Bhilai Rangoli Competition : Bhilai में Rangoli प्रतियोगिता, छात्राओं ने सुशासन की रंग-बिरंगी झलक पेश की
भिलाई में सुशासन सप्ताह के तहत रंगोली प्रतियोगिता आयोजित की गई। छात्राओं ने जनकल्याणकारी योजनाओं पर रंगोली बनाकर विचार व्यक्त किए। जानें, कैसे इन योजनाओं ने उनकी जिंदगी बदली।
भिलाई। सुशासन सप्ताह (19 दिसंबर से 25 दिसंबर) के तहत भिलाई के वैशाली नगर कन्या शाला में रंगोली प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस प्रतियोगिता में छात्राओं ने शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं को रंगों के माध्यम से जीवंत रूप दिया। कार्यक्रम में छात्राओं ने अपने अनुभव साझा किए कि कैसे इन योजनाओं ने उनके परिवारों की जिंदगी को बेहतर बनाया।
जनकल्याणकारी योजनाओं का रंगोली में अद्भुत प्रदर्शन
प्रतियोगिता में महतारी बंधन योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना, आयुष्मान भारत योजना, और प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना जैसे विषयों पर रंगोली बनाई गई।
- महतारी बंधन योजना: 11वीं कक्षा की छात्रा रेशमा ने बताया कि इस योजना से मिलने वाली वित्तीय सहायता ने उनके घर की आर्थिक स्थिति को स्थिर किया। राशन और पढ़ाई के खर्च को आसानी से पूरा किया जा रहा है।
- प्रधानमंत्री आवास योजना: पलक नाम की छात्रा ने बताया कि इस योजना से उनके चाचा को नया घर मिला, जिससे परिवार की परेशानियां कम हो गईं।
छात्राओं ने न केवल रंगोली के जरिए अपने विचारों को व्यक्त किया, बल्कि अपनी जिंदगी पर इन योजनाओं के सकारात्मक प्रभावों को भी साझा किया।
आयुष्मान भारत योजना के लाभ पर विशेष जोर
जनसंपर्क अधिकारी अजय शुक्ला ने बच्चों को जागरूक करते हुए बताया कि 70 वर्ष से अधिक उम्र के वरिष्ठ नागरिकों के लिए आयुष्मान कार्ड बनवाना बेहद जरूरी है।
- उन्होंने बच्चों से अपील की कि वे अपने दादा-दादी और अन्य बुजुर्गों को इस योजना का लाभ दिलाने के लिए स्कूल में आयोजित शिविर में लाएं।
- आयुष्मान कार्ड के माध्यम से मुफ्त इलाज की सुविधा सुनिश्चित की जा रही है।
शिक्षा और स्वच्छता पर प्रशासन का जोर
कन्या शाला की प्राचार्या संगीता बघेल ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि शासन शिक्षा, स्वास्थ्य, स्वच्छता और रोजगार जैसे सभी महत्वपूर्ण क्षेत्रों पर ध्यान दे रहा है।
- उन्होंने बच्चों को प्रेरित किया कि वे सरकारी योजनाओं का अधिकतम लाभ उठाएं और दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित करें।
- बच्चों ने सोलर ऊर्जा, भोरमदेव मंदिर, और छत्तीसगढ़ महतारी जैसे विषयों पर भी रंगोली बनाई।
सुशासन सप्ताह का महत्व
सुशासन सप्ताह का उद्देश्य है कि नागरिकों को सरकारी योजनाओं के प्रति जागरूक किया जाए और उनकी भागीदारी सुनिश्चित हो।
- यह आयोजन हर साल 19 से 25 दिसंबर के बीच मनाया जाता है।
- इसका मकसद समाज के हर वर्ग को सशक्त बनाना और विकास में भागीदार बनाना है।
योजनाओं के जरिए बदली जिंदगियां
कार्यक्रम में कई छात्राओं ने अपने अनुभव साझा किए, जिन्होंने दिखाया कि कैसे सरकारी योजनाएं उनके परिवारों के लिए वरदान साबित हुईं।
- जन्म प्रमाण पत्र: मोर संगवारी सेवा का जिक्र करते हुए एक छात्रा ने बताया कि उनके चाचा की बेटी का जन्म प्रमाण पत्र घर बैठे बन गया।
- प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना: इस योजना ने कई परिवारों को रोजगार के नए अवसर प्रदान किए हैं।
रंगोली के माध्यम से संदेश
छात्राओं ने रंगोली के जरिए दिखाया कि कैसे सरकारी योजनाएं समाज के हर वर्ग को लाभान्वित कर रही हैं।
- सोलर ऊर्जा: स्वच्छ ऊर्जा के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए सोलर ऊर्जा के महत्व को रंगोली में दर्शाया गया।
- भोरमदेव मंदिर: छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक धरोहर को भी रेखांकित किया गया।
आयोजन का समापन और अपील
कार्यक्रम के अंत में जनसंपर्क अधिकारी ने बच्चों और शिक्षकों से आग्रह किया कि वे अपने आस-पास के लोगों को सरकारी योजनाओं के बारे में बताएं और उन्हें इसका लाभ उठाने के लिए प्रेरित करें।
- बच्चों ने भी इस अपील का समर्थन किया और सहमति व्यक्त की।
इस सुशासन सप्ताह ने यह साबित कर दिया कि सरकारी योजनाएं न केवल कागजों तक सीमित हैं, बल्कि जमीनी स्तर पर लोगों की जिंदगी को बेहतर बना रही हैं।
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