Baharagora Demand Raised: विधायक समीर मोहंती की बड़ी पहल, स्वास्थ्य मंत्री से की डॉक्टरों की नियुक्ति की सिफारिश!
बहरागोड़ा विधायक समीर मोहंती ने स्वास्थ्य मंत्री से चाकुलिया और बहरागोड़ा अस्पतालों में डॉक्टरों की नियुक्ति की मांग की। क्या जल्द पूरी होगी ग्रामीणों की यह उम्मीद?

बहरागोड़ा विधानसभा क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाओं की हालत दिन-ब-दिन खराब होती जा रही है। इलाज के लिए ग्रामीणों को 90 किलोमीटर दूर जिला अस्पताल या 40 किलोमीटर दूर अनुमंडल अस्पताल का रुख करना पड़ता है। लेकिन अब इस समस्या का हल निकलता दिख रहा है।
शुक्रवार को बहरागोड़ा विधायक समीर मोहंती ने स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी से मुलाकात कर चाकुलिया और बहरागोड़ा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में डॉक्टरों की नियुक्ति की मांग की। विधायक ने मंत्री को बताया कि इन इलाकों में स्त्री रोग और शिशु रोग विशेषज्ञ तक नहीं हैं, जिससे गर्भवती महिलाओं और नवजात बच्चों को गंभीर मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।
90 किलोमीटर दूर इलाज को मजबूर ग्रामीण!
बहरागोड़ा विधानसभा क्षेत्र झारखंड के सुदूरवर्ती इलाकों में आता है, जहां अस्पताल की कमी आज भी एक गंभीर समस्या बनी हुई है। यहां तक कि निजी अस्पताल भी नहीं हैं, जिससे लोगों को छोटी-मोटी बीमारियों के इलाज के लिए भी लंबी दूरी तय करनी पड़ती है। खासकर गर्भवती महिलाओं और नवजात बच्चों के लिए स्त्री रोग और शिशु रोग विशेषज्ञ का न होना किसी बड़े संकट से कम नहीं है।
गुड़ाबांदा का हाल और भी खराब!
विधायक समीर मोहंती ने सिर्फ चाकुलिया और बहरागोड़ा ही नहीं, बल्कि गुड़ाबांदा उप स्वास्थ्य केंद्र के लिए भी डॉक्टरों की नियुक्ति की मांग की। उन्होंने कहा कि गुड़ाबांदा एक बीहड़ क्षेत्र है, जहां आज भी मूलभूत सुविधाएं नदारद हैं। स्वास्थ्य केंद्र तो है, लेकिन वहां डॉक्टर तक मौजूद नहीं हैं। ऐसे में मरीजों को भारी कठिनाई झेलनी पड़ती है।
क्या सरकार उठाएगी ठोस कदम?
स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी ने विधायक की मांग पर सकारात्मक प्रतिक्रिया दी है और आश्वासन दिया है कि बहुत जल्द इन अस्पतालों में डॉक्टरों की नियुक्ति की जाएगी। लेकिन सवाल यह है कि क्या सरकार सिर्फ वादे ही करेगी या फिर जमीनी स्तर पर ठोस कार्रवाई भी होगी?
स्वास्थ्य सेवाओं की हालत क्यों खराब?
अगर इतिहास की बात करें, तो झारखंड के ग्रामीण इलाकों में स्वास्थ्य सेवाएं हमेशा से उपेक्षा का शिकार रही हैं। सालों से सरकारें बदलती रहीं, योजनाएं बनती रहीं, लेकिन ग्रामीण जनता के लिए कोई ठोस समाधान नहीं निकला। बहरागोड़ा और चाकुलिया में डॉक्टरों की भारी कमी इसका जीता-जागता उदाहरण है।
ग्रामीणों को क्या मिलेगा फायदा?
अगर सरकार वाकई में डॉक्टरों की नियुक्ति करती है, तो इसका सीधा लाभ गर्भवती महिलाओं, नवजात बच्चों और गंभीर बीमारियों से जूझ रहे मरीजों को मिलेगा। उन्हें इलाज के लिए 90 किलोमीटर दूर भटकना नहीं पड़ेगा और समय पर सही चिकित्सा सुविधा मिल सकेगी।
अब देखने वाली बात यह होगी कि विधायक समीर मोहंती की इस मांग को सरकार कब तक पूरा करती है। क्या ग्रामीणों को जल्द राहत मिलेगी या फिर यह मांग भी सरकारी फाइलों में दबी रह जाएगी?
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