डेंगू बुखार के कारण, लक्षण एवं घरेलु उपचार | Dengu Fever Symptoms, Precautions, Treatment in Hindi
डेंगू बुखार के कारण, लक्षण एवं घरेलु उपचार | Dengu Fever Symptoms, Precautions, Treatment in Hindi
डेंगू बुखार के कारण, लक्षण एवं घरेलु उपचार, मच्छर, फीवर ट्रीटमेंट गाइडलाइन्स, ईलाज, पेट दर्द, टेस्ट नाम (Dengu Fever Causes, Machhar, Fever, Symptoms, Precautions, Guideline, Home Remedy or Treatment, Ilaaj in Hindi)
डेंगू एक ऐसा नाम जिसे सुनकर शायद आपको घबराहट महसूस होगे डेंगू मानव शरीर में आने के बाद बहुत ही जल्दी मनुष्य को अपनी चपेट में ले लेता है | डेंगू के कारण आपकी मृत्यु भी हो सकती है डेंगू से बचने के लिए आपको बहुत सारे उपाय इस आर्टिकल में मिलेंगे यह आर्टिकल आपके लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है जिसके द्वारा आप अपनी और अपने परिवार अपने दोस्तों की जान बचा सकते हैं आप इस आर्टिकल में बने रहे और हर एक पैराग्राफ आपके लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है दुनिया भर में प्रतिवर्ष लाखों लोग डेंगू का शिकार होते हैं हर साल लगभग 390 मिलियन डेंगू इंफेक्शन के शिकार होते हैं जिसमें से 90 सिक्स मिलियन लोग तो रोग ग्रसित हो जाते हैं डेंगू होने से कि ज्यादा रिस्क इंडियन सबकॉन्टिनेंट, साउथ ईस्ट एशिया ,साउथ चाइना ,ताइवान ,मेक्सिको ,अफ्रीका ,सेंट्रल नॉर्थ अमेरिका में है पिछले 10 से 12 वर्षों में भारत में भी डेंगू के रोगियों की संख्या लगातार बढ़ी है 2021 के इसके मुताबिक भारत में 1.6 Lacks डेंगू केसेस रजिस्टर्ड किए गए हैं
डेंगू क्या है (What is Dengue)
डेंगू एक बीमारी है जो कि आजकल बहुत ही ज्यादा फैलता नजर आ रहा है वैसे तो डेंगू के बुखार का कारण एक विशेष प्रजाति का मच्छर का काटना होता है लेकिन यह मच्छर तो सिर्फ बीमारी का संचरण का काम करता है वास्तव में डेंगू एक वायरस जनित रोग है यह दुनिया में ट्रॉपिकल और सब ट्रॉपिकल क्षेत्र में अधिकतर पाया जाता है हल्का डेंगू होने पर तेज बुखार मसल और गांठ में दर्द होता है जबकि डेंगू के बढ़ जाने पर हेमोरेजिक फीवर भी कहते हैं इससे ब्लड प्रेशर अचानक से कम हो जाता है और रोगियों की मृत्यु तक हो सकती है |इस लेख में मैं आपको बीमारी के कारण लक्षण तथा इसका इलाज के बारे में आपको संपूर्ण जानकारी दूंगा आप कोशिश करें कि यह लेख पूरा पढ़ें |
डेंगू बुखार के कारण (Dengue Fever Causes)
- डेंगू का सबसे बड़ा कारण मच्छर है.
- घर के आस पास पानी का जमा होना.
- संक्रमित पानी व भोजन का सेवन करना.
