Garwha : सड़क जाम में फंसी एम्बुलेंस, मरीज ने अस्पताल पहुंचने से पहले तोड़ा दम

गढ़वा में सड़क जाम की वजह से एक मरीज की समय पर इलाज न मिलने से मौत हो गई। जानिए इस दर्दनाक हादसे की पूरी कहानी।

Nov 30, 2024 - 12:03
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Garwha : सड़क जाम में फंसी एम्बुलेंस, मरीज ने अस्पताल पहुंचने से पहले तोड़ा दम
Garwha : सड़क जाम में फंसी एम्बुलेंस, मरीज ने अस्पताल पहुंचने से पहले तोड़ा दम

झारखंड के गढ़वा जिले में सड़क पर यातायात जाम के कारण एक दर्दनाक घटना हुई। गम्हरिया गांव के 22 वर्षीय आनंद कुमार भुइयां की विद्युत करंट से मौत हो गई। उसे गंभीर स्थिति में सदर अस्पताल लाया जा रहा था, लेकिन शहर के मझिआंव मोड़ पर डेढ़ घंटे तक सड़क जाम में फंसे रहने के कारण समय पर इलाज नहीं मिला, और उसने अस्पताल पहुंचने से पहले ही दम तोड़ दिया।

घटना का विवरण

जानकारी के अनुसार, आनंद कुमार भुइयां चौरा गांव के एक ईंट भठ्ठा पर मजदूरी करता था। उसके परिवार में पिता मस्ताना भुइयां, मां उर्मिला देवी, और भाई दीपक कुमार भी काम करते हैं। शुक्रवार को आनंद पंडा नदी में नहाने गया था, जहां एक किसान अपनी फसल की सिंचाई के लिए विद्युत पंप लगाते समय आनंद से मदद मांगने आया। आनंद ने विद्युत तार बिछाने में सहायता की, तभी करंट की चपेट में आकर गंभीर रूप से घायल हो गया।

घायलों की मदद और रास्ते की मुश्किलें

ईंट भठ्ठा के मजदूरों ने आनन-फानन में आनंद को प्राइवेट बोलेरो से सदर अस्पताल लाने का प्रयास किया। लेकिन, मझिआंव मोड़ पर सड़क जाम के कारण उनकी एम्बुलेंस फंस गई। करीब डेढ़ घंटे की कठिनाई के बाद, और लोगों की मदद से यह वाहन जाम को पार कर पाया, लेकिन तब तक आनंद की हालत गंभीर हो चुकी थी।

सड़क पर जाम और पुलिस की भूमिका

जानकारी के अनुसार, रंका मोड़ पर झामुमो कार्यकर्ताओं द्वारा मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के पदभार ग्रहण की खुशी में जश्न मनाया जा रहा था, जिससे वाहनों की आवाजाही रुक गई। मृतक की मां उर्मिला देवी ने बताया कि उन्होंने पुलिस से कई बार गुहार लगाई कि गाड़ी को आगे जाने दिया जाए, लेकिन किसी ने उनकी नहीं सुनी। सड़क पर जाम की वजह से करीब साढ़े पांच बजे आनंद को अस्पताल लाया जा सका। तब तक उसकी मौत हो चुकी थी।

परिवार का दुख और प्रशासन से सवाल

इस घटना ने न केवल परिवार को गहरा दुख पहुंचाया, बल्कि सड़क पर ऐसी जाम की स्थिति पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। आनंद की मां ने प्रशासन से सवाल किया कि जब समय पर अस्पताल नहीं पहुंचाया गया तो उसका बेटा कैसे बचता। उन्होंने यह भी पूछा कि ऐसी आपातकालीन स्थिति में पुलिस और स्थानीय प्रशासन का क्या कर्तव्य था।

सड़क जाम और चिकित्सा सेवा की आवश्यकता

यह हादसा यह साबित करता है कि सड़क पर यातायात व्यवस्था और चिकित्सा सेवाओं के बीच सही तालमेल की आवश्यकता है। समय पर चिकित्सा सहायता मिलना किसी भी दुर्घटना में जीवन और मृत्यु के बीच का फर्क बना सकता है।

यह घटना सभी को याद दिलाती है कि सड़क पर सुरक्षा और आपातकालीन सेवाओं के लिए ठोस उपायों की जरूरत है। प्रशासन को चाहिए कि वह सड़क पर जाम की समस्या को हल करने के लिए तत्काल कार्रवाई करें ताकि भविष्य में ऐसे हादसे न हों।

आपका योगदान:
सड़क पर किसी भी आपात स्थिति में सुरक्षा सुनिश्चित करने और आपातकालीन सेवाओं की गति को प्राथमिकता देने की जिम्मेदारी सभी नागरिकों और प्रशासन की है।

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Manish Tamsoy मनीष तामसोय कॉमर्स में मास्टर डिग्री कर रहे हैं और खेलों के प्रति गहरी रुचि रखते हैं। क्रिकेट, फुटबॉल और शतरंज जैसे खेलों में उनकी गहरी समझ और विश्लेषणात्मक क्षमता उन्हें एक कुशल खेल विश्लेषक बनाती है। इसके अलावा, मनीष वीडियो एडिटिंग में भी एक्सपर्ट हैं। उनका क्रिएटिव अप्रोच और टेक्निकल नॉलेज उन्हें खेल विश्लेषण से जुड़े वीडियो कंटेंट को आकर्षक और प्रभावी बनाने में मदद करता है। खेलों की दुनिया में हो रहे नए बदलावों और रोमांचक मुकाबलों पर उनकी गहरी पकड़ उन्हें एक बेहतरीन कंटेंट क्रिएटर और पत्रकार के रूप में स्थापित करती है।