"हम भी हैं तैयार": बीएसपी में महिलाओं के लिए नागरिक सुरक्षा कार्यशाला का आयोजन
बीएसपी में 4 अक्टूबर 2024 को "हम भी हैं तैयार" नामक कार्यशाला का आयोजन किया गया। जानें कैसे महिलाएं नागरिक सुरक्षा में सक्रिय भूमिका निभा सकती हैं।
4 अक्टूबर 2024 को सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र के ज्ञानार्जन एवं विकास विभाग द्वारा एक दिवसीय विशेष बुनियादी नागरिक सुरक्षा कार्यशाला ‘‘हम भी हैं तैयार‘‘ का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम नागरिक सुरक्षा संगठन छत्तीसगढ़ के सहयोग से रेल एवं स्ट्रक्चरल मिल के कर्मचारियों की धर्मपत्नियों और गृहिणियों के लिए आयोजित किया गया।
इस कार्यशाला में 25 महिलाओं ने भाग लिया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थीं मुख्य महाप्रबंधक (एल एंड डी व बीई) और नागरिक सुरक्षा अधिकारी श्रीमती निशा सोनी। विशेष अतिथि के रूप में मुख्य महाप्रबंधक (रेल एवं स्ट्रक्चरल मिल) श्री तीर्थांकर दस्तीदार ने कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई।
श्रीमती निशा सोनी ने अपने उद्बोधन में बताया कि महिलाएं नागरिक सुरक्षा के कार्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती हैं। उन्होंने सभी प्रतिभागियों को विपरीत परिस्थितियों से निपटने के लिए प्रशिक्षण प्राप्त करने के लिए प्रेरित किया।
विशेष अतिथि श्री तीर्थांकर दस्तीदार ने कहा कि महिलाओं को विपरीत परिस्थितियों के लिए तैयार रहने का अवसर मिल रहा है। इस कार्यशाला के माध्यम से उन्हें उचित मार्गदर्शन और धैर्य के साथ कार्य करने की प्रेरणा मिलेगी।
कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य था गृहिणियों को आपदा, विपरीत परिस्थितियों और संकट के समय में धैर्य और साहस के साथ कार्य करने के लिए तैयार करना। इसमें प्रतिभागियों को बचाव कार्य, प्राथमिक उपचार, और संकट के समय में निर्णय लेने की जानकारी दी गई।
कार्यशाला में राष्ट्रीय आपदा मोचन बल महाविद्यालय, नागपुर के प्रशिक्षकों ने भी भाग लिया। मास्टर अनुदेशक श्री स्वतंत्र कुमार ने नागरिक सुरक्षा के विभिन्न पहलुओं पर व्याख्यान दिया। इसके अलावा, मास्टर तकनीशियन श्री सुरेन्द्र नंदेश्वर ने बचाव सेवा और नर्सिंग सहायक श्री दिनेश एस ग्वाल ने प्राथमिक उपचार पर जानकारी दी।
कार्यशाला के अंत में, रेल और स्ट्रक्चरल मिल के कर्मचारियों की धर्मपत्नी और गृहिणियों ने इस कार्यक्रम को बहुत उपयोगी बताया और प्रबंधन का आभार व्यक्त किया। महाप्रबंधक (रेल मिल) श्री प्रशांत लाखे और श्री एम के साहू ने प्रतिभागियों से फीडबैक लिया, जिससे इस प्रकार के कार्यक्रमों की उपयोगिता और बढ़ी।
इस प्रकार, ‘‘हम भी हैं तैयार‘‘ कार्यशाला ने महिलाओं को नागरिक सुरक्षा में सशक्त बनाने का महत्वपूर्ण कदम उठाया।
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