Chakradharpur Fire: चक्रधरपुर में गैस सिलेंडर क्यों फटा, पूर्व रेलकर्मी समेत 3 लोग झुलसे, जांच में यह खुलासा हुआ
चाईबासा के नागेन्द्र नगर में गैस सिलेंडर बदलने के दौरान यह भीषण हादसा हुआ है। पूर्व रेलकर्मी मोतीलाल मुखी, उनकी पत्नी और बेटी एक साथ झुलस गए। सिलेंडर लीकेज होने पर पत्नी सुनंदा मुखी ने अपना हाथ वहां रखकर आग को नियंत्रित करने की हिम्मत दिखाई। इंडेन गैस के प्रबंधक की जांच में सिलेंडर और स्टोव सही पाया गया। हादसे के बाद मोतीलाल मुखी को TMH जमशेदपुर रेफर किया गया।
चाईबासा, 17 नवंबर 2025 – पश्चिमी सिंहभूम जिले के चक्रधरपुर में सिलेंडर गैस बदलने के दौरान हुए एक गंभीर हादसे ने पूरे नागेन्द्र नगर इलाके में दहशत फैला दी है। रविवार दोपहर करीब 12:30 बजे हुई इस घटना में एक ही परिवार के तीन लोग गंभीर रूप से झुलस गए। पीड़ित परिवार के पूर्व रेलकर्मी मोतीलाल मुखी सिलेंडर बदल रहे थे, और माचिस जलाते ही पूरे किचन में आग की लपटें फैल गईं। हालांकि, इस दौरान परिवार की गृहणी ने जो हिम्मत दिखाई, उसने घर को एक बड़ी तबाही से बचा लिया। सवाल यह है कि इंडेन गैस प्रबंधक की जांच में सिलेंडर सही पाए जाने के बावजूद भीषण आग क्यों लगी, और गृहणियों के लिए यह घटना क्या बड़ी चेतावनी देती है?
रसोई में हादसा: माचिस जलाते ही फैल गई आग
चक्रधरपुर के नागेन्द्र नगर निवासी पूर्व रेलकर्मी मोतीलाल मुखी अपने घर के किचन में नया सिलेंडर लगा रहे थे।
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घायल: मोतीलाल मुखी, उनकी पत्नी सुनन्दा मुखी और बेटी अनु मुखी आग की चपेट में आकर झुलस गए।
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घटना क्रम: सिलेंडर बदलने के बाद जैसे ही मोतीलाल मुखी ने जांच के लिए माचिस जलाई, लीकेज के कारण किचन में तेजी से आग फैल गई।
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बहादुरी: हालाँकि, मोतीलाल मुखी की पत्नी सुनंदा मुखी ने अदम्य साहस दिखाया। उन्होंने झुलसने के बावजूद भी सिलेंडर की लीकेज वाली जगह पर अपना हाथ रख दिया। इस हिम्मत से गैस लीकेज बंद हुआ और आग की लपटें थम गईं।
इलाज और टीएमएच रेफर: बड़ा हादसा टला
आग शांत होने के बाद परिवार के अन्य सदस्यों ने तुरंत तीनों घायलों को अस्पताल पहुंचाया।
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अस्पताल पहुंचाया: तीनों को तत्काल चक्रधरपुर रेलवे अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उन्हें प्राथमिक उपचार दिया गया।
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टीएमएच रेफर: मोतीलाल मुखी की हालत अधिक गंभीर होने के कारण डॉक्टरों ने उन्हें बेहतर इलाज के लिए जमशेदपुर स्थित टाटा मुख्य अस्पताल (TMH) रेफर कर दिया।
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ईश्वर की कृपा: मोतीलाल के पुत्र लिमेश्वर मुखी ने कहा कि ईश्वर की कृपा से उनके घर में एक बड़ा हादसा होते-होते टला।
इंडेन गैस की जांच: सिलेंडर सही था या नहीं?
घटना की सूचना मिलने पर शिखर इंडेन गैस के प्रबंधक रमेश कुमार तुरंत घटनास्थल पर पहुंचे और जांच की।
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प्रबंधक का बयान: रमेश कुमार ने किचन में गैस सिलेंडर और गैस स्टोव की जांच की। उनकी प्राथमिक जांच में सिलेंडर या स्टोव में किसी भी तरह की तकनीकी समस्या नहीं मिली है।
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सटीक जानकारी: प्रबंधक ने कहा कि आग कैसे लगी, इसकी सटीक जानकारी केवल पीड़ित परिवार ही दे सकता है।
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उपभोक्ताओं से अपील: रमेश ने उपभोक्ताओं से अपील की कि वे हमेशा गैस सिलेंडर, रेग्युलेटर, पाइप या स्टोव को लेकर कोई भी आशंका होने पर तुरंत अपने गैस आपूर्तिकर्ता से संपर्क करें और डिलीवरी लेने से पहले ही जांच करा लें।
यह घटना सुरक्षा नियमों के पालन की आवश्यकता पर जोर देती है, खासकर जब रसोई गैस सिलेंडर से जुड़ी कोई भी गतिविधि की जा रही हो।
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