Jharkhand Weather: मौसम का बदलाव! झारखंड में 'परसों' से मानसून की विदाई का आगाज, 12 अक्टूबर से उत्तरी जिले होंगे शुष्क, तापमान में गिरावट का मिलेगा संकेत
भारतीय मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, झारखंड में 12 अक्टूबर (रविवार) से मानसून की आधिकारिक विदाई शुरू हो जाएगी। कल से आसमान साफ होगा। उत्तर-पश्चिम से आने वाली ठंडी हवाओं के कारण न्यूनतम तापमान में 2 से 3 डिग्री सेल्सियस की गिरावट संभव है।
झारखंड में आसमान से बादलों के हटने और सर्दी की आहट का वक्त आ गया है! भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने आधिकारिक रूप से घोषणा की है कि कल (शनिवार) से मौसम पूरी तरह से करवट ले लेगा और परसों (रविवार, 12 अक्टूबर) से पूरे प्रदेश से मानसून की विदाई की प्रक्रिया आरंभ हो जाएगी। मानसून का यह जाना झारखंड के लोगों के लिए साफ मौसम और बढ़ती ठंड की शुरुआत का संकेत है।
झारखंड में मानसून का आगमन और विदाई सदियों से यहां के कृषि चक्र और जीवनशैली को प्रभावित करती रही है। बारिश का जाना जहां किसानों को रबी की फसलों के लिए तैयार करेगा, वहीं सर्दियों के सुहाने मौसम की शुरुआत भी होगी।
12 अक्टूबर से विदाई का पहला चरण
रांची स्थित मौसम विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिकों ने बताया कि पिछले 24 घंटों के दौरान मानसून काफी कमजोर रहा है। आज कुछ इलाकों में आंशिक बादल और गरज के साथ हल्की बारिश की संभावना है, लेकिन इसके बाद मौसम शुष्क होने लगेगा।
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उत्तरी जिलों में असर: IMD के मुताबिक, झारखंड के उत्तर और बिहार से सटे जिलों में 12 अक्टूबर (रविवार) तक मानसून की विदाई का पहला चरण पूरा हो जाएगा।
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शेष भाग: राज्य के शेष हिस्सों से मानसून की विदाई एक दिन बाद पूरी होने की संभावना है। पश्चिमी और पश्चिमोत्तर भागों में सबसे पहले बादल छंटने लगेंगे। गौरतलब है कि मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश में पहले ही मौसम साफ हो चुका है, जिसका असर झारखंड पर दिखाई देगा।
ठंडी हवाएं और तापमान में गिरावट
मानसून के जाने के साथ ही ठंडी हवाओं का दौर शुरू होगा, जो झारखंड के तापमान में गिरावट लाएगा।
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हवाओं की दिशा: रविवार से झारखंड में उत्तर और पश्चिम दिशा से ठंडी हवाएं बहने लगेंगी।
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तापमान में परिवर्तन: मौसम विभाग के संकेत के अनुसार, अगले पांच दिनों तक अधिकतम तापमान में ज्यादा परिवर्तन नहीं होगा। लेकिन अगले चार दिनों के बाद न्यूनतम तापमान में 2 से 3 डिग्री सेल्सियस की गिरावट संभव है, जिससे रात और सुबह में ठंड महसूस होने लगेगी।
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विशेषज्ञ की राय: मौसम वैज्ञानिक अभिषेक आनंद ने पुष्टि की कि रांची समेत झारखंड के अधिकांश हिस्सों में मानसून धीरे-धीरे निष्क्रिय होता जा रहा है, जिससे आने वाले सप्ताह में मौसम शुष्क और साफ बना रहेगा।
पिछले 24 घंटों में धनबाद (21.8 मिमी), खूंटी (17 मिमी) और पूर्वी सिंहभूम (4 मिमी) जैसे जिलों में छिटपुट बारिश दर्ज की गई, लेकिन यह मानसून की अंतिम बौछारें साबित हो सकती हैं। हालांकि, छत्तीसगढ़ में बादलों की हल्की मौजूदगी के कारण इसका अस्थायी असर दक्षिणी झारखंड के कुछ हिस्सों पर दिख सकता है।
आपकी राय में, मानसून की विदाई के बाद ठंड के मौसम में प्रदूषण और सूखेपन से निपटने के लिए स्थानीय प्रशासन को कौन से दो एहतियाती कदम उठाने चाहिए?
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