Dhanbad Murder : धनबाद में मामूली विवाद पर भुलेश्वर कुम्भकार की पीट-पीटकर हत्या, परिवार के पहुंचते ही आरोपी हुए फरार, इलाके में सनसनी
धनबाद के अलकडीहा ओपी क्षेत्र के सुरुंगा कुम्हार टोला में मामूली बाइक एक्सीडेंट के विवाद पर 55 वर्षीय भुलेश्वर कुम्भकार की कुछ लोगों ने निर्मम पिटाई करके हत्या कर दी। बेटे ने राघु महतो सहित कई लोगों पर FIR दर्ज कराई है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है और फरार आरोपियों की तलाश में जुटी है।
झारखंड के धनबाद जिले के अलकडीहा ओपी क्षेत्र अंतर्गत सुरुंगा कुम्हार टोला से मानवीय क्रूरता की एक और भयानक घटना सामने आई है। यहां एक मामूली बाइक एक्सीडेंट के विवाद ने इतना विशाल रूप ले लिया कि 55 वर्षीय भुलेश्वर कुम्भकार की बेरहमी से पिटाई करके हत्या कर दी गई। यह घटना दर्शाती है कि आजकल समाज में आपसी सहिष्णुता कितनी कम हो गई है कि लोग छोटी सी बात पर भी किसी की जान लेने से नहीं हिचकते।
धनबाद का इतिहास, जो कोयला और औद्योगिक संघर्ष से भरा है, अक्सर यह दिखाता है कि यहां क्रोध और बदले की भावना कितनी जल्दी हिंसा का रूप ले लेती है। इस मामले में भी, कानून को हाथ में लेकर कुछ लोगों ने एक निर्दोष व्यक्ति की जिंदगी छीन ली।
पिता को पीटते देख मौके से भागे आरोपी
मृतक भुलेश्वर कुम्भकार के पुत्र राजू कुम्भकार ने शनिवार को अलकडीहा ओपी में लिखित शिकायत दर्ज कराई है। शिकायत के अनुसार, शुक्रवार शाम करीब 7 बजे उन्हें उनके पिता के एक सहकर्मी फरक महतो ने सूचना दी कि भुलेश्वर कुम्भकार पहाड़ीगोड़ा स्थित राघु महतो के घर के पास घायल अवस्था में पड़े हैं।
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निर्मम पिटाई: राजू के मुताबिक, जब वह अपनी मां के साथ तुरंत मौके पर पहुंचे, तो उन्होंने जो देखा, वह दर्दनाक था। उन्होंने राघु महतो, रतन महतो, राघु महतो के पुत्र और चार-पांच अन्य लोगों को मिलकर उनके पिता की बेरहमी से पिटाई करते हुए देखा।
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आरोपी फरार: मां-बेटे को देखते ही सभी आरोपी मौके से भाग निकले। अगर राजू और उनकी मां थोड़ी देर और नहीं पहुंचते, तो शायद आरोपी और भी बड़ा हादसा कर सकते थे।
मामूली एक्सीडेंट ने ली जान
राजू कुम्भकार ने बताया कि उनकी पिता की मौत का कारण एक अत्यंत मामूली विवाद था।
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एक्सीडेंट का झगड़ा: उनके पिता की बाइक से एक छोटा सा एक्सीडेंट हुआ था। इसी तुच्छ विवाद में उन्हें इतना बुरी तरह से पीटा गया कि उनके शरीर के अंदरूनी अंगों पर गंभीर चोटें आईं।
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अस्पताल में मौत: घायल पिता को आनन-फानन में एसएनएमएमसीएच (SNMMCH) धनबाद ले जाया गया, लेकिन इलाज के दौरान रात में ही उनकी मौत हो गई। परिजनों का आरोप है कि राघु महतो और उसके साथियों की निर्मम पिटाई ही उनकी मौत का कारण बनी।
अलकडीहा ओपी पुलिस ने आवेदन प्राप्त कर हत्या का मामला दर्ज कर लिया है और तत्काल मामले की जांच शुरू कर दी है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है ताकि मौत के सही कारण का पता चल सके। पुलिस सूत्रों के अनुसार, सभी फरार आरोपियों की तलाश में कई जगहों पर छापेमारी की जा रही है। परिजनों ने पुलिस से जल्द से जल्द दोषियों को गिरफ्तार करके न्याय दिलाने की मांग की है।
आपकी राय में, सड़क या सार्वजनिक स्थानों पर मामूली विवादों को अचानक हिंसा और हत्या में बदलने से रोकने के लिए पुलिस और स्थानीय प्रशासन को कौन से दो जागरूकता और दंडात्मक कदम उठाने चाहिए?
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