डेंगू को सिर्फ लक्षण देखकर नहीं समझा जा सकता है इसके लिए डॉक्टर की सलाह पर टेस्ट करवाना चाहिए | खून की जांच के बाद डेंगू का होना डॉक्टर कंफर्म कर सकते हैं | 3 से 4 दिन में मरीज का से डेंगू के वायरस के खिलाफ लड़ नहीं पाता यह बढ़ने लगता है
डेंगू बुखार के लक्षण (Dengue Fever Symptoms)
- 3 से 15 दिन के समय अगर आपको बुखार रहता है तो यह डेंगू हो सकता है यह लक्षण कभी मच्छर के काटने के तुरंत बाद सामने नहीं आते हैं
- अन्य बीमारियों के जैसे ही आंखों में दर्द भूख की कमी पीठ दर्द तेज सर दर्द ठंड लगना बुखार आने के साथ ही डेंगू की शुरुआत हो सकती है
- डेंगू में शरीर के अंदर खून में इसका संचरण बढ़ने से 1 घंटे के बाद ही दांतों में दर्द शुरू हो जाता है तथा व्यक्ति को 104 डिग्री तक बुखार भी आ सकता है हाइपोटेंशन के साथ हार्ट रेट कम होना ब्लड प्रेशर में क्या तेजी से गिरना भी डेंगू के लक्षण में सम्मिलित है इसके अलावा आंख लाल होना चेहरे पर गुलाबी दाने दिखना लिंक के इनफॉरमेशन होना भी डेंगू का सूचक होता है
- परंतु डेंगू केसरी कलेक्शन 4 दिन तक चल सकते हैं
- दूसरा फिर शुरू होता है जिसमें कि अब तक बढ़ा हुआ बॉडी टेंपरेचर कम हो जाता है और पसीना होने लगता है लेकिन इससे पहले शरीर का तापमान नॉर्मल हो जाता है और रुकी बेहतर महसूस करने लगता है लेकिन ऐसा भी 1 दिन से ज्यादा नहीं रहता और इस तरह से डेंगू के सेकंड फेस में लक्षण दिखना शुरू हो जाते हैं
- डेंगू के तीसरे फेज में शरीर का तापमान पहले से और ज्यादा बढ़ने लगता है लाल दाने जो कि अब केवल चेहरे पर थे अब पूरे शरीर पर फैल जाते हैं
डेंगू बुखार वाइरोलोजी (Dengu Fever Virology)
- डेंगू के वायरस चार प्रकार के होते हैं यह वायरस वेट नहीं इंफेक्शन और येलो फीवर से मिलते जुलते होते हैं इसे ब्रेकबोन फीवर भी कहा जाता है
- इन वायरस कोर्ट संचरण करने के लिए एक माध्यम की आवश्यकता होती है और यह माध्यम मच्छर होते हैं यदि किसी व्यक्ति को एक बार डेंगू हो जाए तो इसे रिकवर करने के बाद शरीर में उस वायरस के लिए एक विशेष एंटीबॉडी बन जाता है जिसका न शरीर में उस वायरस के प्रति रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ जाती है
डेंगू का मच्छर एवं रोकथाम के उपाय (Dengu Machhar Prevention of mosquitoes)
- डेंगू के वायरस सबसे ज्यादा सुबह और शाम में एक्टिव रहते हैं इसी कारण इस समय ही इससे बचने का विशेष उपाय और सलाह दी जाती है
- दोपहर और रात में डेंगू के वायरस वाले मच्छर ज्यादा खतरनाक नहीं होते हैं
- डेंगू के लिए ट्रॉपिकल और सब ट्रॉपिकल है या इसके लिए बहुत ही सेंसिटिव होते हैं इस क्षेत्र में ट्रैवल करने से बचना चाहिए और यदि ट्रैवल करना हो तो अपने बचाव के यंत्रों को अपने साथ रखें और सुनिश्चित करें कि आपके पास हर एक तरह के उपाय है जिससे आप डेंगू से बच सकते हो
- मच्छरों से बचने के लिए जरूरी है कि आप अपने घर के आसपास पानी इकट्ठा ना होने दें
