आया होगा।
- रात के अंधेरे में रास्ता भटककर वह बस्तियों तक पहुंच गया।
- शहरीकरण और जंगलों की कटाई के कारण जानवरों के प्राकृतिक आवास प्रभावित हो रहे हैं।
गांव के पुतुल प्रमाणिक ने बताया कि हाल ही में दलमा के जंगल में बाघ देखे जाने की चर्चा थी, संभवतः उसी वजह से यह हिरण भागकर गांव पहुंच गया होगा।
गांव में हिरण को देखकर मचा हड़कंप!
गुरुवार की सुबह करीब 5 बजे, जब ग्रामीण अपनी दिनचर्या शुरू कर रहे थे, तभी हिरण कुत्तों के झुंड के बीच फंस गया।
- कुत्तों ने उसे दौड़ाना शुरू किया, जिससे वह श्यामापद गोप के आंगन में लगे जाल में फंस गया।
- इसके बाद कुत्तों ने हमला कर हिरण को घायल कर दिया।
- गोप ने हिम्मत दिखाते हुए कुत्तों को भगाया और हिरण को अपने घर में सुरक्षित रखा।
गोप की बहादुरी और हिरण की देखभाल
श्यामापद गोप की मानवता की मिसाल देते हुए गांववालों ने उनकी खूब तारीफ की।
- उन्होंने हिरण को अपने घर में सुरक्षित रखा और जड़ी-बूटी से उपचार किया।
- इस दौरान हिरण के शरीर से खून निकल रहा था, लेकिन प्राथमिक उपचार के बाद उसकी हालत स्थिर हुई।
- गोप ने बोड़ाम थाना और वन विभाग को तुरंत सूचना दी।
वन विभाग की टीम का रेस्क्यू ऑपरेशन
सुबह करीब 10 बजे वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची।
- सहायक अवर निरीक्षक मोहम्मद मजीद ने घटनास्थल का निरीक्षण किया।
- वन विभाग के कर्मचारियों ने हिरण को सुरक्षित गाड़ी में लादा।
- ग्रामीणों की भारी भीड़ हिरण को देखने के लिए जुट गई थी, क्योंकि यह पहली बार था जब गांव में किसी हिरण को इतने करीब से देखा गया।
- वन विभाग के अधिकारियों ने श्यामापद गोप की बहादुरी की सराहना की।
दलमा जंगल : वन्यजीवों का प्राकृतिक घर
दलमा जंगल झारखंड का प्रसिद्ध वन्यजीव क्षेत्र है, जहां हिरण, हाथी, तेंदुए जैसे कई वन्यजीव पाए जाते हैं।
- यह जंगल जमशेदपुर और आसपास के इलाकों में वन्यजीव पर्यटन का केंद्र भी है।
- मानव हस्तक्षेप और अवैध कटाई के कारण वन्यजीवों के लिए खतरा बढ़ रहा है।
- सरकार और वन विभाग द्वारा संरक्षण योजनाएं चलाई जा रही हैं, ताकि वन्यजीवों का प्राकृतिक वास बचाया जा सके।
ग्रामीणों ने क्या कहा?
गांववालों के लिए यह नजारा अनोखा और रोमांचक था।
- किसी ने कहा कि यह भगवान का कोई संकेत है।
- कुछ ने कहा कि जल्द ही अच्छी बारिश होगी, क्योंकि वन्यजीवों का गांव में आना शुभ माना जाता है।
- वन विभाग ने ग्रामीणों से अपील की कि अगर भविष्य में इस तरह की कोई घटना हो, तो वे तुरंत वन विभाग को सूचित करें।
क्या सिखाती है यह घटना?
- वन्यजीव संरक्षण बेहद जरूरी है, ताकि जंगलों का प्राकृतिक संतुलन बना रहे।
- मानवता और करुणा का परिचय देते हुए हमें पशुओं की रक्षा करनी चाहिए, जैसे श्यामापद गोप ने किया।
- वन्यजीवों के प्राकृतिक आवास को बचाने की दिशा में ठोस कदम उठाने होंगे।
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