Galudih Clash: Voting Center पर पुलिस की पिटाई से मचा बवाल, गुस्साए मतदाताओं का विरोध
घाटशिला विधानसभा क्षेत्र के नरसिंहपुर में मतदान के दौरान पुलिस द्वारा एक मतदाता की पिटाई से हंगामा। नाराज ग्रामीणों को शांत कराने में मुखिया प्रतिनिधि की अहम भूमिका।
गालूडीह, 13 नवंबर: घाटशिला विधानसभा क्षेत्र के नरसिंहपुर में मतदान के दौरान एक अप्रत्याशित घटना में तब हंगामा मच गया जब वोट डालने आए एक मतदाता हरेन महतो को सुरक्षा बल के जवान ने कथित तौर पर पीट दिया। नरसिंहपुर मध्य विद्यालय में बने मतदान केंद्र पर हुए इस विवाद ने ग्रामीणों को आक्रोशित कर दिया, और मामला काफी गंभीर बन गया। गुस्साए मतदाताओं ने पुलिस के इस व्यवहार पर कड़ी आपत्ति जताई और विरोध में खड़े हो गए। बाद में, बाघुड़िया के मुखिया प्रतिनिधि सुनील कुमार सिंह ने हस्तक्षेप कर किसी तरह मामले को शांत किया।
मतदान केंद्र पर क्या हुआ विवाद?
घटना के संबंध में हरेन महतो ने बताया कि जब वह मतदान करने केंद्र पर पहुंचे, तो गेट के पास एक सुरक्षा जवान चेयर पर बैठा था, जिससे मतदाताओं के आने-जाने में बाधा हो रही थी। हरेन महतो ने जब जवान से हटने का आग्रह किया, तो जवान अचानक नाराज हो गया और महतो को धक्का देते हुए उन पर हमला कर दिया। इस अप्रत्याशित व्यवहार से मतदाताओं में नाराजगी फैल गई और मामला गरमा गया।
आक्रोशित ग्रामीणों का विरोध और पुलिस की भूमिका
इस पिटाई की खबर फैलते ही मतदान केंद्र के बाहर ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गई। लोगों में पुलिस बल के प्रति गहरी नाराजगी देखी गई। इसी बीच, स्थानीय मुखिया प्रतिनिधि सुनील कुमार सिंह ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को संभाला और मतदाताओं को शांत कराने का प्रयास किया। इस घटना ने ग्रामीणों में सुरक्षा व्यवस्था और पुलिस बल की भूमिका पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
घटनास्थल पर थाना प्रभारी पहुंचे
घटना की सूचना मिलते ही गालूडीह थाना प्रभारी कुमार इंद्रेश मौके पर पहुंचे और मामले की तहकीकात शुरू की। उन्होंने मतदाताओं से बातचीत कर पूरी स्थिति को समझने की कोशिश की और जांच का आश्वासन दिया।
झारखंड चुनावों में विवादों की श्रृंखला
यह पहली बार नहीं है जब झारखंड चुनावों के दौरान मतदान केंद्रों पर इस तरह की अप्रिय घटना हुई है। झारखंड में चुनावों के समय मतदान केंद्रों पर हिंसा या गड़बड़ी की घटनाएं आम हो चुकी हैं, जो कि मतदाताओं के लिए भय और असुरक्षा की भावना को बढ़ावा देती हैं। राज्य में सुरक्षा बलों की तैनाती को लेकर समय-समय पर विवाद उठता रहा है, और इस बार की घटना ने फिर से इस मुद्दे को सामने ला दिया है।
मतदान केंद्र पर पुलिस द्वारा मतदाता के साथ मारपीट की यह घटना न केवल मतदान प्रक्रिया को बाधित करती है, बल्कि यह चुनावी प्रक्रिया में सुरक्षा बलों की भूमिका पर भी प्रश्नचिह्न लगाती है। घटना के बाद पुलिस ने मामले की जांच का भरोसा दिया है, परंतु इससे उत्पन्न हुए तनाव और मतदाताओं में असुरक्षा की भावना को कम करने की दिशा में ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है।
What's Your Reaction?