Giridih Action: 5 घंटे तक चला बुलडोजर, सड़क जाम से बचने के लिए प्रशासन ने क्या कदम उठाए?
गिरिडीह के सरिया में प्रशासन ने अतिक्रमण हटाने के लिए पांच घंटे तक बुलडोजर चलाया। जानिए क्यों प्रशासन को यह कदम उठाने की जरूरत पड़ी और कैसे हुई कार्रवाई।
झारखंड के गिरिडीह जिले में प्रशासन ने सरिया के प्रमुख इलाकों में अतिक्रमण हटाने के लिए बड़ा कदम उठाया। पांच घंटे तक लगातार बुलडोजर चलता रहा, जब प्रशासन ने ओवरब्रिज निर्माण और सड़क अतिक्रमण को हटाने के लिए एक मुहिम शुरू की। यह कदम रांची-देवघर-दुमका मुख्य सड़क के सरिया बाजार में लगने वाले जाम के कारण उठाया गया था, जो हर तबके के लिए परेशानी का कारण बन चुका था।
सरिया के बाजारों में लगातार जाम की स्थिति ने स्थानीय निवासियों को परेशान कर दिया था। स्कूली बच्चे, एम्बुलेंस, और लोकल व्यापारी सभी इस जाम के कारण असहज हो गए थे। सार्वजनिक और मीडिया में इस समस्या की बढ़ती आलोचना हो रही थी। सोशल मीडिया और समाचार पत्रों में सड़क जाम की खबरें प्रमुखता से छाई हुई थीं।
सरिया बाजार में ओवरब्रिज का निर्माण और अतिक्रमण के कारण जाम की समस्या और भी गंभीर हो गई थी। खासकर, 24 जनवरी को सड़क जाम का हाल बेहद बुरा था। वह जाम लगभग आठ घंटे तक लगा रहा, जो दोपहर 12 बजे से रात 8 बजे तक था। इस जाम में स्कूली वाहन, छोटे-बड़े वाहन और एम्बुलेंस तक फंसी हुई थीं। जाम में फंसे कई वाहन रेंगते हुए अपने गंतव्य तक पहुंचे, जिनमें से कई वाहन घंटों तक बिना किसी प्रगति के खड़े रहे। उस दिन, स्कूली बच्चों को उनके घर पहुंचने में बहुत देर हो गई, और बगोदर जाने वाले छात्र शाम 7 बजे अपने घर पहुंचे।
24 जनवरी के जाम ने प्रशासन को इस समस्या की गंभीरता का अहसास दिलाया और इसे हल करने के लिए कड़े कदम उठाने का फैसला लिया गया। गुरुवार को प्रशासन ने बड़े स्तर पर अतिक्रमण हटाने की मुहिम शुरू की। इस कार्रवाई में शामिल थे एसडीएम संतोष गुप्ता, एसडीपीओ धनंजय कुमार राम, मजिस्ट्रेट, सीओ संतोष कुमार, थानेदार योगेश कुमार, नप कार्यपालक अधिकारी अजित कुमार, प्रबंधक शशि प्रकाश और पुलिस बल।
गुरुवार को दोपहर 12 बजे से अतिक्रमण हटाने की प्रक्रिया शुरू की गई, जिसमें सरिया झंडा चौक से विवेकानंद चौक तक सड़क पर लगी दुकानों और ठेलों पर कार्रवाई की गई। फल की दुकानों, होटलों और फास्ट फूड विक्रेताओं को भी हटाया गया, जो सड़क पर अतिक्रमण कर अपने व्यापार चला रहे थे। कई दुकानें सड़क के बाहर और सरकारी जमीन पर पक्के निर्माण के रूप में स्थित थीं, जिन्हें प्रशासन ने हटा दिया।
यह कार्रवाई केवल सरिया में ही नहीं, बल्कि विवेकानंद रोड पर भी की गई। प्रशासन का यह कदम स्थानीय व्यापारियों और नागरिकों के लिए राहत का कारण बना। अतिक्रमण हटाने से सड़क पर चलने-फिरने की जगह मिली और जाम की समस्या में भी कमी आई। प्रशासन का यह कदम केवल एक दिन की कार्रवाई नहीं थी, बल्कि यह इस बात का संकेत था कि भविष्य में भी प्रशासन अतिक्रमण के खिलाफ सख्त रहेगा।
अब यह देखना होगा कि क्या इस कार्रवाई से सरिया और आसपास के इलाकों में जाम की समस्या पूरी तरह से खत्म हो पाती है या फिर प्रशासन को और कड़े कदम उठाने होंगे। अतिक्रमण हटाने की इस मुहिम को देखकर यह लगता है कि गिरिडीह प्रशासन अब सड़क सुरक्षा और नागरिक सुविधाओं को प्राथमिकता दे रहा है।
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