Ghatshila Action: चुनाव से पहले धमाका! घाटशिला में उत्पाद विभाग का बड़ा अभियान, स्वर्णरेखा नदी किनारे से 750 किलो अवैध जावा महुआ नष्ट, चुनाव शांतिपूर्ण कराने की तैयारी
घाटशिला उपचुनाव को देखते हुए एसडीएम और सहायक उत्पाद आयुक्त के निर्देश पर स्वर्णरेखा नदी के किनारे रातमुहान क्षेत्र में अवैध शराब के खिलाफ विशेष अभियान चलाया गया। छापेमारी में लगभग 750 किलोग्राम जावा महुआ और 25 लीटर चुलाई शराब जब्त की गई।
झारखंड में होने वाले घाटशिला उपचुनाव से पहले प्रशासन पूरी तरह से एक्शन में आ गया है। गुरुवार को एसडीएम और सहायक उत्पाद आयुक्त के निर्देश पर अवैध शराब निर्माण के विरुद्ध एक विशाल और कड़ा विशेष अभियान चलाया गया। स्वर्णरेखा नदी के किनारे स्थित रातमुहान क्षेत्र में हुई इस छापेमारी ने अवैध शराब के धंधेबाजों के बीच दहशत पैदा कर दी है।
अवैध शराब के निर्माण और बिक्री का इतिहास भारतीय चुनावों से जुड़ा रहा है। उपचुनाव और आम चुनावों के दौरान अक्सर अवैध शराब का इस्तेमाल मतदाताओं को लुभाने और शांति भंग करने के लिए किया जाता है। इसी पृष्ठभूमि में प्रशासन की यह सक्रियता आगामी चुनाव को निष्पक्ष और भयरहित बनाने के लिए अत्यंत आवश्यक थी।
स्वर्णरेखा किनारे ध्वस्त हुई अवैध शराब भट्ठी
उत्पाद निरीक्षक रामदास भगत के पर्यवेक्षण में गठित टीम ने रातमुहान क्षेत्र को निशाना बनाया। यह इलाका स्वर्णरेखा नदी के किनारे स्थित होने के कारण अवैध शराब बनाने के लिए कुख्यात है, जहां छिपाव आसान होता है।
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विशाल बरामदगी: छापेमारी के दौरान लगभग 750 किलोग्राम अवैध जावा महुआ नष्ट किया गया। जावा महुआ शराब बनाने के लिए इस्तेमाल होने वाला कच्चा माल होता है। इसके अलावा, मौके से 25 लीटर तैयार चुलाई शराब भी जब्त की गई।
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भट्ठी ध्वस्त: टीम ने मौके पर स्थापित अवैध शराब की चुलाई भट्टी को भी पूरी तरह से ध्वस्त कर दिया। इस सख्त कार्रवाई से अवैध धंधेबाजों को सीधा संदेश दिया गया है कि कानून का उल्लंघन बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
चुनाव को शांतिपूर्ण बनाने का संकल्प
अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि यह अभियान किसी व्यक्ति या समुदाय विशेष के विरुद्ध नहीं है, बल्कि इसका मुख्य उद्देश्य आगामी उपचुनाव को शांतिपूर्ण और निष्पक्ष बनाना है। अवैध मद्य निर्माण, भंडारण एवं बिक्री पर आगे भी सख्त कार्रवाई जारी रहेगी।
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कानूनी कार्रवाई: भट्ठी संचालकों के विरुद्ध उत्पाद अधिनियम की सुसंगत धाराओं के अंतर्गत मामला दर्ज कर लिया गया है और आगे की कार्रवाई की जा रही है। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि अवैध धंधेबाज कानून के दायरे में आएं।
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टीम सहयोग: छापेमारी दल में उत्पाद निरीक्षक के अलावा अवर निरीक्षक उत्पाद मो. गुफरान, प्रतिनियुक्त जिला पुलिस बल और गृह रक्षक भी शामिल थे। विभिन्न विभागों के इस संयुक्त प्रयास ने अभियान को सफलतापूर्वक अंजाम दिया।
प्रशासन ने सख्त चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि अगर किसी भी व्यक्ति या समूह ने चुनाव के दौरान अवैध गतिविधियों में शामिल होने की कोशिश की, तो उनके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी। घाटशिला में हुई यह कार्रवाई अन्य उपचुनाव क्षेत्रों के लिए भी एक उदाहरण प्रस्तुत करती है।
आपकी राय में, चुनावों को अवैध शराब के प्रभाव से मुक्त रखने के लिए प्रशासन को सिर्फ छापेमारी के अलावा और कौन से दो स्थायी और प्रभावी कदम उठाने चाहिए?
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