- अपने घर के आस-पास कूलर घर के किसी कोने में तब बाल्टी आठ राम आदि को हमेशा चेक करते रहे इसमें कोई पानी एकत्र नहीं होना चाहिए अगर पानी एकत्र हो रहा है तो उसे उस पानी को बाहर फेंके और उस कंटेनर को सूखने दें और फिटकरी का उपयोग करें जहां उस पानी में मच्छर न पनप सके मच्छरों की हैबिटेट को समाप्त करने के लिए सप्ताह में एक बार पानी को जरूर साफ रखें और साफ सफाई का ध्यान दें ऐसा वातावरण ना बनने दे जहां मच्छर अपने अंडे दे सके इसके कारण आप पानी को एकत्र ना होने दें घर के सभी कचरे को सही जगह पर बाहर फेंक दें उन्हें सड़ने ना दें|
डेंगू बुखार के लिए घरेलू उपचार (Dengue Fever Home Remedy Treatment)
इनके अलावा कुछ और उपाय :
- आराम करें और लिक्विड लेते रहें इस दौरान शरीर में पानी की कमी नहीं होनी चाहिए इसलिए डॉक्टर द्वारा बताएं पाउडर को पानी में मिलाकर पीते रहे
- इसकी दवा नहीं है लेकिन डॉक्टर अपने हिसाब से इसका इलाज करते हैं वह इसके साइड इफेक्ट से बचने के लिए दवाइयां देते हैं यह समय पर लेना चाहिए
- अपने घर के आस-पास साफ सफाई का विशेष ध्यान रखना चाहिए
- किसी भी जहां पर पानी कट्ठा ना होने दें जैसे कूलर गमले बैटरी आदि
- मच्छर से बचने के लिए दवाइयों का छिड़काव करते रहे शाम के समय दरवाजे खिड़कियां बंद रखें ताकि मच्छर ना आने पाए
- बच्चों को विशेष तौर पर बचा कर रखें
- डेंगू बुखार में खून की कमी हो जाती है इस कारण व्यक्ति की मौत हो सकती है इसलिए खून की मात्रा संतुलित आहार लें
- डेंगू के मरीजों को खून की कमी पूरी होती है
वैसे तो डेंगू इतना ज्यादा जानलेवा नहीं है और ना ही यह कोई भयंकर संक्रामक रोग है परंतु इससे बचने के लिए हमें दिए गए उपयुक्त जानकारियों का प्रयोग सही ढंग से करना चाहिए जिससे हम डेंगू से अपने और अपने परिवार अपने समाज की रक्षा कर सकें
FAQ
Ans : गंदगी एवं मच्छरों से
Ans : आँखों में दर्द, भूख में कमी आना,पीठ दर्द ,तेज सरदर्द, ठंड लगना, बुखार आना आदि
Ans : अपने आसपास सफाई रखकर, एवं हेल्दी खाना खाकर.
Ans : डेंगू शॉक सिंड्रोम (डीएसएस) - मरीज का धीरे-धीरे बेहोश होना। - मरीज की नाड़ी कभी तेज और कभी धीरे चलने लगती है। उसका ब्लड प्रेशर एकदम लो हो जाना। इन तीनों में से डेंगू हॅमरेजिक बुखार अौर डेंगू शॉक सिंड्रोम का डेंगू सबसे ज्यादा खतरनाक होते है।
Ans : डेंगू बुखार में मरीज को राहत दिलाने के लिए डॉक्टर ग्लूकोज के अलावा एंटी बायोटिक और एसिडिटी के इंजेक्शन लगाते हैं. जबकि कई घरेलू उपचारों से भी रोगी की प्लेटलेट्स बढ़ाई जा सकती हैं
Q : डेंगू का असर कितने दिन तक रहता है?
Ans : संक्रमित होने के बाद से इसके लक्षण 3 दिनों से लेकर 14 दिनों तक बने रहते हैं.
Q : डेंगू हो जाए तो क्या करना चाहिए?
Ans : नारियल पानी का सेवन डेंगू में फायदेमंद रहता है., तुलसी के पत्तों को उबालकर इसका पानी पीने से इम्यून सिस्टम मजबूत होगा और डेंगू में फायदा मिलेगा. - मेथी के पत्तों को उबालकर इसका गुनगुना पानी पीने से डेंगू में अच्छा साबित हो सकता है|
Q : डेंगू के मरीज को क्या खाना चाहिए?
Ans : पपीते के पत्ते का रस, अनार का सेवन करना, दही खाएं, नारियल पानी |
Q : प्लेटलेट्स कम होने पर क्या खाना चाहिए?
Ans : प्लेटलेट्स बढ़ाने के लिए कीवी का सेवन करें, गाजर का नियमित सेवन करें, नारियल पानी का सेवन करें,बकरी का दूध भी प्लेटलेट्स बढ़ाने में बहुत लाभकारी होता है।
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