Hazaribagh Horror: कुएं से मिला नवविवाहिता का शव! हजारीबाग में दहेज की आग में जली सरिता कुमारी, मोटरसाइकिल के लिए हत्या का आरोप!
झारखंड के हजारीबाग जिले के ईचाक थाना क्षेत्र के फुरका गांव में एक नवविवाहिता सरिता कुमारी का शव कुएं से बरामद हुआ है। मायके वालों ने पति पवन यादव समेत ससुराल पक्ष पर दहेज में मोटरसाइकिल के लिए उत्पीड़न और हत्या का आरोप लगाया है। आरोपी परिवार फरार है। पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर छापेमारी शुरू कर दी है।
झारखंड, जो अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए जाना जाता है, वहां आज भी दहेज के नाम पर मानवता शर्मसार हो रही है। हजारीबाग जिले के ईचाक थाना क्षेत्र के फुरका गाँव में दहेज उत्पीड़न और हत्या का एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जहां एक नवविवाहिता की लाश गांव के कुएं से बरामद हुई है। मृतका की पहचान सरिता कुमारी (32 वर्ष) के रूप में हुई है, जिसकी शादी को अभी महज 15 महीने ही हुए थे। इस दर्दनाक हादसे ने पूरे इलाके को स्तब्ध कर दिया है और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग तेज हो गई है।
वह मोटरसाइकिल, जो बन गई मौत का कारण
सरिता कुमारी की शादी को अभी पूरी तरह से एक साल भी नहीं बीता था कि उसके जीवन का अंत एक संदिग्ध परिस्थिति में हो गया। मायके वालों का आरोप है कि शादी के बाद से ही ससुराल पक्ष के लोग उसे दहेज में एक मोटरसाइकिल की मांग को लेकर लगातार प्रताड़ित कर रहे थे। परिजनों के अनुसार, छोटी-छोटी बातों पर सरिता से झगड़ा किया जाता था और कई बार तो बात इतनी बढ़ गई थी कि गांव की पंचायत के माध्यम से समझौता भी कराना पड़ा था, लेकिन यह उत्पीड़न कभी बंद नहीं हुआ।
मायके पक्ष का सीधा आरोप है कि दहेज की मांग पूरी न होने पर बुधवार रात सरिता की हत्या कर दी गई और हत्या को आत्महत्या का रूप देने के लिए उसके शव को कुएं में फेंक दिया गया। गुरुवार सुबह जब ग्रामीणों ने कुएं में शव देखा, तो पूरे इलाके में अफरा-तफरी मच गई। लोगों ने तत्काल ईचाक थाना पुलिस को सूचना दी।
पति समेत पूरा परिवार फरार: जांच की दिशा क्या होगी?
हत्या के इस आरोप को और बल इसलिए मिलता है क्योंकि घटना के बाद से ही मृतका का पति पवन यादव सहित सास और ससुर समेत पूरा ससुराल परिवार घर से फरार है। यह पलायन उनके दोषी होने की तरफ स्पष्ट संकेत देता है।
ईचाक थाना प्रभारी राजदीप कुमार ने बताया कि मृतका के परिजनों के आवेदन पर पति पवन यादव, सास और ससुर के खिलाफ दहेज उत्पीड़न और हत्या के गंभीर आरोपों के तहत प्राथमिकी (FIR) दर्ज कर ली गई है। पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल भेज दिया है।
पुलिस का कहना है कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से ही मौत के असली कारणों का पता चल पाएगा, जैसे कि क्या उसे कुएं में फेंकने से पहले गला घोंटा गया था या कोई अन्य चोट थी। यह रिपोर्ट जांच की दिशा तय करने में सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। फिलहाल, पुलिस आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए उनके सभी संभावित ठिकानों पर तेजी से छापेमारी कर रही है। ग्रामीणों ने मांग की है कि दोषियों को शीघ्र पकड़कर कड़ी से कड़ी सजा दी जाए।
आपकी राय में, दहेज हत्या के ऐसे मामलों में, जहां पूरा परिवार फरार हो जाता है, आरोपियों को पकड़ने के लिए स्थानीय पुलिस को कौन से दो सबसे तेज और तकनीकी कदम उठाने चाहिए?
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