जमशेदपुर में अबुआ आवास योजना का विवाद: हुरलुंग उपमुखिया ने लगाया गड़बड़ी का आरोप
जमशेदपुर के हुरलुंग पंचायत में अबुआ आवास योजना को लेकर गड़बड़ी का आरोप। उपमुखिया निरंजन रुईदास ने उपायुक्त से उच्च स्तरीय जांच की मांग की, आरोप है कि मुखिया और पंचायत सेवक ने मोगली महतो को गलत तरीके से लाभ दिलाया।
पूर्वी सिंहभूम जिले के जमशेदपुर प्रखंड के हुरलुंग पंचायत में अबुआ आवास योजना को लेकर विवाद उठ खड़ा हुआ है। पंचायत के उपमुखिया निरंजन रुईदास ने मुखिया और पंचायत सेवक पर आरोप लगाया है कि उन्होंने गलत तरीके से एक महिला, मोगली महतो, को इस योजना का लाभ दिलाया है। इस आरोप के समर्थन में निरंजन रुईदास ने उपायुक्त को एक मांग पत्र सौंपते हुए उच्च स्तरीय जांच की मांग की है।
निरंजन रुईदास का कहना है कि मोगली महतो को मुखिया और पंचायत सेवक की मिलीभगत से अबुआ आवास योजना का लाभ मिला है, जबकि उसके पास पहले से ही दो जगह पक्के मकान हैं। उन्होंने बताया कि मोगली महतो का एक पक्का मकान दलदली पंचायत के सुकलड़ा गांव में स्थित है और इसकी पुष्टि नूतनडीह (लुपुंग) ग्रामसभा ने भी की है। उनके वोटर कार्ड में स्थायी पता सुकलड़ा गांव दर्ज है, जबकि आधार कार्ड में नूतनडीह दर्ज है।
इस मामले में एक और महत्वपूर्ण तथ्य यह है कि जब अबुआ आवास योजना को लेकर ग्रामसभा की बैठक बुलाई गई थी, तब मोगली महतो का नाम सूची में नहीं था। उस बैठक में पंचायत सचिव और रोजगार सेवक भी उपस्थित थे। फिर भी, महिला का नाम सूची में कैसे दर्ज हो गया और उसे आवंटन किस आधार पर मिल गया, यह जांच का विषय है।
निरंजन रुईदास ने उपायुक्त से मुलाकात कर इस मामले में विस्तृत जांच की मांग की है ताकि इस योजना का सही लाभ वास्तविक जरूरतमंदों तक पहुंच सके।
What's Your Reaction?