वंशवाद को चुनौती देने का ऐलान: शिवशंकर सिंह का चुनावी संकल्प, “गैस चूल्हा बनेगा बदलाव का प्रतीक”
जमशेदपुर पूर्वी विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय उम्मीदवार शिवशंकर सिंह ने गैस चूल्हा चुनाव चिह्न के साथ वंशवाद के खिलाफ चुनावी जंग का ऐलान किया। जनता के समर्थन और पं. दीनदयाल उपाध्याय के आदर्शों से प्रेरित शिवशंकर का संकल्प - जमशेदपुर को परिवारवाद से मुक्त कर नई दिशा देना।
जमशेदपुर, 30 अक्टूबर 2024: जमशेदपुर पूर्वी विधानसभा क्षेत्र के निर्दलीय उम्मीदवार शिवशंकर सिंह ने अपने चुनावी अभियान में नया जोश भरते हुए वंशवाद के खिलाफ एक निर्णायक लड़ाई का ऐलान किया है। शिवशंकर सिंह ने अपने चुनाव चिन्ह "गैस चूल्हा" को जनता की उन्नति का प्रतीक बताया और कहा कि इस चुनाव में उनका उद्देश्य जमशेदपुर पूर्वी को वंशवाद और परिवारवाद के कुचक्र से मुक्त करना है। पं. दीनदयाल उपाध्याय के आदर्शों से प्रेरित होकर, शिवशंकर सिंह ने स्पष्ट किया कि वे गलत के खिलाफ खड़े होने से कभी पीछे नहीं हटेंगे।
चुनाव चिह्न 'गैस चूल्हा' से संदेश:
शिवशंकर सिंह ने बताया कि उनकी माताओं और बहनों ने इस बार "गैस चूल्हा" को चुनाव चिह्न के रूप में चुना है, ताकि यह घर-घर तक पहुंच सके। उन्होंने कहा, “पिछली बार ‘गैस सिलेंडर’ चुनाव चिह्न ने इतिहास रचा था, और इस बार ‘गैस चूल्हा’ हर घर की उन्नति और समृद्धि का प्रतीक बनेगा। मेरा उद्देश्य है कि जमशेदपुर पूर्वी के हर घर में बदलाव और विकास की लहर पहुंचे, जिसमें जनता का जीवन स्तर सुधारने पर जोर दिया जाएगा।”
दबाव के बावजूद चुनावी मैदान में डटे:
शिवशंकर सिंह ने नामांकन वापसी के समय हुई चुनौतियों का जिक्र करते हुए कहा कि उनके ऊपर विपक्षियों ने विभिन्न दबाव बनाने की कोशिश की थी, ताकि वे चुनाव से हट जाएं। लेकिन उन्होंने अपने समर्थकों का आभार व्यक्त करते हुए यह स्पष्ट कर दिया कि इस बार उनका चुनाव न सिर्फ उनका, बल्कि जमशेदपुर पूर्वी की जनता का है। शिवशंकर सिंह ने कहा, “मैं इस चुनाव में इसलिए खड़ा हूं क्योंकि मेरे मतदाता और समर्थक मेरे मार्गदर्शक और गार्जियन हैं। उनका फैसला मेरे लिए सर्वोपरि है।”
वंशवाद के खिलाफ लड़ाई:
भाजपा से पुरानी नाता और पार्टी सिद्धांतों के प्रति अपने समर्पण का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि उनकी लड़ाई किसी व्यक्ति से नहीं, बल्कि वंशवाद से है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपना आदर्श बताया और कहा कि पार्टी में गलत को सहने की बजाय पं. दीनदयाल उपाध्याय के आदर्शों का पालन करते हुए उन्होंने चुनाव लड़ने का निर्णय लिया। उन्होंने कहा, “पार्टी में अगर गलत का समर्थन होता है, तो उसे खुलकर विरोध करना चाहिए। मेरी लड़ाई वंशवाद और परिवारवाद को बढ़ावा देने वालों के खिलाफ है।”
मुख्य मुद्दे:
शिवशंकर सिंह ने अपने चुनावी एजेंडे में स्वास्थ्य, शिक्षा और नशा मुक्ति को मुख्य मुद्दा बताते हुए कहा कि जमशेदपुर पूर्वी के लोगों के लिए बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं, सरकारी स्कूलों में सुधार और युवाओं को नशे से दूर रखना उनकी प्राथमिकता है। इसके अलावा, क्षेत्र के बच्चों और युवाओं के भविष्य को सुरक्षित बनाने के लिए वे स्थानीय प्रशासन का सहयोग लेकर नशा मुक्ति और स्वच्छता पर जोर देंगे। उन्होंने कहा कि वे चुनाव जीतने पर क्षेत्र में नई स्वास्थ्य सुविधाएं स्थापित करने के साथ ही सरकारी स्कूलों की हालत सुधारने का प्रयास करेंगे।
निष्पक्ष चुनाव की अपील:
अपने समर्थकों और जमशेदपुर के मतदाताओं से निष्पक्ष रूप से मतदान की अपील करते हुए शिवशंकर सिंह ने कहा, “आप सभी निष्पक्ष होकर अपने मताधिकार का प्रयोग करें और इस बार अपने घर की उन्नति और समृद्धि के लिए 'गैस चूल्हा' के निशान पर वोट दें।” उन्होंने जनता से वादा किया कि वे उनके विश्वास और समर्थन को कभी टूटने नहीं देंगे और जमशेदपुर पूर्वी के विकास और सुधार के लिए पूरी निष्ठा से काम करेंगे।
साकची की घटना पर प्रतिक्रिया:
साकची की हालिया घटना पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए शिवशंकर सिंह ने कहा कि जमशेदपुर एक मिश्रित संस्कृति का शहर है, जहां सभी धर्मों और समुदायों का आपसी सम्मान है। उन्होंने कहा, “सिख समुदाय के प्रति हमारी पूरी श्रद्धा और आस्था है, और ऐसी घटनाओं की कड़ी निंदा करते हैं। निश्चित रूप से इसमें शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए, ताकि जमशेदपुर की सांप्रदायिक एकता और शांति बनी रहे।”
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