Bilaspur Voting: भारतीय रेलवे के मजदूर संगठन के लिए मतदान जोरों पर, जानें क्यों है "मजदूर कांग्रेस" की दावेदारी खास

भारतीय रेलवे में मान्यता प्राप्त संगठन के चुनाव के लिए मतदान जारी है। मजदूर कांग्रेस संगठन अपनी उपलब्धियों के दम पर विजय की ओर बढ़ रहा है। जानें, कैसे यह संगठन कर्मचारियों का सच्चा साथी बना।

Dec 5, 2024 - 09:22
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Bilaspur Voting: भारतीय रेलवे के मजदूर संगठन के लिए मतदान जोरों पर, जानें क्यों है "मजदूर कांग्रेस" की दावेदारी खास
Bilaspur Voting: भारतीय रेलवे के मजदूर संगठन के लिए मतदान जोरों पर, जानें क्यों है "मजदूर कांग्रेस" की दावेदारी खास

भारतीय रेलवे में मान्यता प्राप्त संगठन के चुनाव के तहत 4, 5 और 6 दिसंबर 2024 को मतदान का आयोजन किया गया है। छह प्रमुख संगठन इस मुकाबले में हैं, लेकिन चर्चा का केंद्र मजदूर कांग्रेस संगठन है। संगठन ने कर्मचारियों के हित में अपने ऐतिहासिक कार्यों और संकल्प के साथ खुद को इस दौड़ में सबसे प्रबल दावेदार के रूप में प्रस्तुत किया है।

इतिहास और भूमिका: मजदूर कांग्रेस क्यों है खास?

मजदूर कांग्रेस संगठन भारतीय रेलवे के लाखों कर्मचारियों के लिए एक मजबूत आवाज रही है। यह संगठन न केवल कर्मचारियों की जायज मांगों को पूरा करने में अग्रणी रहा है, बल्कि उनके हर सुख-दुख में साथ खड़ा रहा है। संगठन ने विभिन्न विभागों में कर्मचारियों के हितों की रक्षा के लिए प्रशासन से लोहा लिया है।

संगठन के इतिहास में कई उल्लेखनीय उपलब्धियां दर्ज हैं। चाहे वह वेतन सुधार की लड़ाई हो या कर्मचारियों के कार्यस्थल को सुरक्षित बनाने की पहल, मजदूर कांग्रेस हमेशा आगे रही है। इसका मुख्य उद्देश्य कर्मचारियों के अधिकारों को संरक्षित करना और उन्हें बेहतर कार्य परिवेश प्रदान करना है।

चुनाव की प्रक्रिया और प्रगति

5 दिसंबर 2024 को, चुनाव के दूसरे दिन, लगभग 50% से अधिक मतदाताओं ने मतदान में हिस्सा लिया। इस चुनाव में डी.डी. महेश (जोनल उपाध्यक्ष), राम रतन नाई (मुख्य प्रवक्ता), पवन कुमार उईके (शाखा सचिव), और विकास कुमार जैसे प्रमुख नेताओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और अपने समर्थकों को मतदान के लिए प्रेरित किया।

मजदूर कांग्रेस ने कर्मचारियों से अपील की है कि वे क्रमांक 4 पर दो मजदूर चिन्ह पर मोहर लगाकर इसे भारी मतों से विजयी बनाएं। संगठन के प्रचार के दौरान नेताओं ने अपने पिछले कार्यों का उल्लेख करते हुए कहा कि मजदूर कांग्रेस कर्मचारियों के हित में काम करने वाला एकमात्र संगठन है।

कर्मचारियों के हितों की प्राथमिकता

मजदूर कांग्रेस संगठन ने बार-बार यह साबित किया है कि वह रेलवे कर्मचारियों के हितों को प्राथमिकता देता है। संगठन के अनुसार:

  • हर विभाग में कर्मचारियों की समस्याओं का समाधान प्राथमिकता पर किया गया है।
  • संगठन ने हमेशा कर्मचारियों की उचित मांगों को पूरा कराने के लिए प्रशासन से संघर्ष किया है।
  • कर्मचारियों की एकजुटता को मजबूत बनाकर संगठन ने बड़ी से बड़ी समस्याओं का समाधान निकाला है।

मजदूर कांग्रेस की अपील

संगठन के नेताओं ने स्पष्ट संदेश दिया है: “कर्मचारियों की एकजुटता और संगठन की मजबूती ही उनकी सफलता का आधार है।” उन्होंने मतदाताओं से अपील की है कि वे किसी भ्रम में न पड़ें और मजदूर कांग्रेस को अपना समर्थन दें।

चुनाव के दौरान सक्रियता

मतदान के दौरान संगठन के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने जमकर मेहनत की। डी.डी. महेश, राम रतन नाई, पवन कुमार उईके, और विकास कुमार जैसे प्रमुख नेता पूरे दिन सक्रिय रहे। इनके अलावा लक्ष्मी नारायण साहू, बसंत कुमार चौहान, और भवानी शंकर भट्ट जैसे सदस्य भी मतदान केंद्रों पर उपस्थित रहे।

आगे की राह

मजदूर कांग्रेस संगठन के प्रचार के दौरान यह साफ झलका कि यह संगठन अपने कर्मचारियों के लिए हर चुनौती का सामना करने के लिए तैयार है। कर्मचारियों ने भी संगठन के प्रति अपना विश्वास जताया है।

यदि मजदूर कांग्रेस चुनाव जीतती है, तो यह भारतीय रेलवे के कर्मचारियों के लिए एक नई शुरुआत होगी। संगठन ने आश्वासन दिया है कि वह अपने संकल्पों को निभाने और कर्मचारियों के हितों की रक्षा के लिए हमेशा तत्पर रहेगा।

संगठन के प्रति भरोसा और समर्थन

मजदूर कांग्रेस ने कर्मचारियों से कहा है कि यह मौका उनकी एकता को प्रदर्शित करने का है। यह चुनाव केवल एक संगठन के लिए नहीं, बल्कि कर्मचारियों के अधिकारों और उनके भविष्य के लिए है।

अब देखने वाली बात यह होगी कि क्या मजदूर कांग्रेस भारी मतों से विजयी होकर अपने वादों को पूरा करने की दिशा में कदम बढ़ाएगी।

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