नेताजी सुभाष विश्वविद्यालय में दीवाली की धूम! उज्ज्वला महोत्सव में छात्रों का अनोखा जश्न और प्रतियोगिताओं का जलवा
नेताजी सुभाष विश्वविद्यालय के उज्ज्वला महोत्सव में दीपावली का अनोखा उत्सव मनाया गया। कुलपति डॉ. पी. के. पाणि और अन्य प्रमुख सदस्यों की उपस्थिति में छात्रों ने नृत्य, रंगोली, स्केचिंग, कुकिंग जैसे अद्भुत प्रतियोगिताओं में भाग लेकर अपनी कला का प्रदर्शन किया।
नेताजी सुभाष विश्वविद्यालय में इस वर्ष दीपावली पर एक नया उत्साह देखने को मिला, जब पूरे परिसर में उज्ज्वला महोत्सव का आयोजन किया गया। विश्वविद्यालय में छात्रों और संकाय सदस्यों की उमंग और जश्न ने इसे एक यादगार कार्यक्रम बना दिया। 29 अक्टूबर, 2024 को आयोजित इस महोत्सव में विविध सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से दीपावली का उत्साह बिखेरते हुए छात्रों ने अद्भुत प्रतिभा का प्रदर्शन किया।
उज्ज्वला महोत्सव का शुभारंभ गणेश वंदना के साथ हुआ, जिसके बाद कुलपति प्रो. डॉ. पी. के. पाणि ने दीप प्रज्वलित कर समारोह की शुरुआत की। अपने उद्घाटन भाषण में उन्होंने दीपावली के महत्व पर चर्चा की, इसे केवल एक त्योहार नहीं, बल्कि बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक बताया। उन्होंने छात्रों को प्रेरित करते हुए कहा कि दीपावली का संदेश जीवन में हर प्रकार के अंधकार को हटाकर ज्ञान और सच्चाई के प्रकाश की ओर बढ़ना है।
कार्यक्रम का जोश और विभिन्न प्रतियोगिताएं
उज्ज्वला महोत्सव के दौरान विश्वविद्यालय के छात्रों ने कई रंगारंग प्रस्तुतियों और प्रतियोगिताओं में भाग लिया। सोलो डांस, ग्रुप डांस, सिंगिंग, स्टैंड-अप कॉमेडी, फायरलेस कुकिंग, स्केचिंग, रंगोली, दिया पेंटिंग, और स्कीट जैसे कार्यक्रमों ने पूरे माहौल में एक नया जोश भर दिया। स्टैंड-अप कॉमेडी में जब सौविक दे ने अपनी प्रस्तुति दी, तो परिसर में ठहाकों की गूंज सुनाई दी। वहीं, रंगोली और दिया पेंटिंग में छात्रों की कलाकृति ने सबका मन मोह लिया।
विजेताओं की सूची: कला और प्रतिभा का संगम
हर प्रतियोगिता में छात्रों ने अपनी कला का अनूठा प्रदर्शन किया, जिससे निर्णायक मंडल को विजेताओं का चयन करना मुश्किल हो गया। सोलो डांस में समीर नंदन को प्रथम स्थान प्राप्त हुआ, जबकि सोलो सिंगिंग में अंशुमान कुमार ने बाज़ी मारी। ग्रुप डांस में इशिका और उनके समूह ने अपने नृत्य से सबका दिल जीत लिया। इसी प्रकार फायरलेस कुकिंग में घाज़ाला और प्रियंका की जोड़ी ने अपने अद्भुत पकवानों के साथ पहला स्थान प्राप्त किया। यह सभी विजेता अपने-अपने कला क्षेत्र में निपुणता और मेहनत का प्रतीक बने।
कार्यक्रम में प्रमुख अतिथियों का योगदान और प्रेरणादायक बातें
इस भव्य आयोजन में प्रतिकुलपति प्रो. डॉ. आचार्य ऋषि रंजन, कुलसचिव नागेंद्र सिंह, प्रशासनिक विभाग के अनुष्ठाता नाजिम खान, शैक्षणिक विभाग के अधिष्ठाता प्रो. दिलीप शोम, आईटी विभाग के अधिष्ठाता प्रो. डॉ. रंजन मिश्रा, और शोध विभाग के अधिष्ठाता प्रो. डॉ. प्रमोद कुमार सिंह सहित कई प्रमुख संकाय सदस्य शामिल रहे। इन सभी की उपस्थिति ने छात्रों के आत्मविश्वास को और बढ़ाया। प्रो. दिलीप शोम ने कार्यक्रम की सराहना करते हुए छात्रों की एकजुटता और रचनात्मकता की तारीफ की और कहा कि ऐसे कार्यक्रमों से छात्रों में नेतृत्व क्षमता और सामाजिक एकजुटता का विकास होता है।
दीपावली का उज्जवला महोत्सव: विद्यार्थियों के लिए यादगार पल
छात्रों के लिए यह महोत्सव न केवल एक प्रतियोगिता बल्कि एकजुटता और सांस्कृतिक मेलजोल का प्रतीक था। उन्होंने एक-दूसरे के साथ मिलकर इस आयोजन को यादगार बनाया और अपनी प्रतिभा के माध्यम से सबका दिल जीत लिया। इस उत्सव ने परिसर को दीपों की जगमगाहट, रंगोली की रंगीनियाँ, और छात्र-छात्राओं की अनगिनत हंसी-ठिठोलियों से भर दिया।
आगामी योजनाओं का संकल्प और धन्यवाद ज्ञापन
कार्यक्रम के अंत में विश्वविद्यालय के कुलपति और अधिष्ठाता ने सभी छात्रों को बधाई देते हुए कहा कि ऐसे आयोजन छात्रों के सर्वांगीण विकास के लिए अनिवार्य हैं। प्रो. पाणि ने कहा कि यह महोत्सव आने वाले वर्षों में भी इसी उत्साह के साथ मनाया जाएगा और विश्वविद्यालय का लक्ष्य है कि हर छात्र को अपनी प्रतिभा को निखारने का अवसर मिले।
इस भव्य महोत्सव में शामिल हुए सभी अतिथियों, संकाय सदस्यों, और छात्रों ने दीपावली का संदेश प्रसारित करते हुए उज्ज्वला महोत्सव को सफल बनाने में अपना योगदान दिया।
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