Israel Again Attack in Gaza : हमास की कमर तोड़ने के लिए गाजा में फिर हमला करेगा इजराइल, हमास भी पलटवार को तैयार
इजराइल और हमास के बीच अभी युद्ध विराम है। लेकिन इजराइल फिर से हमास पर हमला करने की फिराक में है। जवाब में हमास भी तैयार है।
इजराइल - हमास युद्ध विराम लेटेस्ट न्यूज: इजराइल और हमास के बीच अक्टूबर 2023 से चल रहा भीषण युद्ध खत्म भी होगा या नहीं इस पर अभी भी सस्पेंश बना हुआ है। जबकि इजराइल और हमास के बीच हाल ही में युद्ध विराम पर सहमति बनी थी। लेकिन अब यह युद्ध विराम दुनियाभर में मजाक बनता जा रहा है। क्योंकि इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा है कि हमास की अकड़ अभी गई नहीं है। इसलिए उसे सबक सिखाने के लिए इजराइल गाजा में फिर से हमले करेगा। और अपने सैनिकों की सैन्य बढ़ाएगा। उधर हमास ने भी साफ कर दिया है कि अगर इजराइल हमला करता है तो वो भी चुप नहीं बैठेगा। इजराइल को माकूल जवाब दिया जाएगा। अब इजराइल युद्ध फिर से क्यों शुरू करना चाहता है, उसके पीछे कई बड़े सवाल है।
क्या है इजराइल की मंशा :
बीते एक सप्ताह पहले अमेरिका , मिस्र और कतर ने इजराइल और हमास के बीच समझौता कराकर युद्ध विराम की घोषणा करवाई थी। इस बीच दोनों की तरफ से बंधको की रिहाई भी हुई। लाखों की संख्या में फिलिस्तीनी गाजा भी लौट रहे है। अब तक 10 लाख से अधिक फिलिस्तीनी गाजा लौट चुके हैं। लेकिन इजराइल को एक बार फिर से इस विस्थापन का डर सता रहा है। क्योंकि युद्ध विराम के समझौते से हमास खुद की जीत मान रहा है। बड़ी संख्या में गाजा लौटे लोग भी खुद की जीत देख रहें है। कई इस्लामिक देशों के कट्टरपंथी भी कह चुके है कि आखिर इजराइल को इस युद्ध में क्या मिला। अभी फिलिस्तीनी तो अपने घर लौट रहे हैं। यही बात इजराइली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू के लिए सिरदर्द बनी हुई है।
दोबारा युद्ध करना इजराइल के लिए आसान नहीं :
इजराइली पीएम जिस मंशा के साथ फिर से युद्ध की सोच रहे हैं। यह उनके लिए आसान नहीं होने वाला है। क्योंकि बड़ी संख्या में फिलिस्तीनी गाजा लौट चुके है। वहां अब आबादी बन चुकी है। जिनके घर हमले में बच गए थे। उन्होंने रहना शुरू कर दिया है। दूसरी बात युद्ध विराम का अभी पहला चरण रहा है। 1 मार्च से युद्ध विराम का दूसरा चरण भी शुरू हो जाएगा। फिर भी अभी ठोस समझौता नहीं हुआ है। इन सबके बीच अगर इजरायल ने गाजा में फिर युद्ध शुरू किया तो उसे पहले गाजा से लोगों को हटाना होगा। और युद्ध विराम के बाद जो पहले हमला करेगा उसे अंतर्राष्ट्रीय दबाव का सामना करना पड़ेगा। मतलब इजराइल का गाजा पर कोई नया हमला एक बड़ी मानवीय समस्या पैदा कर सकता है। इजराइल पर यूनाइटेड नेशन में केस भी चलाया जा सकता है। पिछली बार जब 7 अक्टूबर 2023 को हमास ने एक साथ इजराइल पर 3 हजार से अधिक रॉकेट दागे थे तो इजराइल को सहानभूति मिली थी। इतना ही नहीं इजराइल के पास पहले से सैनिक भी कम हुए है। और उसने जिन सैनिकों को गाजा से वापस बुलाया था उन्हें वापस भेजना आसान नहीं होगा। पिछले साल इजराइल ने सैनिकों के पांच डिविजन तैनात किए थे।
अमेरिका कितना साथ देगा :
इजराइली पीएम अगर फिर युद्ध शुरू करते है तो उन्हें अपने देश में ही विरोध का सामना करना पड सकता है। क्योंकि इजराली आवाम शांति की तरफ देश को देख रही है। तो वहीं अमेरिका में सत्ता परिवर्तन हो चुका है। डोनाल्ड ट्रंप इस युद्ध को लेकर पहले ही कह चुके है कि अमेरिका का इस युद्ध से कोई भला नहीं होगा। अमेरिका का पैसा और हथियार सब खर्च हो रहा है। ट्रंप समझ चुके है कि एक तरफ रूस और यूक्रेन युद्ध दूसरी तरफ़ इजराइल और हमास युद्ध दोनो में अमेरिका हथियार भेज रहा है। जिसे उसकी अर्थव्यवस्था पर असर पड़ रहा है। क्योंकि ट्रंप इस बार इजराइल की मदद रोक सकते है। इसलिए इजराइल युद्ध की सोच तो सकता है। लेकिन कदम नहीं उठा सकता।
What's Your Reaction?