Delhi Stampede 2025: दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़ की लापरवाहियों में इन पांच वजह आई सामने, 18 मौतों का जिम्मेदारी कौन
शनिवार को नई दिल्ली रेलवे स्टेशन में हुई भगदड़ में 18 लोगों की मौत हो गई है। जबकि बड़ी संख्या में लोग लापता है। इनमें से कई लोग कुंभ जा रहे थे।

दिल्ली स्टेशन भगदड़ न्यूज 2025: देश की राजधानी दिल्ली में शनिवार को एक हादसे ने चलती फिरती जिंदगियों की सांसे खींच ली। दो दिन पहले बीते शनिवार को नई दिल्ली रेलवे स्टेशन में हुई अचानक भगदड़ में 18 लोगों की जानें चली गई। जबकि बड़ी संख्या में लोग घायल हुए थे। इन घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इसके बाद लोग अपने परिवार की तलाश में किसी को घायल अवस्था में देख रहे थे तो किसी को मौत के साए में देख रहे थे। कुछ लोगों का कहना था कि उन्हें उनके परिजन तक नहीं मिल रहे है। ना तो वो लाशों के ढेर में नजर आ रहे और ना ही अस्पतालों के बेड पर , जब यह हादसा हुआ तो स्टेशन पर यात्रियों की भीड़ बढ़ रही थी और रेलवे अधिकारी हाथ धरे बैठे रहे। इस दौरान चीख - चीत्कार में 18 लोगों की जिंदगियां खत्म हो गई। लेकिन हादसे की जिम्मेदारी लेने को कोई राजी नही है।
इन पांच लापरवाहियों ने ली जाने
इस पूरी घटना में रेलवे की 5 गलतियां सामने आई है। फिर भी सरकार और रेलवे दोनों ने चुप्पी साध रखी है। इसमें पहली गलती है...
ट्रेन की देरी - बताया जा रहा है कि नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर 14 से मगध एक्सप्रेस रात 9.5 की जगह 9.18 पर रवाना हुई। इसके चलते यात्री स्टेशन पर ना केवल इस गाड़ी के चलने बल्कि इसके बाद जो 10.10 बजे चलने वाली थी। यानी प्रयागराज एक्सप्रेस पर पहुंचे। इसके बाद स्वतंत्रता सेनानी ट्रेन का समय दो घंटे बदला गया। जिसके चलते भीड़ जुटती गई। और रेलवे नियंत्रण नहीं कर पाई।
नॉट कन्फर्म टिकट ज्यादा बिके - शनिवार को कुंभ जाने के लिए नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर बड़ी संख्या में लोग एकत्र हुए। जहां हर घंटे पर 1500 अनारक्षित टिकट बुक हुए। जिसके कारण 12 से लेकर 16 तक हजारों की भीड़ आ गई। यह भीड़ प्लेटफार्म के साथ एस्केलेटर तक थी। जहां चलना तक मुश्किल था।
व्यवस्था की कमी - रेलवे को जब पता था कि महाकुंभ की वजह से भीड़ ज्यादा हो रही है। तो उसने उचित इंतजाम क्यों नहीं किए। सुरक्षा कर्मियों को तैनात क्यों नहीं किया। ज्यादा जवान कुंभ में थे जब यह पता था तो अतरिक्त जवानों की व्यवस्था करनी चाहिए थी।
भ्रम पैदा हुआ - भगदड़ में एक वजह दो ट्रेनों को लेकर भ्रम पैदा करना भी है। जब स्टेशन पर भीड़ अधिक हो गई तो रेलवे द्वारा प्रयागराज स्पेशल चलाने की घोषणा हुई। जिसे प्लेटफार्म नंबर 16 से जाना था। लेकिन इसके कुछ समय बाद ही 14 पर प्रयागराज एक्सप्रेस आना था। जिससे लोग भ्रमित हो गए।
खराब योजना - जानकारी के मुताबिक महाकुंभ की तरफ ज्यादातर जाने वाली ट्रेनें आसपास के प्लेटफार्म से ही चल रही थी। रात आठ बजे शिव गंगा एक्सप्रेस को प्लेटफार्म नंबर 12 से जाना था। कुछ लोग चले गए। जो नहीं गए वह रुक गए। इससे भीड़ और हो गई।
हादसे के बाद सिर्फ कंफर्म टिकट वालों को मिलेगा प्रवेश
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़ के बाद रेलवे और प्रशासन पर सवाल उठ रहे है। लेकिन कोई जिम्मेदारी लेने को राजी नहीं है। अब स्टेशन पर सुरक्षा और बढ़ा दी है। जगह - जगह दिल्ली पुलिस और आरपीएफ जवानों को तैनात किया गया है। और स्टेशन के अंदर से सिर्फ कंफर्म टिकट वालों को ही प्रवेश दिया जा रहा है। उधर पूरे मामले पर दिल्ली पुलिस एक्शन मोड़ पर आ गई है। पुलिस ने जांच तेजी से शुरू कर दी है। अफसरों से बातचीत की जा रही है। हादसे के वक्त वो कहां थे। सीसीटीवी कैमरे की मदद से पता लगाया जाएगा कि भगदड़ क्यों हुई। साथ ही घायलों का बयान पुलिस अस्पताल में जाकर लेगी।
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