Dhanbad Motorcycle Crash: दर्दनाक बाइक हादसे में महिला की मौत, तीन गंभीर घायल
पंचेत जीरो प्वाइंट पर बाइक टक्कर से महिला की मौत, तीन लोग घायल हुए। जानिए पूरी घटना और सड़क सुरक्षा पर चर्चा।

Dhanbad News: शनिवार की सुबह एक दिल दहला देने वाली घटना ने पंचेत ओपी क्षेत्र के चिरकुंडा-पंचेत सड़क पर खलबली मचाई। चिरकुंडा-पंचेत सड़क के पंचेत जीरो प्वाइंट पर दो बाइकों के बीच हुई भीषण टक्कर में एक महिला की जान चली गई, जबकि तीन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। यह हादसा इतना दर्दनाक था कि इलाके में गम का माहौल छा गया।
घटना के बारे में जानकारी मिली है कि बांदा गांव निवासी अख्तर अंसारी अपनी मां जैगुन बीबी और पिता इंसान अंसारी को लेकर अपने रिश्तेदार से मिलने जा रहे थे। जैसे ही उनकी बाइक पंचेत जीरो प्वाइंट के पास गोलाई के मोड़ पर पहुंची, तभी विपरीत दिशा से एक और बाइक आ गई। इस बाइक पर शिबू बाउरी (22) और उसका छोटा भाई अर्जुन बाउरी (10) सवार थे, जो दहीबाड़ी से अपने घर लौट रहे थे।
सूत्रों के अनुसार, शिबू बाउरी ने एक ट्रैक्टर को ओवरटेक करने की कोशिश की, लेकिन तभी सामने से आ रही बाइक से उनकी बाइक टकरा गई। इस टक्कर में इंसान अंसारी, शिबू बाउरी और अर्जुन बाउरी बुरी तरह घायल हो गए, जबकि जैगुन बीबी की मौके पर ही मौत हो गई।
घायलों को तुरंत पास के पतलाबाड़ी मोड़ स्थित निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनका इलाज जारी है। दूसरी ओर, पंचेत पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है।
हादसे का कारण क्या था?
यह हादसा तेज रफ्तार और ट्रैक्टर को ओवरटेक करने की कोशिश का परिणाम था। हालांकि, यह मामला और भी गहराई से जांचा जा सकता है, क्योंकि सड़क पर इस तरह की दुर्घटनाएं आम हो गई हैं। पिछले कुछ वर्षों में, चिरकुंडा-पंचेत सड़क पर कई बार ऐसे हादसे हुए हैं, जिनमें तेज रफ्तार और लापरवाही ने कई जिंदगियां छीन लीं।
पंचेत क्षेत्र में सड़क सुरक्षा पर विचार
यह हादसा पंचेत क्षेत्र के सड़क सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े करता है। क्या इलाके में सड़क सुरक्षा नियमों का पालन किया जा रहा है? क्या यातायात नियंत्रण की व्यवस्था मजबूत है? ये वो सवाल हैं जो अब स्थानीय प्रशासन और नागरिकों के सामने खड़े हो गए हैं।
स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया
इस दुर्घटना ने पूरे बांदा गांव को गहरे शोक में डाल दिया है। जैगुन बीबी के परिवारवाले और गांववाले इस हादसे से पूरी तरह से हतप्रभ हैं। स्थानीय लोग सड़क सुरक्षा की खामियों पर सवाल उठा रहे हैं और प्रशासन से सख्त कदम उठाने की मांग कर रहे हैं।
क्या है इस सड़क के इतिहास में?
चिरकुंडा-पंचेत सड़क का इतिहास भी काफी पुराना है, और यह सड़क स्थानीय लोगों के लिए मुख्य मार्ग के रूप में जानी जाती है। हालांकि, यह सड़क कई बार हादसों का शिकार हो चुकी है, जिसके कारण यहां पर बेहतर सड़क सुरक्षा के इंतजाम की आवश्यकता महसूस की जा रही है।
इस हादसे ने न केवल एक परिवार को दुख पहुंचाया, बल्कि पूरे गांव को झकझोर कर रख दिया है। अब यह देखना होगा कि स्थानीय प्रशासन इस मामले में क्या कार्रवाई करता है और क्या सड़क सुरक्षा की दिशा में कोई ठोस कदम उठाएगा।
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