Dhalbhumgarh Water Supply Issue : पानी की सप्लाई में हंगामा! पाइपलाइन बिछाने को लेकर हुआ विरोध, जानिए पूरा मामला
धालभूमगढ़ में पाइपलाइन बिछाने को लेकर विरोध और जलापूर्ति की समस्या! जानिए पूरा मामला और प्रशासन की कार्रवाई।
Dhalbhumgarh News: झारखंड के धालभूमगढ़ में सुवर्णरेखा नदी के पानी को पाइपलाइन से गांवों तक पहुंचाने का काम चल रहा है, लेकिन इस बीच कुछ घटनाएं सामने आई हैं, जिनकी वजह से स्थानीय लोग आक्रोशित हो गए। नरसिंहगढ़ में ठेकेदार ने पाइप बिछाने के काम के दौरान एक नाली पर पाइप बिछा दिया, जिससे ग्रामीणों में गुस्सा भर गया। यह मामला गुरुवार को उस समय गरमा गया जब मुखिया बिलासी सिंह के नेतृत्व में ग्रामीणों ने काम का विरोध किया और पाइपलाइन बिछाने का काम रोक दिया। आइए जानते हैं इस पूरी घटना की विस्तार से कहानी, जो अब एक बड़ा मुद्दा बन गई है।
नाली के ऊपर पाइपलाइन बिछाना क्यों पड़ा विवादों में?
धालभूमगढ़ के नरसिंहगढ़ में जब ठेकेदार ने पाइपलाइन बिछाने के दौरान पूर्व में बनी नाली पर पाइप बिछा दिया, तो ग्रामीणों ने इसका विरोध शुरू कर दिया। मुखिया बिलासी सिंह का कहना था कि सड़क किनारे पाइप बिछाने का काम एसके सिंह द्वारा किया जा रहा था, लेकिन इसके लिए किसी भी प्रकार की जानकारी या अनुमति नहीं ली गई। उन्होंने कहा कि नाली के ऊपर पाइप बिछाना लापरवाही थी और इससे पाइप फटने का डर था, खासकर बरसात के मौसम में।
ग्रामीणों ने इस मुद्दे पर जमकर विरोध किया और पाइपलाइन बिछाने का काम बंद करवा दिया। मुखिया ने ठेकेदार के सुपरवाइजर राजकिशोर को सख्त लहजे में चेतावनी दी। उन्होंने बताया कि ठेकेदार द्वारा सड़क किनारे खुदाई के दौरान किसी प्रकार की जानकारी नहीं दी गई थी और न ही जनप्रतिनिधियों से संवाद किया गया। इस लापरवाही के कारण ग्रामीणों में गुस्सा था, क्योंकि इससे भविष्य में जलापूर्ति में रुकावट आ सकती थी।
सुपरवाइजर ने क्या कहा?
सुपरवाइजर राजकिशोर का कहना था कि पुराना नाला पहले से ही धंस चुका था, इस कारण से पाइप बिछाने का निर्णय लिया गया। उन्होंने यह भी कहा कि यदि ग्रामीणों को आपत्ति है, तो पाइपलाइन को सड़क के दूसरी ओर मोड़ा जा सकता है। लेकिन ग्रामीणों ने इस समाधान को अस्वीकार कर दिया और नाले के पुनर्निर्माण की मांग की।
पानी की किल्लत पर क्या है स्थिति?
वहीं, नरसिंहगढ़ में जलापूर्ति की समस्या भी गहरी होती जा रही है। पेयजल एवं स्वच्छता विभाग द्वारा स्थापित 15 एचपी के मोटर की वजह से जलापूर्ति में समस्या आ रही है। पहले यहां 20 एचपी का मोटर लगा था, जो खराब हो गया था, और 15 एचपी का मोटर लगा दिया गया, जिससे जलापूर्ति प्रभावित हो रही है। इसके कारण नरसिंहगढ़ की 70 कॉलोनियों और अस्पताल क्षेत्र में पानी की कमी हो रही है। खासतौर पर शत्रुघ्न मध्य विद्यालय जैसे स्कूलों में पानी की भारी कमी हो रही है। कई बच्चों को पानी के लिए परेशानी हो रही है और उन्हें पास की सोलर जलमीनारों से पानी लाना पड़ रहा है।
मुखिया बिलासी सिंह ने बताया कि 20 एचपी का मोटर अब मरम्मत हो चुका है और इसे जल्द ही लगाया जाएगा। उन्होंने आश्वासन दिया कि एक सप्ताह के अंदर जलापूर्ति की स्थिति पूर्व की तरह सामान्य हो जाएगी और लोगों को पानी की समस्या से निजात मिलेगी।
धालभूमगढ़ में पाइपलाइन बिछाने और जलापूर्ति की समस्याएं स्थानीय लोगों के लिए बड़ी चिंता का विषय बन गई हैं। ठेकेदार की लापरवाही और मोटर की समस्या ने लोगों की परेशानी को और बढ़ा दिया है। अब देखना यह है कि प्रशासन इस मामले में क्या कदम उठाता है और कैसे जलापूर्ति की स्थिति को सुधारता है। इस मामले को लेकर ग्रामीणों और जनप्रतिनिधियों में भी आक्रोश देखा जा रहा है, जो भविष्य में ऐसी समस्याओं के समाधान के लिए एक मजबूत रणनीति की मांग कर रहे हैं।
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