Saraikela Arrest में बड़ा खुलासा! चोरी की बाइक के साथ 2 युवक धरे गए
सरायकेला में चोरी की बाइक के साथ दो युवकों को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर आदित्यपुर थाना क्षेत्र में की बड़ी कार्रवाई। जानिए कैसे पकड़े गए आरोपी और क्या है पूरी कहानी?

झारखंड के सरायकेला-खरसावां जिले में पुलिस ने चोरी की बाइक के साथ दो युवकों को गिरफ्तार कर लिया है। यह गिरफ्तारी आदित्यपुर थाना पुलिस द्वारा गुप्त सूचना के आधार पर की गई। आरोपियों की पहचान लालबाबू कुम्हार (आशियाना निवासी) और सुमित पासवान (पश्चिम बंगाल के बर्धवान निवासी) के रूप में हुई है।
पुलिस के अनुसार, इन दोनों युवकों पर चोरी की बाइक का इस्तेमाल करने का शक था। संदेह होने पर रविवार शाम को गश्ती दल ने दोनों को रोका और बाइक की जांच की। जब कागजात मांगे गए, तो दोनों कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे सके। इसके बाद थाना प्रभारी राजीव कुमार सिंह के निर्देश पर दोनों को हिरासत में ले लिया गया और पूछताछ के बाद न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
कैसे हुआ इनका पर्दाफाश?
सरायकेला पुलिस को गुप्त सूत्रों से यह जानकारी मिली थी कि कुछ लोग चोरी की बाइक का इस्तेमाल कर रहे हैं। इसके बाद पुलिस की सर्विलांस टीम को सक्रिय किया गया और संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखी गई।
रविवार की शाम जब पुलिस गश्ती कर रही थी, तब दो युवक बिना नंबर प्लेट वाली बाइक से गुजर रहे थे। शक होने पर पुलिस ने उन्हें रोका और कागजात मांगे। लेकिन दोनों कोई वैध दस्तावेज नहीं दिखा पाए। इसी आधार पर उन्हें हिरासत में लिया गया और पूछताछ शुरू की गई।
क्या है बाइक चोरी का गिरोह?
झारखंड और आसपास के राज्यों में बाइक चोरी के कई बड़े गिरोह सक्रिय हैं, जो खासतौर पर बिना कागजात वाली बाइकों को सस्ते दामों में बेचने का धंधा करते हैं। कई बार ये बाइकें क्राइम में भी इस्तेमाल होती हैं।
अगर झारखंड के पिछले आंकड़ों पर नजर डालें, तो पिछले एक साल में बाइक चोरी के मामलों में तेजी आई है। खासतौर पर सरायकेला-खरसावां, जमशेदपुर और रांची जैसे इलाकों में यह समस्या गंभीर होती जा रही है।
झारखंड में बाइक चोरी के बढ़ते मामले
झारखंड पुलिस के रिकॉर्ड के मुताबिक:
2024 में 500 से अधिक बाइक चोरी की घटनाएं दर्ज हुईं।
सबसे ज्यादा मामले रांची, जमशेदपुर और बोकारो में सामने आए।
बड़ी संख्या में चोरी की बाइक पश्चिम बंगाल और बिहार में बेची जाती हैं।
कई बार इनका इस्तेमाल अपराधिक गतिविधियों में भी किया जाता है।
पुलिस की अपील: सतर्क रहें, ऐसे करें बचाव!
पुलिस ने जनता से अपील की है कि बाइक चोरी की घटनाओं से बचने के लिए सावधानी बरतें।
हमेशा अपनी बाइक लॉक करके रखें और डबल लॉक का इस्तेमाल करें।
सीसीटीवी लगे इलाकों में गाड़ी पार्क करें।
अगर कोई संदिग्ध व्यक्ति बाइक के साथ दिखे, तो तुरंत पुलिस को सूचना दें।
सस्ते दामों में मिलने वाली बाइक खरीदने से पहले उसके कागजात की पूरी जांच करें।
आगे क्या होगा?
फिलहाल, पुलिस इस मामले की गहराई से जांच कर रही है। पुलिस यह भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्या ये दोनों युवक किसी बड़े गिरोह का हिस्सा हैं या फिर केवल व्यक्तिगत रूप से चोरी की बाइक चला रहे थे।
आदित्यपुर थाना प्रभारी राजीव कुमार सिंह ने बताया कि आरोपियों से गहन पूछताछ की जा रही है और जल्द ही इस मामले में और भी खुलासे हो सकते हैं। पुलिस यह भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि यह बाइक कहां से चोरी हुई थी और इसके पीछे कोई संगठित गिरोह तो नहीं है।
सरायकेला में हुई यह गिरफ्तारी झारखंड में बढ़ते बाइक चोरी के मामलों की एक और कड़ी है। पुलिस की सतर्कता से दो आरोपियों को पकड़ लिया गया है, लेकिन असली चुनौती बाइक चोरी के नेटवर्क को पूरी तरह खत्म करने की है।
अब देखना यह होगा कि पुलिस की आगे की कार्रवाई क्या होती है और क्या झारखंड में बाइक चोरी का यह खेल बंद हो पाएगा?
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