Hazaribagh Violence: कोल डिपो में तांडव, मशीनें जलाईं, फायरिंग से दहशत!
हजारीबाग के न्यू बिरसा कोल परियोजना में अपराधियों ने हमला कर एक पेलोडर मशीन जला दी और 5 वाहनों में तोड़फोड़ की। फायरिंग में CCL का कर्मचारी घायल हो गया। पुलिस जांच में जुटी है।

हजारीबाग: झारखंड के न्यू बिरसा कोल परियोजना में बुधवार की रात अपराधियों ने खौफनाक तांडव मचाया। पहले 5 राउंड फायरिंग कर दहशत फैलाई, फिर एक पेलोडर मशीन को आग के हवाले कर दिया। यही नहीं, दो अन्य पेलोडर और तीन हाईवा वाहनों के शीशे भी तोड़ दिए।
घटना में सेंट्रल कोलफील्ड्स लिमिटेड (CCL) का एक कर्मचारी गोली लगने से घायल हो गया। इसके बाद पूरे इलाके में दहशत का माहौल बन गया और प्रभावित कर्मचारियों व विस्थापितों ने काम पूरी तरह ठप कर दिया।
रामगढ़-हजारीबाग सीमा पर गैंग का हमला, उद्योग ठप
यह गंभीर घटना रामगढ़-हजारीबाग की सीमा पर स्थित उरीमारी न्यू बिरसा कोल डिपो में घटी। रात के अंधेरे में अपराधी पहुंचे और बेधड़क फायरिंग शुरू कर दी।
इसके बाद जेसीबी मशीन को आग के हवाले कर दिया और अन्य 5 वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया। अपराधियों के इस हमले के बाद से पूरे क्षेत्र में खौफ का माहौल है और कोयला लोडिंग पूरी तरह ठप हो गई है।
पुलिस को देख भागे हमलावर, 10 संदिग्ध हिरासत में
घटना की सूचना मिलते ही उरीमारी थाना प्रभारी राम कुमार राम अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस गाड़ी देखते ही हमलावर फरार हो गए।
हालांकि, पुलिस ने कार्रवाई करते हुए रांची जिले के हिंदेगिर छापर इलाके से 10 संदिग्धों को हिरासत में ले लिया और उनसे पूछताछ जारी है।
“अपराधियों को किसी भी हाल में छोड़ा नहीं जाएगा। जल्द ही सभी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा,” – उरीमारी थाना प्रभारी
कोयला माफिया का खेल या पुरानी रंजिश?
इस हमले के पीछे कोयला माफिया या आपसी रंजिश का मामला भी हो सकता है।
- झारखंड के कोयला खदानों में लंबे समय से अवैध कारोबार और रंगदारी का खेल चलता आ रहा है।
- न्यू बिरसा परियोजना पहले भी विवादों में रही है, जहां ठेकेदारों और कोल माफिया के बीच वर्चस्व की लड़ाई चलती रहती है।
- इससे पहले भी कोयला खदानों में आगजनी, तोड़फोड़ और धमकियों की घटनाएं होती रही हैं, लेकिन इस बार का हमला कहीं ज्यादा खतरनाक था।
CCL कर्मचारियों में दहशत, लोडिंग बंद
हमले के बाद से CCL कर्मचारी और विस्थापित खौफ में हैं।
“जब तक सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम नहीं होते, हम काम पर नहीं लौटेंगे,” – एक कर्मचारी
फिलहाल कोयला लोडिंग पूरी तरह से बंद है, जिससे खदान संचालन प्रभावित हो गया है।
पुलिस की रणनीति और आगे की कार्रवाई
पुलिस ने इस हमले को गंभीर चुनौती मानते हुए पूरे गिरोह को पकड़ने के लिए सघन जांच शुरू कर दी है।
- संदिग्ध इलाकों में छापेमारी तेज कर दी गई है।
- CCL प्रबंधन से बातचीत कर सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत किया जा रहा है।
- जल्द ही और गिरफ्तारियां होने की संभावना है।
झारखंड के कोयला क्षेत्रों में अपराधियों का आतंक बढ़ता जा रहा है। न्यू बिरसा परियोजना में हुए इस हमले ने सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। पुलिस अब गिरोह का पूरा नेटवर्क तोड़ने की तैयारी में है।
अब यह देखना दिलचस्प होगा कि अपराधी कब तक कानून की पकड़ से बच पाते हैं या जल्द ही इनपर शिकंजा कस दिया जाएगा।
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