जुबिन गर्ग और लू माजाव को यूएसटीएम से मिलेगा मानद डॉक्टरेट, जानिए क्यों हैं ये खास!

मेघालय के यूएसटीएम के 10वें दीक्षांत समारोह में जुबिन गर्ग और लू माजाव को मानद डॉक्टरेट से सम्मानित किया जाएगा। जानिए इस खास मौके की पूरी जानकारी।

Aug 26, 2024 - 12:01
Aug 26, 2024 - 12:06
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जुबिन गर्ग और लू माजाव को यूएसटीएम से मिलेगा मानद डॉक्टरेट, जानिए क्यों हैं ये खास!
जुबिन गर्ग और लू माजाव को यूएसटीएम से मिलेगा मानद डॉक्टरेट, जानिए क्यों हैं ये खास!

यूएसटीएम देगा जुबिन गर्ग और लू माजाव को मानद डॉक्टरेट की उपाधि

मेघालय के यूनिवर्सिटी ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी (यूएसटीएम) ने अपने 10वें दीक्षांत समारोह में असम के प्रसिद्ध गायक जुबिन गर्ग और मेघालय के पॉप-रॉक लीजेंड लू माजाव को मानद डॉक्टरेट की उपाधि (डॉक्टर ऑफ लेटर्स, डी.लिट.) से सम्मानित करने का निर्णय लिया है। यह समारोह 27 अगस्त 2024 को आयोजित होगा।

समारोह में मेघालय के माननीय राज्यपाल सी.एच. विजयशंकर इन दोनों दिग्गजों को यह सम्मान प्रदान करेंगे। जुबिन गर्ग और लू माजाव दोनों ही नॉर्थ ईस्ट के मशहूर आइकॉन हैं और इनकी संगीत के क्षेत्र में अद्वितीय योगदान के लिए इन्हें यह सम्मान दिया जा रहा है।

जुबिन गर्ग की उपलब्धियां

जुबिन गर्ग असम के हार्टथ्रॉब के रूप में जाने जाते हैं। उन्होंने असमिया, बंगाली और बॉलीवुड संगीत में अपने योगदान से संगीत प्रेमियों के दिलों में खास जगह बनाई है। वे सिर्फ गायक ही नहीं, बल्कि संगीत निर्देशक, संगीतकार, गीतकार, अभिनेता और समाजसेवी भी हैं। जुबिन गर्ग का गीत "या अली" बेहद लोकप्रिय है और इसे सुनकर आज भी लोग झूम उठते हैं। उनके संगीत की विविधता और समाज के प्रति उनकी सेवाएं उन्हें एक आदर्श कलाकार बनाती हैं।

लू माजाव की पहचान

लू माजाव को भारत के बॉब डायलन के नाम से जाना जाता है। वे अपनी गहरी कहानियों और सामाजिक टिप्पणी के लिए प्रसिद्ध हैं। उनकी आवाज़ और गीतों के बोल प्रेम, बिछड़न और खासी जीवन शैली की भावना को बहुत ही प्रभावी तरीके से दर्शाते हैं। लू माजाव के गीतों ने कई पीढ़ियों के श्रोताओं के दिलों को छू लिया है और उनके संगीत ने उन्हें मेघालय का एक महान कलाकार बना दिया है।

समारोह का आयोजन

दीक्षांत समारोह यूएसटीएम के सेंट्रल ऑडिटोरियम में सुबह 11:00 बजे शुरू होगा। इस विशेष अवसर पर विभिन्न विश्वविद्यालयों के कुलपति, शिक्षाविद, और अन्य प्रमुख हस्तियां भी मौजूद रहेंगी। इस समारोह में 1,639 छात्रों को डिग्री प्रदान की जाएगी, जिनमें 17 पीएचडी उम्मीदवार, 906 स्नातकोत्तर और 716 स्नातक डिग्री प्राप्त करने वाले छात्र शामिल हैं।

यूएसटीएम के इस दीक्षांत समारोह में जुबिन गर्ग और लू माजाव जैसे मशहूर हस्तियों को सम्मानित करना उत्तर-पूर्व भारत के संगीत और सांस्कृतिक धरोहर को मान्यता देने का एक महत्वपूर्ण कदम है।

यह सम्मान समारोह न केवल संगीत के क्षेत्र में जुबिन गर्ग और लू माजाव की उपलब्धियों को मान्यता देगा, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत भी बनेगा।

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Team India मैंने कई कविताएँ और लघु कथाएँ लिखी हैं। मैं पेशे से कंप्यूटर साइंस इंजीनियर हूं और अब संपादक की भूमिका सफलतापूर्वक निभा रहा हूं।