Jharkhand Weather : झारखंड में ठंड का बड़ा हमला, इन 11 जिलों को मौसम विभाग ने यह बड़ी चेतावनी दी
झारखंड में नवंबर की दस्तक के साथ ही 11 जिलों में शीतलहर का अलर्ट जारी हुआ है। रांची स्थित मौसम विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक अभिषेक आनंद ने 11 जिलों को चेतावनी दी है। ठंडी हवाओं के कारण रिम्स अस्पताल में सर्दी-खांसी के मरीज अचानक दोगुने हो गए। खूंटी जिले में तापमान 5 से 6 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया जा रहा है। जानिए झारखंड के लोगों को अगले एक सप्ताह तक कौन सी विशेष सावधानी बरतनी चाहिए।
रांची, 17 नवंबर 2025 – झारखंड में नवंबर महीने ने अपने शुरुआती दिनों में ही कड़ाके की ठंड का अहसास करा दिया है। राज्य भर में सर्द हवाओं ने अपनी रफ्तार अचानक तेज कर दी है, जिसके चलते सुबह और शाम के समय लोग गर्म कपड़ों में लिपटे नज़र आ रहे हैं। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए मौसम विज्ञान केंद्र (रांची) ने सोमवार को राज्य के 11 जिलों में शीतलहर को लेकर अलर्ट जारी किया है। यह चेतावनी पहले के 8 जिलों से बढ़ाकर दी गई है। सवाल यह है कि क्या मौसम में यह अचानक बदलाव किसी बड़े मौसम पैटर्न का संकेत है, और अगले एक सप्ताह में ठंड का यह सितम कितना बढ़ सकता है?
11 जिलों में शीतलहर का अलर्ट: विशेषज्ञों की बड़ी चेतावनी
रांची स्थित मौसम विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिकों ने राज्य में ठंडी हवाओं के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए चेतावनी जारी की है।
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चेतावनी क्षेत्र: मौसम विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक अभिषेक आनंद ने बताया कि जिन 11 जिलों में शीतलहर का अलर्ट जारी हुआ है, उनमें प्रमुख रूप से रांची, खूंटी, सिमडेगा, लातेहार, लोहरदगा, चतरा, गढ़वा और गुमला शामिल हैं।
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आगे की संभावना: अगले एक सप्ताह में झारखंड के पूर्वी और दक्षिणी हिस्सों में भी कड़ाके की ठंड बढ़ने की संभावना जताई गई है।
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सावधानी: विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि भले ही रात का तापमान बहुत नीचे न जाए, लेकिन तेज ठंडी हवा की वजह से स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है। इसलिए सुबह और शाम विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।
खूंटी सबसे अधिक प्रभावित: तापमान 5 डिग्री तक गिरा
राज्य में ठंड का असर सबसे अधिक खूंटी जिले में देखने को मिल रहा है।
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तापमान: खूंटी में न्यूनतम तापमान 5 से 6 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया जा रहा है।
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कारण: यह जिला घने जंगलों और खुले भूभाग से घिरा हुआ है, जिसके चलते यहां हमेशा ठंड का प्रकोप ज्यादा रहता है।
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स्थानीय सहारा: शाम 5 बजे के बाद ही अधिकांश ग्रामीण क्षेत्रों में लोग अलाव जलाकर ठंड से बचने का प्रयास करते दिखाई दे रहे हैं।
अस्पतालों में मरीजों की भीड़: बीमारियों का प्रकोप
बर्फीली हवाओं और अचानक बदलते तापमान का सीधा असर लोगों के स्वास्थ्य पर दिख रहा है।
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रिम्स में वृद्धि: रांची के रिम्स अस्पताल में सर्दी, खांसी और बुखार के मरीजों की संख्या में पिछले कुछ दिनों की तुलना में लगभग दोगुनी वृद्धि हुई है।
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चिकित्सकों की सलाह: चिकित्सकों ने चेतावनी दी है कि शुरुआती ठंड को हल्के में न लें और खुद को गरम कपड़ों से पूरी तरह ढककर रखें।
झारखंड इस वक्त ठंड की मार से दो-चार हो रहा है, और आने वाले दिनों में यह मौसम का सितम और भी बढ़ने की आशंका है।
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