36 घंटे निर्जला व्रत के बाद व्रतियों ने दिया सूर्य को अर्घ्य, सुरक्षा में तैनात रहे अधिकारी
गोरखपुर में छठ पर्व के अद्भुत नजारे के साथ भक्तों ने 36 घंटे निर्जला व्रत रखकर सूर्यदेव को अर्घ्य दिया। सुरक्षा में अधिकारी भी मुस्तैद रहे। पढ़ें पूरी खबर।
गोरखपुर, 8 नवंबर 2024 – लोक आस्था का महापर्व छठ शुक्रवार को उदयगामी सूर्य को अर्घ्य देने के साथ सम्पन्न हुआ। राप्ती नदी के रामघाट, गोरखनाथ घाट, सूरजकुंड मंदिर और रामगढ़ ताल जैसे घाटों पर छठ पूजा की अद्भुत छटा बिखरी। भक्तों ने परिवार की सुख-समृद्धि और संतान की लंबी आयु के लिए यह कठिन व्रत रखा।
आस्था का जनसैलाब उमड़ा
गोरखपुर में सभी प्रमुख घाटों पर भक्तों की भारी भीड़ देखी गई। रामघाट, मीरपुर, पिपराइच, खजनी, सहजनवा सहित अन्य घाटों पर हजारों व्रतियों ने सूर्यदेव और छठी मैया की उपासना की। व्रती महिलाओं ने छठ गीतों की धुनों पर भगवान सूर्य को अर्घ्य अर्पित किया।
सुरक्षा और व्यवस्था
छठ पूजा के दौरान सुरक्षा व्यवस्था भी चाक-चौबंद रही। एडीजी डॉक्टर के.एस. प्रताप कुमार, डीआईजी आनंद कुलकर्णी, मंडलायुक्त अनिल ढींगरा और एसएसपी डॉक्टर गौरव ग्रोवर ने घाटों का निरीक्षण किया। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने पिपराइच क्षेत्र और रामघाट पर ड्रोन कैमरों से निगरानी की। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें सुरक्षा के लिए तैनात थीं।
व्रतियों ने किया पारण
36 घंटे का निर्जला व्रत रखने के बाद, व्रतियों ने भगवान सूर्य की पूजा करके पारण किया। इस कठिन व्रत में व्रती बिना जल ग्रहण किए सूर्य को अर्घ्य अर्पित करते हैं। व्रतियों ने भगवान सूर्य से देश और समाज की उन्नति के लिए प्रार्थना की।
सामाजिक संगठनों ने की सहायता
छठ महापर्व के अवसर पर कई सामाजिक संगठनों ने भी सेवाएं दीं। रामघाट पर छठी मैया के भजनों पर जहां युवा थिरकते नजर आए, वहीं बच्चों ने आतिशबाजी की।
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