Chotanagra Death: छोटानागरा सीआरपीएफ कैंप में ड्यूटी पर तैनात जवान की संदिग्ध मौत, अचानक चक्कर आकर गिरने से हड़कंप
पश्चिमी सिंहभूम जिले के छोटानागरा स्थित सीआरपीएफ 193 (एफ) कैंप में 52 वर्षीय जवान राजेश कुमार की ड्यूटी के दौरान संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। जवान ड्यूटी के दौरान अचानक चक्कर आकर जमीन पर गिर पड़े और अस्पताल ले जाते ही उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। प्राथमिक तौर पर हार्ट अटैक से मौत का संदेह जताया जा रहा है, लेकिन आधिकारिक खुलासा पोस्टमार्टम के बाद होगा। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। जानिए इस दुखद घटना का पूरा विवरण और सुरक्षाबलों में शोक का माहौल।
चाईबासा, 8 नवंबर 2025 – देश की आंतरिक सुरक्षा के लिए तैयार जवानों के जीवन में तनाव और चुनौतियाँ कितनी ज्यादा होती हैं, इसका एक दर्दनाक उदाहरण पश्चिमी सिंहभूम जिले के छोटानागरा में देखने को मिला है। यहां स्थित सीआरपीएफ 193 (एफ) कैंप में शनिवार सुबह ड्यूटी पर तैनात एक जवान की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई, जिसके बाद पूरे कैंप में शोक और हड़कंप मच गया है। मृतक जवान की पहचान 52 वर्षीय राजेश कुमार के रूप में की गई है। सबसे बड़ी पहेली यह है कि पूरी तरह से फिट दिखने वाले एक जवान को ड्यूटी के दौरान अचानक चक्कर आकर गिरने की वजह क्या थी, और क्या यह मौत केवल हृदयाघात (हार्ट अटैक) तक सीमित है?
ड्यूटी के दौरान हादसा: जवान को अचानक क्या हुआ
यह घटना शनिवार सुबह की है, जब सीआरपीएफ जवान राजेश कुमार सामान्य रूप से अपनी ड्यूटी पर तैनात थे।
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अचानक गिरे: जानकारी के अनुसार, जवान राजेश कुमार सुबह ड्यूटी पर तैनात थे, तभी अचानक उन्हें तेज चक्कर आया और वे जमीन पर गिर पड़े।
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तत्परता: साथी जवानों ने घटना की गंभीरता को समझते हुए तत्परता दिखाई और उन्हें तुरंत मनोहरपुर स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया।
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मृत घोषित: स्वास्थ्य केंद्र में चिकित्सकों ने जांच के बाद राजेश कुमार को मृत घोषित कर दिया।
मौत के कारणों पर रहस्य: क्या यह सिर्फ हार्ट अटैक था
फिलहाल इस दुखद मौत के कारणों का आधिकारिक रूप से खुलासा नहीं हो पाया है, लेकिन प्राथमिक जांच में एक संभावना व्यक्त की गई है।
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प्राथमिक धारणा: प्रथम दृष्टया जवान की मृत्यु हृदयाघात (हार्ट अटैक) से हुई हो सकती है। हालांकि, यह सिर्फ एक प्रारंभिक आकलन है।
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पोस्टमार्टम अनिवार्य: पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है, ताकि रिपोर्ट आने के बाद वास्तविक और सटीक कारणों की पुष्टि हो सके।
यह घटना एक बार फिर से सुरक्षाबलों के जवानों के कठिन जीवन और उनके स्वास्थ्य संबंधी चुनौतियों को उजागर करती है। कई बार ड्यूटी के अत्यधिक दबाव और तनाव के कारण जवान गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं से जूझते हैं। फिलहाल, पूरा सीआरपीएफ 193 (एफ) कैंप इस दुखद घड़ी में शोकाकुल है और पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है ताकि आगे की प्रक्रिया पूरी की जा सके।
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