Deoghar Teacher Award : देवघर की शिक्षिका श्वेता शर्मा को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू करेंगी सम्मानित, जानिए क्या है खासियत?
देवघर की शिक्षिका श्वेता शर्मा को वर्ष-2025 का राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार मिलेगा। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 5 सितंबर को उन्हें विज्ञान भवन, दिल्ली में सम्मानित करेंगी। आखिर क्यों मिली श्वेता शर्मा को यह उपलब्धि?
केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार ने देवघर की शिक्षिका श्वेता शर्मा को इस साल के राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार 2025 के लिए चयनित किया है। झारखंड से इस वर्ष केवल श्वेता शर्मा को यह सम्मान मिल रहा है। यह राज्य के लिए गर्व का क्षण है।
पुरस्कार का आयोजन 5 सितंबर को नई दिल्ली के विज्ञान भवन में होगा। इस मौके पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू देशभर के कुल 45 शिक्षकों को सम्मानित करेंगी। इस सूची में देवघर की श्वेता शर्मा का नाम भी शामिल है।
कौन हैं श्वेता शर्मा?
श्वेता शर्मा देवघर के मध्य विद्यालय, विवेकानंद में प्राथमिक शिक्षिका के रूप में कार्यरत हैं। शिक्षा के क्षेत्र में उनके समर्पण, मेहनत और नवाचार को देखते हुए उन्हें यह पुरस्कार देने का निर्णय लिया गया।
उन्होंने विद्यालय में बच्चों को पढ़ाने के तरीके में नए प्रयोग किए। डिजिटल टूल्स, इंटरएक्टिव लर्निंग और रचनात्मक गतिविधियों के जरिए बच्चों में पढ़ाई के प्रति उत्साह बढ़ाया। उनके प्रयासों से विद्यालय के बच्चों की पढ़ाई और परीक्षा परिणामों में काफी सुधार देखा गया है।
पुरस्कार के तहत क्या मिलेगा?
राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार जीतने वाले हर शिक्षक को निम्नलिखित सम्मान प्रदान किया जाएगा –
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राष्ट्रपति द्वारा प्रदान किया गया प्रमाणपत्र
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₹50,000 की नकद राशि
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एक स्मार्ट टैबलेट
यह पुरस्कार सिर्फ शिक्षण कार्य को मान्यता ही नहीं देता, बल्कि शिक्षकों को और बेहतर काम करने की प्रेरणा भी देता है।
राज्य के लिए गर्व
श्वेता शर्मा इस वर्ष झारखंड की इकलौती शिक्षिका हैं जिन्हें यह पुरस्कार मिलेगा। इससे न केवल देवघर, बल्कि पूरे झारखंड की शिक्षा जगत को नई पहचान मिली है।
स्थानीय लोग और शिक्षा विभाग के अधिकारी भी इस खबर से उत्साहित हैं। उनका मानना है कि श्वेता शर्मा की उपलब्धि अन्य शिक्षकों को भी नवाचार और मेहनत के लिए प्रेरित करेगी।
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