West Singhbhum Probe: सिर कटी लाश का सनसनीखेज राज खुला! पांगा जंगल हत्याकांड में पुलिस ने 3 आरोपियों को दबोचा, , स्कूटी और हथियार जब्त
पश्चिमी सिंहभूम के मंझारी थाना क्षेत्र के पांगा जंगल में 18 अक्टूबर को मिली सिर कटी लाश के मामले को पुलिस ने सुलझा लिया है। जांच के आधार पर तीन आरोपियों बोंज कुंकल प्रधान, राजा कुंकल और मंगल सिंह गोप को गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया है और उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। हत्या में प्रयुक्त स्कूटी भी जब्त की गई है।
पश्चिमी सिंहभूम जिले के मंझारी थाना अंतर्गत पांगा जंगल में 18 अक्टूबर को मिली सिर कटी लाश ने सिर्फ इलाके में ही नहीं, बल्कि पूरे राज्य में सनसनी फैला दी थी। हत्या की यह क्रूरता देखकर हर कोई दंग रह गया था। लेकिन पुलिस की तत्काल और तेज कार्रवाई के चलते इस सनसनीखेज मामले को सुलझा लिया गया है। पुलिस ने इस जघन्य अपराध के लिए जिम्मेदार तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जिसके बाद इलाके के लोगों ने राहत की सांस ली है।
भाई के बयान पर जांच शुरू: तीनों आरोपी दबोचे
पुलिस ने बताया कि मृतक के भाई के बयान के आधार पर तुरंत मामला दर्ज करके गहन अनुसंधान शुरू किया गया था। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने आधुनिक तकनीक और पारंपरिक जांच दोनों का सहारा लिया। इस गहन छानबीन के बाद पुलिस ने तीन मुख्य आरोपियों तक पहुंचने में सफलता हासिल की।
गिरफ्तार किए गए आरोपियों में बोंज कुंकल प्रधान, राजा कुंकल और मंगल सिंह गोप शामिल हैं। पुलिस द्वारा की गई सख्त पूछताछ के दौरान तीनों आरोपियों ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया है, जिससे यह पूरा मामला सुलझ गया है। यह गिरफ्तारी जल्द ही अपराध पर अंकुश लगाने के लिए पुलिस के प्रयासों की सफलता को दर्शाती है।
स्कूटी और सबूत जब्त: न्यायिक हिरासत में भेजे गए आरोपी
अपराधियों से मिली जानकारी (निशानदेही) के आधार पर पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त स्कूटी और अन्य संबंधित सामानों को भी जब्त कर लिया है। यह बरामदगी अभियोजन के लिए एक अत्यंत महत्वपूर्ण सबूत है जो आरोपियों को कड़ी सजा दिलाने में मदद करेगा।
कानूनी प्रक्रिया पूरी करने के बाद तीनों गिरफ्तार आरोपियों को न्यायालय में उपस्थापित किया गया, जहां से उन्हें मंडल कारा चाईबासा में न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। फिलहाल पुलिस ने बताया कि मामले की जांच अभी भी जारी है, जिसमें हत्या के पीछे का वास्तविक मकसद और अन्य संभावित कारणों का पता लगाया जाएगा।
पुलिस की इस तेज और सफल कार्रवाई से स्थानीय लोगों में काफी राहत मिली है। ग्रामीणों ने पुलिस की सराहना करते हुए कहा कि इससे क्षेत्र में अपराध पर अंकुश लगाने में मदद मिलेगी और लोगों में सुरक्षा की भावना बढ़ी है। अब देखना यह है कि जल्द ही जांच में इस हत्या के पीछे के असली और चौंकाने वाले मकसद का क्या खुलासा होता है।
आपकी राय में, सिर कटी लाश जैसे जघन्य अपराधों की तेजी से जांच करने और अपराधियों को दबोचने के लिए पश्चिमी सिंहभूम पुलिस को तकनीकी और जांच के मामलों में कौन से दो सबसे अनिवार्य और अत्याधुनिक सुधार करने चाहिए?
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