Jamshedpur Attack Drama: केस हटाने की धमकी के बीच युवक को पोल से बांधकर पीटा, चश्मदीदों ने बताई दिल दहला देने वाली कहानी
जमशेदपुर के परसुडीह थाना क्षेत्र में एक युवक को पुराने केस को वापस लेने के दबाव में पोल से बांधकर बेरहमी से पीटा गया। हमलावरों ने हथियार और रॉड से हमला किया। पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।

जमशेदपुर : शहर के परसुडीह थाना क्षेत्र में गुरुवार को एक बेहद चौंकाने वाली और सनसनीखेज घटना सामने आई है। हलुदबनी नामोटोला निवासी विनोद कुमार सिंह पर पूर्व में दर्ज केस को वापस लेने के दबाव में हमला किया गया।
हमलावरों ने उसे पोल से रस्सी से बांध दिया और फिर हथियार और लोहे की रॉड से बेरहमी से पीटा। इस हमले की खबर जैसे ही इलाके में फैली, स्थानीय लोगों में दहशत फैल गई।
कैसे रचा गया हमला का पूरा प्लान?
शिकायत के अनुसार, विनोद कुमार सिंह गुरुवार शाम करीब 5 बजे अपने घर से निकला ही था कि शनि उर्फ श्रेष्ठ और उसके साथी मोहित, निकेश सिंह, देवजी सिंह और छोटू ने उसे घेर लिया।
इन सभी ने पहले उसे समझौते के लिए दबाव डाला — वो पुराने केस को वापस लेने को कह रहे थे, जो पहले से ही थाने में दर्ज है। जब विनोद ने मना किया, तो आरोपियों ने हथियार निकाल लिए और उसे पोल से बांध दिया।
उसके बाद लोहे की रॉड, डंडों और हथियारों से उसकी पिटाई शुरू कर दी गई। गनीमत रही कि किसी ने शोर मचाया और आसपास के लोग इकट्ठा हो गए, जिससे हमलावर भाग खड़े हुए।
पुराना केस और गैंग का इतिहास
शनि उर्फ श्रेष्ठ और उसके कुछ साथियों का नाम पहले भी कई स्थानीय विवाद और दबाव वाली गतिविधियों में आ चुका है। सूत्रों की मानें तो यह गिरोह अक्सर पुराने केसों को सुलझाने के नाम पर दबाव बनाकर धमकी देने का काम करता है।
परसुडीह क्षेत्र में इस प्रकार की घटनाएं पहले भी सामने आ चुकी हैं, जहां पुराने मामलों को वापस लेने के लिए मारपीट की गई। यह केस इस पैटर्न की कड़ी ही लगता है।
पुलिस क्या कर रही है?
पीड़ित विनोद कुमार सिंह ने परसुडीह थाना में घटना की लिखित शिकायत दर्ज करवाई है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। थाना प्रभारी का कहना है कि, "सभी आरोपियों की पहचान हो चुकी है और जल्द ही उनकी गिरफ्तारी की जाएगी।"
वहीं पुलिस इस पहलू की भी जांच कर रही है कि क्या यह मामला पूर्व नियोजित साजिश का हिस्सा है। यदि ऐसा होता है, तो यह गैंग-स्टाइल ऑपरेशन बन जाता है जो और भी गंभीर मामला बन सकता है।
स्थानीय लोगों में डर का माहौल
घटना के बाद हलुदबनी और उसके आसपास के इलाके में डर और गुस्से का माहौल है। एक स्थानीय दुकानदार ने बताया, “हमारे मोहल्ले में इस तरह खुलेआम पोल से बांधकर किसी को पीटना बहुत खतरनाक संकेत है। पुलिस को सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।”
दबाव और धमकी का नया चेहरा
यह घटना सिर्फ एक व्यक्ति पर हमला नहीं है, बल्कि यह एक बड़ा संकेत है — कानून के डर के बिना दबाव बनाने और केस वापस लेने की कोशिश की जा रही है।
यह साफ है कि अब पुलिस और प्रशासन को सतर्क रहकर ऐसे दबाव गैंग पर सख्त कार्रवाई करनी होगी, वरना आने वाले समय में गवाहों और पीड़ितों की सुरक्षा भी खतरे में पड़ सकती है।
यह मामला न केवल एक केस की कहानी है, बल्कि पूरे सिस्टम को चुनौती देने की एक कोशिश है।
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