बांग्लादेश में मची सियासी उथल-पुथल: पाकिस्तान की खुफिया साजिश का पर्दाफाश!
बांग्लादेश में मौजूदा सियासी संकट के पीछे पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई का हाथ बताया जा रहा है। जानिए कैसे पाकिस्तान बांग्लादेश में अस्थिरता फैलाने की कोशिश कर रहा है।
बांग्लादेश की सियासी स्थिति में इन दिनों जबरदस्त उथल-पुथल मची हुई है। इस संकट के बीच पाकिस्तान का नाम फिर से सामने आ रहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि वर्तमान हालात का मुख्य कारण तो आरक्षण का अंदरूनी मामला है, लेकिन पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई की साजिशों को नज़रअंदाज़ नहीं किया जा सकता।
पाकिस्तान की साजिश की शुरुआत
विदेशी मामलों के जानकारों के अनुसार, पाकिस्तान ने बांग्लादेश में आरक्षण के मुद्दे को उभारने और स्थानीय संगठनों को भड़काने का काम किया है। रक्षा मामलों के विशेषज्ञ रिटायर्ड कर्नल गुरविंदर सिंह संधू का कहना है कि पाकिस्तान ने बांग्लादेश के प्रतिबंधित संगठन जमात ए इस्लामी को खुलकर समर्थन दिया है। इसी संगठन के सदस्य और उनकी शाखाओं ने आरक्षण के मुद्दे पर जमकर बवाल मचाया है।
कोविड के दौरान बांग्लादेश की स्थिति
कोविड महामारी के दौरान पाकिस्तान ने बांग्लादेश की स्थानीय पार्टी बीएनपी को पड़ोसी मुल्कों के साथ माहौल खराब करने का एक बड़ा टास्क दिया था। इस दौरान चीन के निवेश के चलते पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी को शेख हसीना की सरकार को अस्थिर करने की योजना रोकनी पड़ी। लेकिन पड़ोसी मुल्कों के साथ रिश्ते खराब करने की पटकथा पहले ही तैयार हो चुकी थी।
"इंडिया आउट" अभियान का सच
बांग्लादेश में मालदीव की तर्ज पर "इंडिया आउट" अभियान भी पाकिस्तान की साजिश का हिस्सा था। विदेशी मामलों के जानकार और पूर्व राजनीतिक डॉ. एसएल सब्बरवाल का कहना है कि पाकिस्तान बांग्लादेश को अस्थिर करने के लिए अपने पूरे तंत्र का इस्तेमाल कर रहा था। वह स्थानीय संगठनों को उकसाकर भारत के खिलाफ माहौल बना रहा था।
सुरक्षा एजेंसियों का खुलासा
केंद्रीय खुफिया एजेंसी से जुड़े सूत्रों के मुताबिक, बांग्लादेश में "इंडिया आउट" अभियान को पाकिस्तान की शह पर ही हवा दी गई थी। इस साजिश के पीछे पाकिस्तान का मकसद बांग्लादेश और भारत के रिश्तों में दरार डालना था। सुरक्षा एजेंसियों ने बताया कि पाकिस्तान ने बांग्लादेश में अपने नेटवर्क और आतंकी संगठनों का इस्तेमाल करके इस अभियान को आगे बढ़ाया।
????| URGENTE: En Bangladesh los militares se pusieron del lado del pueblo luego de 1 mes de masivas protestas sostenidas en las calles y más de 300 muertos, los militares se hartaron y sacaron a la socialista tirana de turno. ¡Esta es la ruta Venezuela ???????? para sacar a Maduro! pic.twitter.com/wi4ihuWaYH — Eduardo Menoni (@eduardomenoni) August 5, 2024
भविष्य की दिशा
दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रवक्ता अभिषेक प्रताप सिंह का कहना है कि बांग्लादेश में मौजूदा हालात को देखते हुए यह स्पष्ट होता है कि पाकिस्तान की शह पर पिछले कई वर्षों से उग्रता की ओर बढ़ रहे आंदोलनों की कड़ियां अब जुड़ती नजर आ रही हैं। भारत सरकार भी बांग्लादेश में मचे सियासी संकट पर बारीक नजर बनाए हुए है।
बांग्लादेश में मौजूदा सियासी उथल-पुथल के पीछे पाकिस्तान की खुफिया साजिशें अब उजागर हो रही हैं। यह देखने की बात होगी कि बांग्लादेश इस संकट से कैसे उबरता है और भारत-बांग्लादेश के रिश्तों पर इसका क्या असर पड़ता है।
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