Jamshedpur Accident: सड़क हादसे में सार्वजनिक अखाड़ा के सदस्य की मौत, युवक गंभीर रूप से घायल
जमशेदपुर के बिष्टुपुर में सर्किट हाउस के पास एक भीषण सड़क हादसे में कालीचरण गोप की मौत, रोहन गंभीर रूप से घायल। पढ़ें पूरी खबर और जानें क्या है इस हादसे का इतिहास।

जमशेदपुर के बिष्टुपुर थाना क्षेत्र में सर्किट हाउस के समीप एक भयानक सड़क हादसा हुआ है, जिसमें सोनारी खूंटाडीह निवासी कालीचरण गोप (45) की मौत हो गई है, जबकि एक युवक रोहन (22) गंभीर रूप से घायल है। घटना के बाद से ही इलाके में सनसनी फैली हुई है, क्योंकि मृतक और घायल दोनों ही सार्वजनिक अखाड़ा समिति, खूंटाडीह के सक्रिय सदस्य थे।
क्या हुआ था हादसे में?
प्रारंभिक जानकारी के मुताबिक, कालीचरण और रोहन मोटरसाइकिल पर सवार होकर साकची की ओर जा रहे थे। यह दौरा विसर्जन के कार्यक्रम से जुड़ा हुआ था। अचानक रास्ते में हुए हादसे में दोनों गंभीर रूप से घायल हो गए। स्थानीय लोगों ने उन्हें तुरंत एमजीएम मेडिकल कॉलेज ले जाया, जहां डॉक्टरों ने कालीचरण को मृत घोषित कर दिया। वहीं, रोहन की हालत गंभीर होने के कारण उसे रिम्स (राजेंद्र इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज) रेफर किया गया है।
रहस्यमयी परिस्थितियाँ: कैसे हुआ हादसा?
हादसे की सही वजह अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाई है। स्थानीय लोगों का कहना है कि संभवतः मोटरसाइकिल का संतुलन बिगड़ गया होगा या फिर किसी दूसरे वाहन ने टक्कर मारी होगी। पुलिस मामले की जाँच कर रही है और सीसीटीवी फुटेज की मदद से घटनास्थल का विश्लेषण किया जा रहा है।
परिजनों का दावा: "कालीचरण जीवित है!"
एक चौंकाने वाला मोड़ तब आया जब मृतक कालीचरण के परिचितों ने दावा किया कि वह अभी जीवित है। हालांकि, अस्पताल प्रशासन ने इसकी पुष्टि नहीं की है। इस बयान ने पूरे मामले को और रहस्यमय बना दिया है।
सार्वजनिक अखाड़ा समिति का शोक**
कालीचरण गोप और रोहन दोनों ही खूंटाडीह स्थित सार्वजनिक अखाड़ा समिति के सक्रिय सदस्य थे। समिति के अन्य सदस्यों ने इस दुर्घटना पर गहरा दुःख जताया है। उनका कहना है कि कालीचरण एक सामाजिक कार्यकर्ता थे और युवाओं को मार्शल आर्ट्स की ट्रेनिंग देते थे।
जमशेदपुर में सड़क हादसों का इतिहास**
जमशेदपुर में सड़क दुर्घटनाएँ कोई नई बात नहीं है। पिछले कुछ वर्षों में यहाँ कई घातक हादसे हो चुके हैं, जिनमें अक्सर ओवरस्पीडिंग और लापरवाह ड्राइविंग को जिम्मेदार पाया गया है। सर्किट हाउस के आसपास का इलाका भीड़भाड़ वाला है, जहाँ अक्सर वाहन चालक गति सीमा का उल्लंघन करते हैं।
अगला कदम: पुलिस जाँच और सड़क सुरक्षा**
पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए विस्तृत जाँच शुरू कर दी है। साथ ही, स्थानीय प्रशासन से सड़क सुरक्षा उपायों को मजबूत करने की मांग भी उठने लगी है। क्या इस हादसे के बाद जमशेदपुर की सड़कों पर सख्त नियम लागू होंगे? यह देखना बाकी है।
यह दुर्घटना एक बार फिर सड़क सुरक्षा के महत्व को उजागर करती है। कालीचरण गोप की मौत ने उनके परिवार और सामाजिक संगठनों को झकझोर दिया है। वहीं, रोहन के स्वास्थ्य की चिंता बनी हुई है। हम उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते हैं।
What's Your Reaction?






