Ghatsila Tragedy : झांटीझरना पंचायत में करंट की चपेट में महिला की दर्दनाक मौत, गांव में शोक की लहर
जमशेदपुर के घाटशिला क्षेत्र में 11 हजार वोल्ट के तार की चपेट में आने से नानिका हेम्ब्रम (42) की मौत हो गई। महिला के चार बच्चे हैं। पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिजनों को सौंपा गया।

जमशेदपुर: झांटीझरना पंचायत के डाइनमारी गांव में शुक्रवार की रात को एक दर्दनाक घटना ने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया। महिला नानिका हेम्ब्रम (42) घर से शौच के लिए निकली थीं, तभी अंधेरे में 11 हजार वोल्ट के तार की चपेट में आकर झुलस गईं। उन्हें तुरंत ग्रामीणों ने एमजीएम अस्पताल पहुंचाया, लेकिन इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय पुलिस भी मौके पर पहुंची। शनिवार को शव का पोस्टमॉर्टम कराया गया और परिजनों को सौंप दिया गया। इस हादसे ने पूरे गांव में शोक और चिंता की लहर दौड़ा दी है।
घटना का विवरण
सूत्रों के अनुसार, 16 सितंबर की रात लगभग 9 बजे नानिका हेम्ब्रम अपने घर से शौच के लिए निकली थीं। ग्रामीणों ने बताया कि अंधेरे और असुरक्षित तारों की वजह से यह हादसा हुआ। बिजली की करंट के तेज झटके से महिला गंभीर रूप से झुलस गई थीं। स्थानीय लोग तत्काल उन्हें पकड़कर एमजीएम अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां चिकित्सकों ने उन्हें प्राथमिक इलाज देने के बावजूद बचाया नहीं जा सका।
परिवार और सामाजिक प्रभाव
नानिका हेम्ब्रम के चार बच्चे हैं। उनके परिवार का पूरा सहारा महिला पर ही था। ग्रामीणों का कहना है कि इस घटना ने गांव में भय और दुख का माहौल पैदा कर दिया है। स्थानीय समाजसेवी और पंचायत के लोग भी हादसे को लेकर चिंतित हैं।
हादसे की पृष्ठभूमि
झांटीझरना पंचायत और आसपास के क्षेत्र में बिजली की आपूर्ति और तारों की देखभाल को लेकर लंबे समय से शिकायतें रहती रही हैं। ग्रामीण बताते हैं कि कई बार खुले तार और अधूरी मरम्मत के कारण दुर्घटनाएं होती रहती हैं। विशेषज्ञ कहते हैं कि इस तरह के तारों को सुरक्षित बनाने और रात के समय लोगों की सुरक्षा के उपाय करने की आवश्यकता है।
ऐतिहासिक संदर्भ
घाटशिला और आसपास के ग्रामीण इलाके लंबे समय से बिजली की असुरक्षा के कारण खतरनाक माने जाते रहे हैं। पिछले कुछ वर्षों में कई लोग करंट की चपेट में आने से घायल हुए या मरे हैं। स्थानीय प्रशासन ने समय-समय पर चेतावनी जारी की है, लेकिन पर्याप्त सुधार नहीं किया गया।
प्रशासन और पुलिस की प्रतिक्रिया
एमजीएम अस्पताल में महिला की मौत के बाद पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर ली है। शव का पोस्टमॉर्टम कराकर परिजनों को सौंपा गया। पुलिस ने ग्रामीणों से पूछताछ की और मामले की विस्तृत जांच शुरू कर दी है। अधिकारी कह रहे हैं कि हादसे में दोषियों की पहचान की जाएगी और जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
भविष्य की सावधानियां
विशेषज्ञों का कहना है कि ग्रामीण क्षेत्रों में रात के समय खुले और अधूरे तारों से जुड़ी घटनाओं को रोकने के लिए चेतावनी संकेत और प्रकाश व्यवस्था जरूरी है। इसके अलावा बिजली के तारों को सही तरीके से जमीन में दबाना या सुरक्षित गटर में रखना अत्यावश्यक है।
ग्रामीणों की भावनाएं
ग्रामीण न केवल घटना से दुखी हैं, बल्कि भविष्य में इसी तरह की दुर्घटना से डर भी रहे हैं। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि बिजली की सुरक्षा और ग्रामीण सुरक्षा उपायों में तेजी लायी जाए।
यह हादसा सिर्फ नानिका हेम्ब्रम के परिवार के लिए ही नहीं, बल्कि पूरे गांव और क्षेत्र के लिए चेतावनी है। बिजली की सुरक्षा और ग्रामीण इलाकों में सावधानी की जरूरत को दोहराता है।
इस घटना ने यह स्पष्ट किया है कि छोटी-छोटी लापरवाहियां भी जीवन के लिए खतरा बन सकती हैं। प्रशासन और स्थानीय लोग अब इस दिशा में कदम उठाने को विवश हैं ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।
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